‘मोहिनी बन कर आएंगे विष्णु’: अनंत सिंह पर ताबड़तोड़ गोलीबारी के पीछे की कहानी, मुख्तार अंसारी से क्या है कनेक्शन

अनंत सिंह सोनू मोनू

अनंत सिंह के साथ मोनू (लाल घेरे में) (फोटो साभार: HT)

बिहार के मकोमा से विधायक रहे अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर हमला हुआ है। कुख्यात गैंगस्टर सोनू-मोनू और अनंत सिंह के समर्थकों के बीच 100 राउंड फायरिंग की बात कही जा रही है। घटना बुधवार (22 जनवरी, 2025) शाम मोकामा के पंचमहला थाने के नौरंगा गांव में हुई। गैंगस्टर सोनू-मोनू पर मुख्तार अंसारी गैंग का शूटर होने का भी आरोप है। इस घटना के बाद सोनू ने कहा है कि जो छेड़ा है, उसे छेड़ेंगे नहीं। वहीं अनंत सिंह ने एक्स पर लिखा कि जिनके साथ हो महाकाल, उसका क्या बिगाड़ेगा काल?’

क्यों हुआ विवाद:

इस विवाद की जड़ रंगदारी से लेकर ईंट-भट्‌ठे से जुड़ी हुई भी बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि ईंट-भट्‌ठे पर काम करने वाले मुंशी मुकेश कुमार के पास गैंगस्टर सोनू-मोनू ईंट-भट्‌ठे के मालिक का बकाया पैसा मांगने पहुंचे थे। इसी दौरान सोनू-मोनू ने मुंशी से मारपीट कर उसके घर पर ताला लगा दिया था। वहीं, पीड़ित मुंशी का कहना है कि गैंगस्टर उसके घर पर आते हैं और रंगदारी मांगते हैं, अब 60 लाख रुपए मांग रहे थे। मना करने पर पत्नी और बेटी के साथ मारपीट की गई।

इसी विवाद को लेकर पीड़ित मुंशी और अन्य लोग अनंत सिंह के पास गए थे। इसके बाद अनंत सिंह अपने समर्थकों सहित समझौता कराने और मुंशी मुकेश कुमार के घर का ताला खुलवाने नौरंगा गांव पहुंचे थे। अनंत सिंह और उनके समर्थकों की ओर से कहा जा रहा है कि वह सिर्फ बातचीत करने गए थे, लेकिन सोनू-मोनू ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद दोनों ओर से फायरिंग हुई।

क्या बोले अनंत सिंह:

मीडिया से बात करते हुए अनंत सिंह ने कहा है कि उनके घर पर बुधवार सुबह 6 बजे 10 से 15 लोग आए थे। उन लोगों ने कहा कि सोनू-मोनू ने घर से बाहर निकाल ताला लगा दिया है। अनंत सिंह ने आगे कहा कि समस्या गंभीर थी तो उन्होंने पीड़ितों को पुलिस से शिकायत करने के लिए कहा था। इसके बाद घटना की जानकारी ली, जब यह पता चल गया कि घर में सच में ताला लगा हुआ है तो गांव जाकर ताला खोलने का फैसला किया और शाम में ताला खोल दिया।

अनंत सिंह ने आगे कहा कि ताला खोलने के बाद उन्होंने अपने समर्थकों को सोनू-मोनू के घर भेज कर बात करने के लिए कहा था। जो लोग सोनू-मोनू के घर गए थे, उनकी गर्दन में गोली लगी वो दौड़ते हुए वापस लौटे। इसके बाद दोनों तरफ से फायरिंग होने लगी। अनंत सिंह ने यह भी दावा किया कि घटना स्थल पर उनके पहुंचते ही फायरिंग बंद हो गई थी। इसके अलावा अनंत सिंह ने सोनू-मोनू को चोर और उनके पिता को डाकू बताता है।

भस्मासुर के लिए मोहिनी स्वरूप में आएंगे: सोनू सिंह

सोनू सिंह का कहना है कि अनंत सिंह से हमारी कोई दुश्मनी नहीं है। ताला लगाने बात का जवाब नहीं दे सकते, जो लोग अनंत सिंह के पास गए थे. उन्होंने यह भी बोला कि सोनू मोनू सोनू को बुलाने गए थे। उस समय दोनों भाई (सोनू और मोनू) खेत में थे। अनंत सिंह 10 लग्जरी गाड़ी लेकर पूरी तैयारी से आए थे। सोनू ने यह भी कहा कहा कि मनोज मानिक गिरोह के इनामी बदमाश को अनंत सिंह लेफ्ट साइड में बैठाए थे और एक टिट्टू धमाका है, उसे राइट साइड में बैठाए हुए थे।


सोनू ने इस पूरे घटनाक्रम को राजनीतिक साजिश करार देते हुए कहा कि जिसके घर में ताला लगाने की बात हो रही है, वो मुकेश सिंह यहीं करता था। पिता से भी ज्यादा उस पर विश्वास करते थे, लेकिन उसने विश्वासघात किया। सोनू ने यह भी कहा, “इसके पहले हुए चुनाव में हमारे भाई और बहनोई ने अनंत सिंह की मदद की थी। तब हम जेल में थे। उस समय अनंत सिंह बोले कि हम चाहते तो उसका बहनोई जीत जाता। हमने आपका सहयोग किया और आपने हमें तीन-चार वोट से हरा दिया। इसके बाद भी पिता और अन्य बड़ों के कहने पर पिछला सारा अपमान भूलकर मैं इनके पास गया था। उनकी चरण वंदना किया तो वो भस्मासुर की तरह प्रहार कर रहे हैं। भस्मासुर के लिए तो विष्णु को मोहिनी स्वरूप आना होगा ना।”

सोनू-मोनू के माता-पिता का बयान:

गैंगस्टर सोनू-मोनू के पिता प्रमोद कुमार ने अनंत सिंह पर उनकी पत्नी और ग्राम प्रधान (मुखिया) उर्मिला सिंह पर फायरिंग करने का आरोप लगाया है। प्रमोद कुमार ने कहा कि उन्हें पत्नी ने बताया है कि अनंत सिंह अपनी गाड़ी से राइफल लेकर निकले। उन्हें लगा कि वो घर आए हैं, उनका स्वागत करेंगे। पहले उन्होंने हवाई फायरिंग की, फिर सामने फायरिंग करने लगे। प्रमोद कुमार ने आगे कहा कि उर्मिला सिंह पोते के साथ थीं और उन्होंने भाग कर किसी तरह से अपनी जान बचाई।

प्रमोद कुमार ने आगे कहा कि अनंत सिंह हत्या करने के लिए आए थे। अनंत सिंह की विधायकी की सदस्यता जाने के बाद उनकी पत्नी उपचुनाव में RJD से चुनाव लड़ी थीं। इस कारण ही यह घटना हुई है। सोनू-मोनू की मां और ग्राम प्रधान (मुखिया) उर्मिला सिंह ने कहा कि अनंत सिंह खुद ने फायरिंग की है, उनके साथ चीतू धमाका, रौशन, बंदरा और मणिक भी थे।

कौन हैं सोनू-मोनू:

सोनू-मोनू दो भाई हैं ईंट-भट्टा चलाते हैं। आरोप है कि ये दोनों अपना गैंग चलाते हैं और इस गैंग के दम पर भी रंगदारी वसूलने, मारपीट करने समेत कई तरह के आरोप हैं। रिपोर्ट के अनुसार, सोनू-मोनू साल 2009 से ही अपराध की दुनिया में सक्रिय हैं। शुरुआत में ये दोनों मोकामा और आसपास के इलाकों से गुजरने वाली ट्रेनों में लूटपाट किया करते थे। हालांकि बाद में जब गुंडागर्दी के जरिए इनका प्रभाव बढ़ा तो गांव से निकलकर उत्तर प्रदेश में मुख्तार अंसारी गैंग तक पहुंच गए। कहा तो यह भी जाता है कि सोनू-मोनू ने अनंत सिंह के इलाके में अपनी धाक जमाने के लिए मुख्तार अंसारी के गिरोह से संपर्क किया था। इसके अलावा अनंत सिंह की हत्या की कोशिश करने का भी आरोप है। इस बात की चर्चा होती रही है कि कुछ वर्ष पहले ही मोनू ने अनंत सिंह को मारने के लिए 50 लाख रुपए की सुपारी भी दी थी। हालांकि उसका यह प्लान फेल हो गया था।

इस मामले में पुलिस 10-15 राउंड फायरिंग होने और पिस्टल और कट्टा के तीन खोखे बरामद होने की बात कह रही है। साथ ही बताया जा रहा है कि दोनों पक्षों की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची थी लेकिन पुलिस को आता देख दोनों पक्षों के लोग मौके से फरार हो गए थे।

 

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