मस्जिद के जुलूस में हाथियों में निकली आतंकियों की ‘सवारी’…याह्या सिनवा-इस्माइल-हसन नसरल्लाह को बताया पूर्वज

केरल मस्जिद आतंकी पोस्टर

मस्जिद के जुलूस में लहराए हमास-हिजबुल्लाह आतंकियों के पोस्टर

केरल में पलक्कड़ जिले में एक मस्जिद का जुलूस निकल रहा था। जुलूस में लोग आतंकियों के पोस्टर लहराते हुए नजर आए। ये आतंकी हमास और हिजबुल्ला के हैं। इन आतंकियों का नाम है याह्या सिनवार, इस्माइल हानिया और हसन नसरल्लाह। तीनों ही आतंकी मारे जा चुके हैं। इस जुलूस में आतंकियों के तस्वीरों वाले बैनर के साथ एक मैसेज भी था, इसमें लिखा था ‘थरवाडी, थेक्केभागम’ यानी दक्षिणी क्षेत्र के पूर्वज। इसका मतलब यह कि जुलूस में शामिल इस्लामवादियों ने खुद को इन आतंकियों का वंशज बता दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रविवार (16 फरवरी, 2025) शाम पलक्कड़ जिले के त्रिथाला में स्थित एक मस्जिद का वार्षिक जुलूस यानी उरूस मनाया जा रहा था। इस जुलूस में करीब 3000 लोग शामिल थे। लेकिन जुलूस में जो हुआ न केवल वह विवाद का कारण बना बल्कि अपने पीछे हजारों सवाल भी छोड़ गया। दरअसल, हबास और हिजबुल्लाह के आतंकी याह्या सिनवार, इस्माइल हानिया और हसन नसरल्लाह को इजराइल ने मार गिराया था। इनको लेकर पहले भी देश में सोशल मीडिया पर सहानुभूति देखने को मिली थी। हालांकि देश में इन आतंकियों के पोस्टर लहराने का यह मामला सामने आया है।

दिलचस्प बात यह है कि इस कार्यक्रम में कांग्रेस नेता वीटी बलराम और मंत्री एमबी राजेश भी शामिल थे। लेकिन दोनों ही कांग्रेस नेताओं ने इसका विरोध तक नहीं किया। इसके चलते उन्हें भी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। वहीं, विवाद बढ़ने के बाद त्रिथाला फेस्ट के आयोजकों ने इस कार्यक्रम से खुद को अलग बताया है। साथ ही कहा है कि यह पूरा कार्यक्रम किसी मस्जिद से संबंधित नहीं था।

बता दें कि इससे पहले केरल विश्वविद्यालय के वार्षिक युवा महोत्सव को लेकर भी विवाद हुआ था, जब इसका नाम ‘इंतिफादा’ रखा गया था। यह शब्द फिलिस्तीन-इजरायल संघर्ष से जुड़ा हुआ है और हमास द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। केरल मस्जिद आतंकी पोस्टर

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