भारत सरकार ने मनु भाकर, डी गुकेश, हरमनप्रीत सिंह और प्रवीण कुमार को खेल रत्न पुरस्कार देने का ऐलान किया है। इसके साथ ही 32 खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार से भी सम्मानित किया जाएगा। इससे पहले खेल रत्न को लेकर मनु भाकर के नाम पर नामांकन के चलते सस्पेंस चल रहा था।
भारत की दो बार की ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर ने 2018 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था और 2020 टोक्यो ओलंपिक में महिला 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में भी शानदार प्रदर्शन किया था। हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह, पैरा एथलीट प्रवीण कुमार, शतरंज के मास्टर डी. गुकेश के साथ-साथ मनु भाकर का नाम भी खेल रत्न पुरस्कार के लिए तय किया गया।
एक हफ्ते से चल रही थी उलझन
भारत की दो बार की ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर को प्रतिष्ठित मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह घोषणा एक हफ्ते की उलझन के बाद हुई, जब यह बात सामने आई कि शायद पहले उनका नामांकन नजरअंदाज हो गया था। हालांकि मनु भाकर ने बाद में इस स्थिति को स्वीकार करते हुए अपनी ओर से एक ‘लापरवाही’ की बात कही थी।
मनु भाकर ने 2024 के पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया था, जहां उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल इंडिविजुअल इवेंट और मिक्स्ड डबल्स इवेंट में तीसरे स्थान पर रहते हुए दो पदक जीते थे। उनके इस अद्भुत योगदान ने भारत को पेरिस ओलंपिक में कुल 6 मेडल दिलवाए, और उनका नाम खेल जगत में एक नई ऊँचाई पर पहुंचा दिया।
ग्रैंड मास्टर डी. गुकेश ने रचा था इतिहास
भारत के 18 वर्षीय ग्रैंड मास्टर डी. गुकेश ने 12 दिसंबर 2024 को शतरंज की दुनिया में इतिहास रचा था। उन्होंने 18वीं विश्व शतरंज चैंपियनशिप का खिताब जीतकर सबसे कम उम्र में यह उपलब्धि हासिल की। इसके साथ ही वे दुनिया के सबसे युवा ग्रैंड मास्टर बन गए हैं। खिताबी मुकाबले में गुकेश ने चीन के डिंग लिरेन को हराकर उनकी बादशाहत को समाप्त किया।