फिर खुली ‘भगवा आतंकवाद’ की पोल, 19 साल की लड़ाई के बाद निर्दोष साबित हुए 12 हिंदू, बोली VHP-माफी मांगे कांग्रेस

साल 2006 में हुआ था विस्फोट

नांदेड़ बम ब्लास्ट हिंदू

नांदेड़ कोर्ट ने बरी किए सभी 12 आरोपित (फोटो साभार: DH)

महाराष्ट्र के नांदेड़ में हुए बम ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार किए गए 12 हिंदुओं को कोर्ट ने बरी कर दिया है। इससे कांग्रेस द्वारा गढ़ी गई ‘भगवा आतंकवाद’ की थ्योरी का एक बार फिर पर्दाफाश हो गया है। साल 2006 में कथित बम धमाके के आरोप में कांग्रेस सरकार ने हिंदुओं को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था। हालांकि अब कोर्ट में यह साबित नहीं हो सका कि यह बम धमका था या फिर  सिलेंडर अथवा पटाखों के फटने से घटनी हुई थी। नांदेड़ बम धमाका

दरअसल, 4 और 5 अप्रैल 2006 की मध्य रात्रि को RSS कार्यकर्ता लक्ष्मण राजकोंडवार नामक व्यक्ति के घर पर धमाका हुआ था। इस मामले में छत्रपति संभाजी नगर की एक कोर्ट में सुनवाई हुई। कथित बम धमाके को लेकर कुल 12 लोगों को आरोपित बनाया गया था। इसमें से 2 की धमाके के दौरान ही मौत हो गई थी। वहीं सुनवाई के दौरान एक की मौत हो गई थी। शेष 9 आरोपित साल 2006 से ही यानी बीते 19 साल से खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए मुकदमा लड़ रहे थे।

‘भगवा आतंकवाद’ गढ़ने की जब यह साजिश हुई थी, तब केंद्र और महाराष्ट्र दोनों ही जगह कांग्रेस सत्ता में थी। इस मामले में पुलिस का आरोप था कि नरेश राजकोंडवार और हिमांशु पानसे बम बनाने की कोशिश कर रहे थे, तब यह धमाका हुआ था। साथ ही एक जिंदा बम तथा कुछ गोलियां बरामद होने के भी दावे किए गए थे। शुरुआत में यह मामला पुलिस के पास था। हालांकि बाद में ATS और फिर CBI को सौंप दिया गया था। नांदेड़ बम धमाका

धमाके के दौरान नरेश राजकोंडवार और हिमांशु पानसे की मौत हो गई थी। वहीं, सुनवाई के दौरान राहुल पांडेय की मौत हो गई थी। वहीं अब कोर्ट ने मृतकों समेत 9 अन्य आरोपितों लक्ष्मण राजकोंडवार, संजय चौधरी, रामदास मुलगे, उमेश देशपांडे, योगेश विडोलकर, मारुति वाघ, गुरुराज टुपतेवार, मंगेश पांडे, मिलिंद एकताटे और राकेश धावड़े को बरी कर दिया है। इससे कांग्रेस सरकार में ‘भगवा आतंकवाद’ का झूठा शिगूफा गढ़ने के लिए किया कुत्सित प्रयास सामने आ गया है। नांदेड़ बम धमाका

इस मामले में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के प्रवक्ता विनोद बंसल का बयान सामने आया है। बंसल ने कहा है, “कोर्ट का यह निर्णय भगवा आतंकवाद गढ़ने की कोशिश करने वाली कांग्रेस के मुंह पर करारा तमाचा है। नांदेड़ को भी मालेगांव की तरह भगवा आतंकवाद से जोड़ने का प्रयास हुआ था। कोर्ट के इस फैसले से पूरी कांग्रेस बेनकाब हो गई है। अब कांग्रेस को अपना पाप स्वीकार करते हुए माफी मांगनी चाहिए। धमाके में हिंदुओं को अपराधी साबित करने के चक्कर में जो वास्तविक अपराधी थे वो बच गए।”

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