सनातन आस्था के महापर्व महाकुंभ में दुनियाभर से लाखों श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज पहुंच रहे हैं। अब तक करीब 40 करोड़ श्रद्धालु इस पवित्र स्नान का हिस्सा बन चुके हैं। इसी कड़ी में पाकिस्तान से आए 68 हिंदू श्रद्धालुओं का एक समूह भी महाकुंभ में शामिल हुआ। इन श्रद्धालुओं ने अपने वीजा जल्दी जारी करने और उन्हें इस पवित्र आयोजन में शामिल होने का मौका देने के लिए भारत सरकार का दिल से धन्यवाद किया।
श्रद्धालुओं का कहना था कि सनातन धर्म के प्रति उनकी गहरी आस्था और महाकुंभ की पवित्रता उन्हें यहां खींच लाई है। स्नान के बाद उनके चेहरों पर जो खुशी और संतोष झलक रहा था, वह शब्दों से परे था। उन्होंने मोदी सरकार और योगी सरकार की जमकर सराहना की, यह कहते हुए कि भारत में सनातन धर्म और इसकी परंपराओं को जैसा सम्मान और संरक्षण मिलता है, वह अनमोल है।
लेकिन उनकी आंखों में दर्द तब झलका जब उन्होंने पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यकों की स्थिति का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि वहां धर्मांतरण, भेदभाव और हिंसा जैसी स्थितियां हिंदुओं के जीवन को मुश्किल बना रही हैं। उनके शब्दों में छुपा दर्द हर किसी को झकझोरने वाला था।
मंदिर भी जाने की इजाजत नहीं
सनातन आस्था की गहराई और शक्ति इतनी अद्भुत है कि यह हर सीमा को पार कर लेती है। यही आस्था पाकिस्तान के सिंध प्रांत से 68 हिंदू श्रद्धालुओं को प्रयागराज के महाकुंभ तक खींच लायी। इन श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में डुबकी लगाई और अपने पूर्वजों की अस्थियों का विसर्जन कर उन्हें मोक्ष का मार्ग प्रदान किया। महाकुंभ में सनातन संस्कृति की दिव्यता और भव्यता को देखकर ये श्रद्धालु बेहद भावुक हो उठे। यहां की व्यवस्था और आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि यह उनके जीवन का सबसे यादगार अनुभव है। लेकिन जब उन्होंने पाकिस्तान में हिंदू समुदाय की स्थिति का जिक्र किया, तो उनकी आवाज भारी हो गई।
आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, श्रद्धालुओं ने बताया, “पाकिस्तान में हमें अपने मंदिरों में जाने की आजादी भी नहीं है। वहां हमारी आस्था को हर दिन कुचला जाता है। यहां आकर ऐसा महसूस हो रहा है जैसे वर्षों की दबी हुई इच्छाएं पूरी हो गईं। न केवल हमें, बल्कि हमारे पूर्वजों को भी मोक्ष की प्राप्ति हो गई।”
योगी और मोदी सरकार की तारीफ
पाकिस्तान से आए हिंदू श्रद्धालुओं ने भारत सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का दिल से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन सरकारों की वजह से उन्हें सनातन आस्था के इस दिव्य और भव्य आयोजन में शामिल होने का अद्भुत अवसर मिला।
श्रद्धालु गोबिंद राम ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा, “हम खुद को बेहद भाग्यशाली मानते हैं कि हमें इस पवित्र महाकुंभ में आने का मौका मिला। यहां आकर अपने धर्म और इसकी परंपराओं को और गहराई से जानने का अवसर मिला है। भारत सरकार के प्रति हम बेहद आभारी हैं, जिन्होंने 25 दिनों का वीजा सिर्फ 3 दिनों में जारी कर दिया।” गोबिंद राम की बातों से यह स्पष्ट था कि भारत की सनातन संस्कृति और योगी-मोदी सरकार की संवेदनशीलता ने इन श्रद्धालुओं के दिलों में गहरी छाप छोड़ी।