‘जहाँ इनकी की संख्या बढ़ रही है, वहाँ…’: शब-ए-बारात के बाद मुस्लिम भीड़ ने मेट्रो स्टेशन में घुस कर किया हंगामा, वीडियो वायरल

जो लोग सड़क किनारे कुछ हिंदू कांवड़ियों को चलते देखकर डर जाते हैं, उन्हें यह बिल्कुल ठीक लगेगा: एक X यूज़र

मेट्रो स्टेशन पर हंगामा करती मुस्लिम युवकों की भीड़ (Screengrab)

मेट्रो स्टेशन पर हंगामा करती मुस्लिम युवकों की भीड़ (Screengrab)

‘शब-ए-बारात’ को इस्लाम में एक महत्वपूर्ण रात माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं। इस रात के साथ यह मान्यता भी जुड़ी है कि इस रात आने वाले साल की तकदीर भी लिखी जाती है। यह सब जानकारी देने की वजह है सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा दिल्ली मेट्रो का एक वीडियो है जिसे शब-ए-बारात से जुड़ा बताया जा रहा है। सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहे इस वीडियो में हुड़दंग करते मुस्लिम युवकों की भीड़ एक मेट्रो स्टेशन पर एंट्री लेते समय जमकर उत्पाद मचाती नज़र आ रही है। यह भीड़, शायद अपने तंत्र की तकदीर की और इशारा कर रही है। इन्हें रोकने वाला कोई नहीं है, इस भीड़ में शामिल युवकों ने टिकट नहीं लिए हैं और ये मेट्रो का गेट फांदकर अंदर घुसे जा रहे हैं।

सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हुआ तो यूज़र्स ने इन युवकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है और CISF को टैग कर भी सवाल पूछे हैं। प्रोफेसर सुधांशु नामक एक ‘X’ यूज़र ने घटना का वीडियो शेयर कर लिखा, “ख़ौफ़नाक ख़बर…जहाँ जहाँ इनकी की संख्या बढ़ रही है। वहाँ वहाँ ये दहशत फैला रहे है। ये वीडियो दिल्ली मेट्रो की है। देखिए कैसे इन लोगों ने “शब-ए-बारात” वाले दिन जमकर हुड़दंग मचाया है।” यूज़र ने दिल्ली मेट्रो और CISF को टैग कर लिखा, ” सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक बहुत बड़ा ख़तरा बन सकता था?”

मिस्टर सिन्हा नामक एक यूज़र ने भी यह वीडियो शेयर कर सवाल उठाए हैं। मिस्टर सिन्हा ने ‘X’ पर लिखा, “यह वीडियो दिल्ली का है। ये मुसलमान शब-ए-बारात का त्यौहार मनाने के लिए एकत्र हुए थे।” सिन्हा ने आगे लिखा, “जो लोग सड़क किनारे कुछ हिंदू कांवड़ियों को चलते देखकर डर जाते हैं, उन्हें यह बिल्कुल ठीक लगेगा। और इसकी वजह साफ है।”

साकेत नामक एक यूज़र ने इस भीड़ की तुलना महाकुंभ के श्रद्धालुओं से की है। साकेत ने ‘X’ पर लिखा, “इस भीड़ को प्रयागराज में कुम्भ की आस्था में डूबी करोड़ों की भीड़ के समानांतर रख के देखिए।” उन्होंने लिखा, ” एक पोस्ट में देखा था शब ए बारात अपनी त्रुटियों, अपराधों के लिए क्षमा मांगने का पवित्र दिन होता है, यहाँ अपराध करने और कबीलाई उच्छृंखलता से समाज को आतंकित करने का यंत्र बन गया है।” वहीं, एक यूज़र ने कहा कि दिल्ली में इस समय योगी मॉडल की ज़रूरत है।

‘सरकार इलाज करेगी’

वहीं, बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुनील देवधर ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है। देवधर ने ‘X’ पर लिखा, “शब ए बारात की आड़ में दिल्ली मेट्रो में हुड़दंग मचा रहे ये हुड़दंगी भूल रहे हैं कि #Delhi में केजरीवाल के काल का अंत हो चुका है! डबल इंजन की सरकार इनका इलाज ज़रूर करेगी!

इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चाएं तेज हो गई हैं। इससे ना केवल सुरक्षाबलों की अनुपस्थिति को लेकर सवाल हैं बल्कि भीड़ तंत्र की आड़ में लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को कुचलने की कोशिश भी साफ नज़र आ रही है। जब ऐसी भीड़ सार्वजनिक स्थानों पर कानून-व्यवस्था का उल्लंघन करती है तो ना केवल सुरक्षा के लिए खतरा पैदा होता है बल्कि भय का माहौल पैदा करने की कोशिश भी साफ नज़र आती है। ऐसी स्थिति में अगर वहां महिलाएं रही होंगी, तो उनके लिए स्थितियां कितनी भयावह होंगी इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।

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