उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फ़ोर्स (UP STF) ने नकली चाय बनाने वाले एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। STF ने राजधानी लखनऊ में दबिश दे कर 11 कुंतल से अधिक मिलावटी चाय बरामद की है। यह चाय लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक बताई जा रही है। मंगलवार (14 जनवरी 2025) को हुई इस कार्रवाई के दौरान मोहम्मद आरिफ नाम के थोक विक्रेता को गिरफ्तार किया गया है। फुटकर विक्रेता मोहम्मद सलीम, मोहम्मद ताहिर और मोहम्मद उमर फरार हैं। इन सभी के साथ अनस किराना स्टोर वाले की भी तलाश की जा रही है।
UP STF के मुताबिक उनकी टीमों को कुछ समय से लखनऊ में नकली खाद्य पदार्थ बेचने की सूचना मिल रही थी। इसी सूचना पर STF के डिप्टी एसपी अवनीश्वर चंद्र श्रीवास्तव ने आरोपितों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। सूचना सही पाई गई और थानाक्षेत्र मड़ियांव के फैजुल्लागंज में कृष्णलोक कॉलोनी के अंदर नकली चाय बनती पाई गई। लोगों की सेहत के लिए बेहद खतरनाक बताई जा रही ये चाय मोहम्मद आरिफ बनाता था।
आरिफ की जहरीली चाय में भगवा रंग वाला केमिकल
मंगलवार को डाली गई पुलिस की दबिश में लगभग 11 हजार किलो नकली चाय बरामद हुई। यह चाय अलग-अलग पैकेटों में पैक की गई थी। मौके पर ही मोहम्मद आरिफ भी STF के हत्थे चढ़ गया। आरिफ ने पुलिस को बताया कि वह असम से सस्ती और रद्दी चायपत्ती मंगवाता था। इसमें वह कई केमिकल आदि डाल कर कड़क बनाता था।खास बात ये है कि ये केमिकल ‘भगवा रंग’ का होता था। बाद में इसे पैकेटों में पैक कर के बहराइच, सीतापुर, बाराबंकी और शाहजहाँपुर आदि जिलों में बेच दिया करता था।
STF का दावा है कि आरिफ और उसके गैंग द्वारा चाय में मिलाया जा रहा केमिकल लोगों की सेहत पर बेहद बुरा असर डालता था। पूछताछ में आरिफ ने अपना माल बेचने वालों में लखनऊ के ही खदरा में मौजूद अनस किराना वाले का नाम कबूला। उसके अलावा लखनऊ के ही मोहम्मद सलीम, मोहम्मद ताहिर और मोहम्मद उमर के भी इस गिरोह से जुड़े होने का खुलासा हुआ है। मोहम्मद आरिफ की गिरफ्तारी के बाद बाकी अन्य आरोपित फरार हो गए हैं जिनकी तलाश में दबिश दी जा रही है।
UP STF के ही एक सब इंस्पेक्टर की तहरीर पर आरिफ सहित बाकी अन्य आरोपितों के खिलाफ थाना मड़ियांव में FIR दर्ज हुई है। यह FIR भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 318 (2), 318 (4), 274, 275 और 111 के तहत दर्ज हुई है। पुलिस मामले में जॉंच व अन्य जरूरी कानूनी कार्रवाई कर रही है।
ये छद्म नाम रखे गए थे टी ब्रांड के
TFI की पड़ताल में सामने आया है कि आरिफ और उसके गुर्गों का गिरोह हमनवा गोल्ड टी, रॉयल केबी टी, ब्लू माउंटेन, गुड मार्निंग आसाम टी, गार्डन फ्रेश प्रीमियम क्वालिटी टी, आसाम टाइगर दमदार चाय, NBR टी और बिक्काटी आदि ब्रांडों के लेवल पर नकली चाय बेच रहे थे। गार्डन फ्रेश चाय को दमन और दीव में जबकि हमनवा ब्रांड की फैक्ट्री को बहराइच के नानपारा में दिखाया गया है।
इन ब्रांडों के झोले और रैपर आदि भारी संख्या में बरामद हुए हैं। इन्हे किसने बनाया इसकी जानकारी अभी तक सार्वजानिक नहीं की गई है। इसके अलावा 250 ग्राम चाय की MRP 85 रुपए के आसपास रखी गई थी। इन पर ई मेल आई डी सहित अन्य डिटेल लिखे हुए हैं जिनकी STF द्वारा तस्दीक करवाई जा रही है।
नुकसान सिर्फ सेहत का ही नहीं बल्कि सरकारी राजस्व का भी
TFI द्वारा इस मामले में जुटाई गई जानकारी के मुताबिक आरिफ और उसके गिरोह द्वारा की गई रही इस करतूत में सरकारी राजस्व की भी भारी हानि हो रही थी। आरोपितों के गैंग द्वारा यह पूरा अवैध काम बिना किसी रजिस्ट्रेशन के हो रहा था। इसमें GST चोरी सहित कई अन्य अपराध भी साथ ही साथ हो रहे थे। सादे कागज पर आरोपितों द्वारा काम किया जाता था। माल की डिलीवरी और पैसे का लेन-देन पूरा हो जाने के बाद आरोपितों द्वारा कच्चे कागजातों को फाड़ कर फेंक दिया जाता था।
हमारी पड़ताल में यह भी पता चला की पकड़े जाने पर आरिफ को अपना काला कारोबार ढहता नजर आया। वह STF से हाथ जोड़ कर माफ़ी माँगने लगा और खुद को छोड़ देने की मिन्नत करता रहा। हालाँकि उसकी चलबाबजी किसी काम नंहीं आई और पुलिस ने उसे दबोच लिया। अभी इस मामले में कई अन्य नाम सामने आने की भी आशंका है।