पौष पूर्णिमा के पावन अवसर से शुरू हुए विश्व के सबसे विशाल धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन, महाकुम्भ (MahaKumbh Mela), में अब तक 7 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र स्नान कर पुण्य अर्जित कर चुके हैं। जहां पिछली सरकारों के दौरान कुम्भ मेले की अव्यवस्थाओं और भगदड़ की खबरें आम थीं, वहीं इस बार 144 वर्षों बाद बने इस दिव्य संयोग के साक्षी बन रहे करोड़ों श्रद्धालु योगी सरकार के अद्वितीय भीड़ प्रबंधन की सराहना कर रहे हैं। प्रयागराज में प्रशासन द्वारा प्रदर्शित इस उत्कृष्ट प्रबंधन को देखकर यह स्पष्ट होता है कि प्रशिक्षण ले रहे युवा पुलिस अधिकारियों को यहां आकर क्राउड मैनेजमेंट की शिक्षा अवश्य लेनी चाहिए।
वीवीआईपी प्रणाली पर सख्ती से लगाई रोक
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के कई महत्वपूर्ण मंदिरों पर कोर्ट ने प्राइवेट रिसीवर तैनात कर रखे थे, जिससे चलते बांके बिहारी मंदिर समेत कई स्थानों पर श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था। सरकार ऐसे मामलों में मंदिर के भीतर की व्यवस्था में हस्तक्षेप नहीं कर सकती थी। हमने शासन स्तर से ऐसे कई मामलों में पैरवी और बातचीत के जरिये मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की सुविधाओं का विस्तार किया। बांके बिहारी मंदिर में 1934 से रिसीवर तैनात हैं। बांके बिहारी मंदिर श्रद्धालुओं के लिये बहुत सीमित समय के लिये खोला जाता था। श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता था। भीड़ के दबाव में हादसों की भी संभावना बनी रहती थी। कोर्ट में पैरवी कर बांके बिहारी के दर्शन का समय सुबह शाम पांच-पांच घंटे कराया गया। अब ज्यादा सहजता से श्रद्धालु बांके बिहारी का दर्शन कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ कई मायनों में ऐतिहासिक है। यहां सभी वय वर्ग के लिये कुछ ना कुछ उपलब्ध है। कई विश्वविद्यालय इस पर रिसर्च कर रहे हैं। महाकुंभ आध्यात्मिक समृद्धि के साथ राज्य को आर्थिक समृद्धि की ओर लेकर जायेगा। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में 40 करोड़ लोगों के आने की संभावना है। इनमें से प्रत्येक व्यक्ति औसतन पांच हजार रुपये भी यूपी में खर्च करता है तो 5 लाख करोड़ रुपये का टर्न ओवर होगा। योगी ने कहा कि प्रयागराज आने वाले श्रद्धालु महाकुंभ के बाद काशी और अयोध्या भी दर्शन करने जा रहे हैं। प्रशासन को मैंने पहले से इसके लिये तैयार रहने का निर्देश दे रखा है। बनारस को भीड़ का दबाव झेलने का अनुभव है, लेकिन अयोध्या के लिये क्राउड मैनेजमेंट नया है।
सीएम योगी ने हैदराबाद पुलिस अकादमी को लिखा पत्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि मकर संक्रांति पर 15 लाख लोगों ने अयोध्या में रामलला के दर्शन किये, कोई अव्यवस्था नहीं हुई। पिछले वर्ष प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन पांच लाख लोग अयोध्या पहुंच गये, तब वहां स्थिति अनियंत्रित हो गई। प्रशासन के हाथ-पांव फूल गये थे। तब मुझे खुद अयोध्या पहुंचकर स्थिति को संभालना पड़ा, लेकिन अब वहां पर्याप्त इंतजाम है। प्रशासन भी भीड़ प्रबंधन में अनुभवी हो चुका है। योगी ने कहा कि अगर काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और अयोध्या में सुविधायें नहीं बढ़ाई गईं होती तो क्या इतने लोग दर्शन कर पाते? प्रशासन इतनी भीड़ को आसानी से नियंत्रित कर लेता? मौनी अमावस्या पर दस करोड़ लोगों के प्रयागराज आने की संभावना है। मैंने मुख्य सचिव और डीजीपी को प्रयागराज भेजकर पहले से ही पर्याप्त इंतजाम करने को कहा है। प्रशासन इतनी भीड़ को नियंत्रित करने के सारे आवश्यक उपाय कर रहा है।
योगी ने कहा कि मैंने राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद को भी पत्र लिखा है कि वहां ट्रेनिंग ले रहे युवा पुलिस अधिकारी प्रयागराज आयें तथा क्राउड मैनेजमेंट सीखें। ऐसी ट्रेनिंग उन्हें और कहीं नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि मैंने राज्य के युवा अधिकारियों को भी 15-15 दिन के लिये कुंभ में तैनात करने के निर्देश दिये हैं ताकि वह भी क्राउड मैनेजमेंट सीख सकें। श्रद्धालुओं की संख्या गणना के सवाल पर उन्होंने कहा कि पूरे मेला क्षेत्र में 3700 एआई बेस्ड कैमरे लगाये गये हैं, जो वैज्ञानिक तरीके से आने वाले लोगों की गणना कर रहे हैं। श्रद्धालुओं के लिये सरकार की तरफ से पर्याप्त इंतजाम किये गये हैं, जबकि पिछली सरकारों में नाम मात्र की व्यवस्था होती थी। अव्यवस्था की वजह से श्रद्धालु परेशान होते थे। अधिकारी गाडि़यों से मेला क्षेत्र में परिवार समेत पहुंच जाते थे, मैंने ऐसी वीवीआईपी प्रणाली पर सख्ती से रोक लगाई है।
सीएम ने कहा कि पिछली सरकारों में मेला एवं स्नान क्षेत्र के साफ सफाई तक का ध्यान नहीं रखा जाता था। 2013 महाकुंभ में तो मॉरिशस के प्रधानमंत्री ने गंदगी देखा था, जब 2019 में आये तो सफाई देखकर खुश हुए। इस बार श्रद्धालु महाकुंभ की सफाई व्यवस्था देखकर प्रसन्न हो रहे हैं। महाकुंभ की व्यवस्था देखने के लिये जो श्रमिक लगाये गये हैं, उनके बच्चों को पढ़ने की व्यवस्था सरकार की तरफ से की गई है। प्रियंका एवं राहुल के महाकुंभ आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिसकी भी श्रद्धा हो आये, हम स्वागत के लिये तैयार हैं। देश के दक्षिण एवं पूर्व राज्यों के साथ विदेशों से भी पर्यटक और श्रद्धालु आ रहे हैं। हम सबका स्वागत कर रहे हैं। अखिलेश यादव के गंगा स्नान के सवाल पर कहा कि अच्छा है। सबको करना चाहिए।