राष्ट्रपति मुर्मू को ‘Poor Lady’ कहने पर बढ़ीं सोनिया गांधी की मुश्किलें, बिहार में दर्ज हुई शिकायत

मामले में दोषी पाए जाने पर सोनिया गांधी को 2 से 7 साल तक की सजा मिल सकती है

31 जनवरी को संसद में अभिभाषण के बाद सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर टिप्पणी की थी

31 जनवरी को संसद में अभिभाषण के बाद सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर टिप्पणी की थी

कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सोनिया गांधी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ‘Poor Lady’ कहे जाने पर सोनिया की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस टिप्पणी को लेकर बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में सुधीर कुमार ओझा नामक एक वकील ने सोनिया गांधी के खिलाफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में शिकायत दर्ज कराई है। ओझा ने इस मामले में लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और वायनाड (केरल) से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी को भी सह-आरोपी बनाया है।

ओझा ने सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति का अपमान करने के मामले में सोनिया गांधी के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की गई है। शिकायतकर्ता ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023 की धाराओं 352, 351(2)(3), 79, 151, और 61(2) के तहत मामला दर्ज करने की मांग की है। इन धाराओं के तहत दोषी पाए जाने पर 2 से 7 साल तक की सजा का प्रावधान है। अदालत 10 फरवरी को इस मामले की सुनवाई करेगी।

सोनिया गांधी ने क्या कहा था?

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बजट सत्र के पहले दिन 31 जनवरी को अभिभाषण के बाद सोनिया गांधी ने उन्हें लेकर टिप्पणी की थी। अभिभाषण के बाद संसद से बाहर आईं सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति को ‘Poor Lady’ कहा और इसके बाद उन्होंने इस बयान में ‘Poor Things’ का भी ज़िक्र किया है। सोनिया गांधी ने कहा, “पुअर लेडी, राष्ट्रपति अंत में बहुत थक गई थीं और वे बहुत मुश्किल से ही कुछ बोल पा रही थीं। पुअर थिंग।” इस दौरान राहुल गांधी भी सोनिया गांधी के मौजूद थे और उन्होंने राष्ट्रपति के भाषण को बोरिंग बताया था।

राष्ट्रपति भवन और पीएम मोदी ने किया विरोध

सोनिया गांधी के इस बयान का राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समते कई नेताओं ने विरोध किया था। राष्ट्रपति भवन ने कहा था कि कांग्रेस नेताओं की टिप्पणियों से राष्ट्रपति पद की गरिमा को ठेस पहुंची है। राष्ट्रपति भवन ने आगे कहा, “राष्ट्रपति मुर्मू किसी भी समय थकी हुई नहीं थीं। दरअसल, उनका विश्वास ​​है कि हाशिये पर पड़े समुदायों, महिलाओं और किसानों के लिए बोलना, जैसा कि वह अपने संबोधन के दौरान कर रही थीं, कभी भी थकाने वाला नहीं हो सकता है।” बकौल राष्ट्रपति भवन, ऐसी टिप्पणियां दुर्भाग्यपूर्ण हैं और इनसे बचा जाना चाहिए।

पीएम मोदी ने दिल्ली में एक चुनावी रैली के दौरान इस बयान को लेकर कांग्रेस नेताओं पर तीखा हमला बोला था। पीएम मोदी ने कहा, “राष्ट्रपति मुर्मू ने बहुत ही बेहतरीन भाषण दिया लेकिन कांग्रेस का शाही परिवार उनके अपमान पर उतर आया है। शाही परिवार के एक सदस्य ने कहा कि आदिवासी बेटी ने बोरिंग भाषण दिया। एक आदिवासी बेटी का बोलना इनको बोरिंग लगता है।” उन्होंने आगे कहा, “दूसरी सदस्य (सोनिया गांधी) ने राष्ट्रपति जी को Poor Thing कहा, गरीब कहा, चीज़ कहा, थकी हुई कहा है। यह देश के 10 करोड़ आदिवासी भाई-बहनों का अपमान है। जो ज़मीन से ऊपर उठकर आते हैं उनको कांग्रेस का शाही परिवार बिल्कुल पसंद नहीं करता है।”

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