प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में संगम क्षेत्र पर 28-29 जनवरी की मध्यरात्रि को हुई भगदड़ में कई लोगों के घायल होने को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने बड़ा दावा किया है। रविंद्र पुरी ने ANI से बातचीत में कहा है कि भगदड़ को लेकर फैलाई गई अधिकतर जानकारी केवल अफवाह थी। संगम क्षेत्र में भारी भीड़ के चलते रद्द किए गए अखाड़ों के अमृत स्नान को फिर से शुरू किया जाएगा। इस भगदड़ में कई लोगों के घायल होने की खबर है और सीएम योगी ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील की है।
‘अफवाहें ज़्यादा थीं’
महाकुंभ में भगदड़ को लेकर रविंद्र पुरी ने कहा, “सुबह लोगों के मन में डर पैदा करने के लिए गलत सूचना फैलाई गई। ऐसा प्रयास किया गया कि सभी लोग डर जाएं और ऐसा ही हुआ भी, हम सभी ने (भगदड़ की अफवाह को) सही मान लिया था।” उन्होंने कहा, “सुबह जब मीडिया और अन्य लोगों से बात की गई तो पता चला कि बात कुछ और थी, अफवाहें ज़्यादा थीं।” उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान ना देने की अपील भी की है। इससे पहले महंत पुरी ने दावा किया था कि यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट तक जाना चाहते थे। पुरी ने लोगों से संगम की और जाने की अपील करते हुए कहा है कि जहां भी गंगाजी दिखें वहीं डुबकी लगा लें।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का आह्वान अफवाहों पर ध्यान न दें श्रद्धालु.
डर पैदा करने के लिए फैलाई गई अफवाह. अफवाह फैलाने वाले सफल रहे। सुबह जब हमने सभी से बात की तो पाया कि वास्तविकता कुछ और थी और बहुत सारी अफवाहें फैलाई गई थीं – आचार्य रवींद्र पुरी, अध्यक्ष, अखिल भारतीय अखाड़ा… pic.twitter.com/sasYp8V6GI— The Frustrated Indian (@FrustIndian) January 29, 2025
‘शाही अखाड़ों का होगा अमृत स्नान’
संगम क्षेत्र में भीड़ के चलते रद्द किए गए अखाड़ों के अमृत स्नान को महंत रविंद्र पुरी ने फिर से शुरू किए जाने का दावा किया है। उन्होंने कहा है कि घाटों पर भारी भीड़ जमा होने के बाद सुबह हमारा स्नान स्थगित कर दिया गया था। उन्होंने कहा, “अब जब भीड़ कम हो गई है और हमारे स्नान के लिए बने घाट खाली हो रहे हैं, तो लगता है कि सभी अखाड़े आज अमृत स्नान कर पाएंगे। हम सभी, हमारे सभी महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, नागा साधु और भक्त आज पवित्र डुबकी लगाएंगे।” महंत पुरी ने कहा कि परंपरा के अनुसार शोभायात्राएं भी निकाली जाएंगी लेकिन ये छोटे पैमाने पर ही होंगी। उन्होंने कहा, “हम मेला प्रशासन के साथ नियमित संपर्क में हैं।”