दिल्ली स्कूल धमकी: बीजेपी के निशाने पर क्यों है आम आदमी पार्टी?

दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एक बच्चे को पकड़ा है जिसके लैपटॉप व मोबाइल से स्कूलों को ये धमकियां दी जा रही थीं

आरोपी 12वीं कक्षा का छात्र है और उसका परिवार एक NGO के संपर्क में था जो अफ़ज़ल गुरु की फांसी का विरोध कर रहा था

आरोपी 12वीं कक्षा का छात्र है और उसका परिवार एक NGO के संपर्क में था जो अफ़ज़ल गुरु की फांसी का विरोध कर रहा था

दिल्ली के कई स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी भेजने वाले का ऐसे NGO से संबंध मिला जिसने कभी अफ़ज़ल गुरु की फांसी का विरोध किया था। दिल्ली पुलिस के अनुसार उस NGO का एक खास राजनीतिक दल से संबंध पाया गया है और इसे लेकर ही बीजेपी AAP पर सवाल उठा रही है। स्कूलों में पिछले कई महीनों से आ रहीं बम से उड़ाने की धमकियों के मामले में पुलिस ने मंगलवार (14 जनवरी) को एक बड़ा खुलासा किया है।

दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एक बच्चे को पकड़ा है जिसके लैपटॉप व मोबाइल से स्कूलों को ये धमकियां दी जा रही थीं और 400 से अधिक स्कूलों को धमकी भरा मेल भेजा जा चुका था। पुलिस के मुताबिक, यह बच्चा 12वीं कक्षा का छात्र है और उसका परिवार एक NGO के संपर्क में था जो NGO आतंकी अफ़ज़ल गुरु की फांसी का विरोध कर रहा था। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी मधुप तिवारी ने कहा कि उस NGO का एक खास राजनीतिक दल से संबंध था।

मधुप तिवारी ने कहा, “स्कूलों में बहुत दिनों से होक्स कॉल आ रही थीं। पिछले साल 12 फरवरी से कई कॉल आई थीं। इन मेल्स को बहुत एडवांस तरीके से भेजा जा रहा था, जिसमें टेरर एंगल से भी जांच चल रही थी। बच्चे के लैपटॉप और मोबाइल की फ़ॉरेंसिक जांच करवाई जा रही है।” उन्होंने कहा कि 8 जनवरी 2025 को आखिरी कॉल आई थी जिससे बच्चे की पहचान की गई

पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला कि एकसाथ 250 स्कूलों को जो मेल गया था उसमें भी यह बच्चा शामिल थी। पुलिस यह जांच भी कर रही है कि कहीं जानबूझकर कानून-व्यवस्था को खराब करने की नीयत से तो ये धमकियां नहीं भेजी गई थीं। इन धमकियों के लिए डार्क वेब का भी इस्तेमाल किया जा रहा था।

बीजेपी ने ‘AAP’ पर साधा निशाना

इस मामले को लेकर बीजेपी ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर निशाना साधा है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि पुलिस का खुलासा खतरनाक और गंभीर है। सुधांशु ने कहा, “क्या कोई अल्पवयस्क बालक अपने मन से यह कर रहा था या वह सिर्फ मोहरा है और उसके पीछे उसके पेरेंट्स और NGOs की इसमें भूमिका है। ताकि दिल्ली में भय का वातावरण उत्पन्न कोई राजनैतिक लाभ या अपनी राजनैतिक विचारधारा की पुष्टि की जा सके।”

उन्होंने कहा, “आम आदमी पार्टी का बहुत गहरा संबंध तमाम अवांछित NGOs और गतिविधियों से रहा है जो अफजल गुरु की हैंगिंग और देश विरोधी तमाम गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। फरवरी 2015 में जो टुकड़े टुकड़े होंगे का नारा लगा था, वह अफ़ज़ल गुरु की बरसी के ऊपर था और जिसकी फाइल को महीनों तक आम आदमी पार्टी ने बचा के रखा था।”

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि AAP की मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना के दोनों पेरेंट्स ने अफजल गुरु की दया याचिका का समर्थन किया था। उन्होंने कहा, “आम आदमी पार्टी का एक संगठन के रूप में उनके साथ संबंध बहुत साफ दिखाई पड़ रहा था। तो अब ऐसी जानकारी लगती है और यह ऐसा ही गहरा संदेह आता है जो पुष्ट होता हुआ नजर आता है कि क्या इस चीज़ में AAP का या उनसे जुड़े एनजीओ का कोई संबंध है।” बीजेपी ने इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल से स्पष्टीकरण देने को कहा है।

बीजेपी के आरोपों पर क्या बोली AAP?

बीजेपी के इन आरोपों पर AAP के सांसद संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की है। संजय सिंह ने कहा, “पुलिस को भी जो जानकारी नहीं है, पुलिस जो नही बता पाती वह सुधांशु त्रिवेदी जी बताते हैं, अनुराग ठाकुर जी बताते हैं। आप छोटे-छोटे बच्चों को मिल रही बम की धमकी का राजनीतिक लाभ उठा रहे हो शर्म नहीं आती है।” उन्होंने कहा, “धमकी की पहली घटना मई में हुई और करीब 8-9 महीने बाद जब 15 दिन चुनाव का रह गया है दिल्ली का तो, दिल्ली के पुलिस कमिश्नर और सुधांशु त्रिवेदी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। पता नहीं किस-किस NGO का हवाला दिया जा रहा है।”

AAP लगातार इन धमकियों समेत कानून-व्यवस्था के अन्य मामलों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को घेरती रही है और ऐसे में दिल्ली में जारी विधानसभा चुनाव के अभियान के बीच यह खुलासा और AAP पर बीजेपी के आरोप गंभीर मामला है।  हालांकि, इस मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा पूरी जानकारी दिया जाना बाकी है लेकिन स्कूली बच्चों को राजनीतिक हितों के लिए अगर धमकियां किसी भी पार्टी ने दी है तो यह स्थिति वाकई गंभीर है।

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