लंदन, पेरिस व मालदीव से महंगी महाकुंभ की फ्लाइट्स, मनमाना किराया वसूल रहीं एयरलाइन्स!

बढ़े हुए किराए को लेकर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने एयरलाइन प्रतिनिधियों के साथ कुछ दिनों पहले बैठक भी की थी

प्रयागराज के महाकुंभ का AI से बनाया गया चित्र

प्रयागराज के महाकुंभ का AI से बनाया गया चित्र

तीर्थनगरी प्रयागराज में चल रहे आस्था के सबसे बड़े संगम महाकुंभ में 15 करोड़ से अधिक लोग अब तक (28 जनवरी सुबह) डुबकी लगा चुके हैं। भारी संख्या में लोग बसों, ट्रेनों, फ्लाइट्स और निजी वाहनों से प्रयागराज पहुंच रहे हैं। भारी भीड़ के बीच लोगों को फ्लाइट से प्रयागराज पहुंचने से लिए अपनी जेब ढीली करनी पड़ रही है। ऐसे में आप अगर दिल्ली, हैदराबाद, मुंबई, चेन्नई जैसे शहरों से फ्लाइट से प्रयागराज जाने की सोच रहे हैं तो इसके लिए आपको एक तरफ का किराया 25,000 से 50,000 रुपए तक चुकाना पड़ सकता है। एयरलाइन्स ने भीड़ को देखते हुए अपने किराए में बढ़ोतरी कर दी है और मनमाना किराया वसूल रही हैं।

सोशल मीडिया पर उठे सवाल

फ्लाइट्स द्वारा मनमाना किराया वसूले जाने को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोग विमानन कंपनियों पर सवाल उठा रहे हैं। विश्व हिंदू परिषद (VHP) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने ‘X’ पर लिखा है, “कुछ विमानन कंपनियां यात्रियों के बढ़ती संख्या का अनुचित लाभ लेते हुए हवाई किराए में बेतहाशा वृद्धि कर अनाप-शनाप किराया वसूल कर रही हैं। जो सर्वथा अनुचित और अनैतिक है।” उन्होंने आगे लिखा, “विमान कंपनियों ने अपने सामान्य श्रेणी के किराए को भी 200% से 700% तक बढ़ा दिया है जिसके कारण कुंभ में आने और वहां से जाने वाले श्रद्धालुओं को गंभीर असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि रेल टिकट मिल नहीं रही और आर्थिक तंगी के कारण अनायास बेतहाशा बढ़ीं हवाई टिकट लेने में असमर्थ हैं।”

बेंगलुरु से कितना है लंदन व प्रयाग का किराया?

बेंगलुरु से प्रयागराज का किराया इन दिनों मालदीव और लंदन से भी ज़्यादा वसूला जा रहा है। 28 जनवरी को बेंगलुरु से प्रयागराज तक का फ्लाइट्स का किराया करीब 29,000 रुपए से शुरु होकर 50,000 रुपए तक है जबकि यहां से मालदीव की राजधानी माले का किराया सिर्फ करीब 13,000 रुपए से ही शुरू है। यही नहीं बेंगलुरु से लंदन तक का किराया भी प्रयागराज से महंगा वसूला जा रहा है। बेंगलुरु से लंदन का किराया भी करीब 28,000 रुपए से शुरू हो रहा है। ये किराए किसी एक ही एयरलाइन्स के नहीं हैं बल्कि लगभग हर एयरलाइन्स की स्थिति ऐसी ही है। महंगे किराए से हो रही दिक्कतों के चलते लोगों को महाकुंभ जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बेंगलुरु से पेरिस का किराया भी 37,000 रुपए से शुरु है जो प्रयागराज के 50,000 रुपए तक के किराए से कम है।

बेंगलुरु से प्रयागराज का किराया (सोर्स: Make My Trip)
बेंगलुरु से मालदीव और लंदन का किराया (सोर्स: Make My Trip)

 

 

 

बेंगलुरु से पेरिस का किराया (सोर्स: Make My Trip)

हैदराबाद से प्रयागराज-पेरिस का किराया

किराए की बेंगलुरु जैसी स्थिति ही हैदराबाद की भी है और वहां से भी प्रयागराज के लिए एयरलाइन्स द्वारा मनमाना किराया वसूला जा रहा है। मंगलवार (28 जनवरी) को हैदराबाद से महाकुंभ की नगरी प्रयागराज का फ्लाइट्स का किराया 27,000 रुपए से अधिक से शुरू था और यह करीब 49,000 रुपए तक था। वहीं, हैदराबाद से मालदीव के माले का किराया करीब 11,000 रुपए से शुरू है जो प्रयागराज के मुकाबले दोगुना से भी कम है। वहीं, हैदराबाद से पेरिस का किराया करीब 28,000 रुपए से शुरु है जो शुरुआती तौर पर प्रयागराज के बराबर है लेकिन यह प्रयाग के अधिकतम किराए 49,000 रुपए से बेहद कम है और यही स्थिति लंदन की भी है। हैदराबाद से लंदन का किराया का करीब 24,000 रुपए से शुरू है प्रयागराज से शुरुआती किराए से कम है।

हैदराबाद से प्रयागराज का किराया (सोर्स: Make My Trip)
हैदराबाद से माले, लंदन व पेरिस का किराया (सोर्स: Make My Trip)

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

दिल्ली से प्रयागराज के किराए ने छुआ आसमान

राजधानी दिल्ली से प्रयागराज के किराए की हालत भी कमोबेश ऐसी ही है। 28 जनवरी के लिए दिल्ली से संगम नगरी प्रयागराज का किराया 33,000 रुपए से अधिक से शुरू है और करीब 38,000 रुपए तक इसकी कीमतें पहुंच रही हैं। इसकी कीमतें लंदन और माले के किराए से बेहद कम हैं। दिल्ली से लंदन का फ्लाइट्स का किराया करीब 24,000 रुपए है जबकि माले का किराया करीब 11,500 रुपए है। बढ़ती कीमतें लोगों के लिए समस्याओं का सबब बन गई हैं और लोगों ने इसे लेकर सरकार से हस्तक्षेप करने की अपील की है।

दिल्ली से प्रयागराज का किराया (सोर्स: Make My Trip)
दिल्ली से लंदन व माले का किराया (सोर्स: Make My Trip)

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

प्रयागराज के लिए बढ़े हुए किराए के चलते लोगों की बढ़ी समस्याओं को लेकर एविएशन रेगुलेटर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइन प्रतिनिधियों के साथ कुछ दिनों पहले बैठक भी की थी और उनसे उड़ाने बढ़ाने का आग्रह किया था। साथ ही, DGCA ने टिकट की कीमतों को सही रखने के लिए भी कहा गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मौजूदा समय में प्रयागराज के लिए लगभग 80,000 मासिक सीटों के साथ 132 उड़ानें संचालित हो रही हैं। प्रयागराज मौजूदा समय में 17 शहरों से जुड़ा हुआ है जबकि यह आंकड़ा दिसंबर 2024 में केवल 8 शहरों से जुड़ा हुआ था।

साथ ही, नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने विभिन्न एयरलाइन्स से बातचीत कर कुंभ के शाही स्नान जैसे दिनों पर हवाई किराए को खासतौर पर नियंत्रित रखने के लिए कहा है। एयरलाइन्स ने सीटें बढ़ाने का दावा किया है और सीटों व उड़ानों में बढ़ोतरी की है लेकिन टिकट की आसमान छूती कीमतें लोगों के लिए मुश्किलें पैदा कर रही हैं। प्रयागराज जाने वालीं बस और ट्रेनें भी पूरी क्षमता से भरकर चल रही हैं। चंडीगढ़, अजमेर जैसे अलग-अलग शहरों से अगले कई दिनों के लिए प्रयागराज जाने वाली बसों में बुकिंग पूरी है।

29 जनवरी के मौनी अमावस्या पर करीब 10 करोड़ लोगों के महाकुंभ में आने का अनुमान है और सरकार सभी तरह की व्यवस्थाएं पूरी करने में जुटी हुई है। उम्मीद की जा रही है कि महाकुंभ की इस अवधि के दौरान करीब 40 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाएंगे। अब लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द फ्लाइट्स के किराए पर काबू किया जाए तो संभव है कि सरकार इस मामले को लेकर एयरलाइन्स पर और अधिक कड़ाई करेगी।

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