कारसेवा के दौरान बचाई थी रामलला की मूर्तियां, बाल संन्यासी जिन्होंने श्रीराम को समर्पित कर दिया पूरा जीवन: जानिए कौन थे आचार्य सत्येंद्र दास

अपना पूरा जीवन भक्ति और श्री राम को समर्पित करने वाले अयोध्या के राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया है

टेंट से भव्य मंदिर तक रामलला की यात्रा के साक्षी रहे सत्येंद्र दास

टेंट से भव्य मंदिर तक रामलला की यात्रा के साक्षी रहे सत्येंद्र दास

अपना पूरा जीवन भक्ति और श्री राम को समर्पित करने वाले अयोध्या के राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। उन्हें 3 फरवरी को ‘ब्रेन हैमरेज’ हो गया था जिसके बाद उन्हें लखनऊ के SGPGI में भर्ती कराया गया था और वहीं उन्होंने आखिरी सांस ली है। 32 साल से राम जन्मभूमि में सेवा दे रहे सत्येंद्र दास के निधन पर अयोध्या के सभी मठ-मंदिरों में शोक की लहर दौड़ गई है। संत समाज, राम भक्तों और श्रद्धालुओं ने उनके निधन को आध्यात्मिक जगत की अपूरणीय क्षति बताया। सत्येंद्र दास ना केवल शांत स्वभाव के धनी थे बल्कि उनका ज्ञान और तपस्वी जीवन लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र था।

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