सोमवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम जामिया नगर में अपराधी शाहबाज खान को पकड़ने के लिए रेड करने गई थी। रेड के दौरान, अचानक ओखला से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अमानतुल्लाह खान मौके पर पहुंचे और देखते ही देखते वहां भीड़ जुट गई। इस हंगामे का फायदा उठाते हुए शाहबाज खान मौके से फरार हो गया। इसके साथ ही आरोप है कि इस दौरान AAP MLA अमानतुल्लाह और उनके समर्थकों ने पुलिस टीम के साथ झड़प भी की।
इस घटना के बाद दिल्ली पुलिस ने AAP MLA अमानतुल्लाह खान के खिलाफ FIR दर्ज कर उनकी तलाश तेज कर दी है। पिछले 24 घंटों से पुलिस उनके ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है। इस बीच खबरें आ रही थीं कि अमानतुल्लाह खान का फोन स्विच ऑफ है और वह फरार चल रहे हैं। हालांकि, दूसरी तरफ खान ने पुलिस कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर यह दावा किया है कि वह कहीं नहीं भागे हैं और अपनी विधानसभा क्षेत्र में ही मौजूद हैं।
कमिश्नर को लिखी चिट्ठी
24 घंटे से गायब चल रहे आप विधायक अमानतुल्लाह खान ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को एक पत्र लिखकर अपनी स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की है। पत्र में उन्होंने दावा किया कि वह अपनी विधानसभा क्षेत्र में ही मौजूद हैं और भागने की बात पूरी तरह गलत है। यही नहीं इस चिट्ठी में उन्होंने उलटे पुलिस पर ही आरोप लगाया है, उन्होंने लिखा कि कुछ अधिकारी उन्हें झूठे मामले में फंसाने का प्रयास कर रहे हैं।
AAP leader & MLA Amanatullah Khan writes to the Delhi Police Commissioner after an FIR has been registered against him for allegedly leading an attack on a police team in Delhi’s Jamia Nagar
According to AAP, Amanatullah Khan wrote, “I am in my assembly constituency, I have not…
— ANI (@ANI) February 12, 2025
खान का यह भी कहना है कि जिस व्यक्ति को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस आई थी, वह पहले ही जमानत पर रिहा हो चुका है। जब उस व्यक्ति ने अपने दस्तावेज पेश किए, तो पुलिस ने अपनी गलती छिपाने के लिए उन्हें फंसाने की रणनीति अपनाई। हालांकि, यह पत्र कई सवाल खड़े करता है। अगर वह अपनी विधानसभा क्षेत्र में ही हैं, तो पुलिस उन्हें पकड़ने में अब तक असमर्थ क्यों रही? क्या यह एक ईमानदार बचाव है, या फिर राजनीतिक चाल का हिस्सा?
नई धाराओं के साथ बढ़ी मुश्किलें
पिछले 24 घंटों में AAP MLA अमानतुल्लाह खान के खिलाफ दर्ज मामलों ने तूल पकड़ लिया है। दिल्ली पुलिस की टीमें लगातार उनकी तलाश में जुटी हुई हैं, लेकिन अब तक उनका कोई ठिकाना नहीं मिल पाया है। इसी बीच, पुलिस ने उनके खिलाफ कई नई धाराएं जोड़ी है।
अमानतुल्लाह पर दंगे भड़काने से जुड़ी बीएनएस धारा 191(2) लगाई गई है, जिसमें आरोप है कि उन्होंने भीड़ इकट्ठा कर स्थिति को बिगाड़ने की कोशिश की। इसके अलावा, बीएनएस 190 के तहत भी मामला दर्ज किया गया है, जिसका तात्पर्य यह है कि अगर कोई व्यक्ति गैरकानूनी सभा का हिस्सा बनता है और उस सभा के दौरान अपराध होता है, तो उसे भी उस अपराध का जिम्मेदार माना जाएगा।
साथ ही, धारा 221 के तहत ड्यूटी पर मौजूद लोक सेवकों को बाधा पहुंचाने, धारा 121(1) के तहत उन्हें नुकसान पहुंचाने और धारा 132 के तहत उनकी जिम्मेदारियों में हस्तक्षेप करने जैसे आरोप भी लगाए गए हैं।
दिल्ली पुलिस न केवल राजधानी बल्कि उत्तर प्रदेश और राजस्थान तक उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। ऐसे में इन नई धाराओं ने मामले को अमानतुल्लाह खान के लिए और भी पेचीदा बना दिया है।