तीर्थराज प्रयाग में चल रहे महाकुंभ हर दिन आस्था और परंपरा का नया अध्याय लिख रहा है। 11 फरवरी 2025 तक जहां 46 करोड़ 25 लाख श्रद्धालु संगम में पवित्र स्नान कर चुके थे, वहीं माघ पूर्णिमा के पावन दिन यह संख्या सुबह 10 बजे तक ही 47 करोड़ 50 लाख के पार पहुंच गई। संगम के तट पर आस्था का ऐसा नजारा है, जहां चारों ओर भक्तों का उत्साह और श्रद्धा दिखाई दे रही है। माना जा रहा है कि आज करीब 2.5 करोड़ श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगाएंगे।
इस ऐतिहासिक मौके को और खास बनाने के लिए श्रद्धालुओं पर हेलिकॉप्टर से 25 क्विंटल फूलों की वर्षा की गई। संगम तट पर हर कदम पर भक्ति और आस्था की महक महसूस की जा सकती है। हालांकि, भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन को यातायात प्रबंधन में बड़े बदलाव करने पड़े। प्रयागराज आने वाले सभी मुख्य मार्गों पर वाहनों की एंट्री बंद कर दी गई है, और मेला क्षेत्र को पूरी तरह से पैदल यात्रियों के लिए सुरक्षित कर दिया गया है।
महाकुंभ मेले में 31 वें दिन माघी पूर्णिमा के स्नान पर्व पर उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़,
सुबह 10:00 बजे तक एक करोड़ 30 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी,10 लाख कल्पवासियों और एक करोड़ 20 लाख श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी,
11 फरवरी तक महाकुंभ में 46 करोड़ 25 लाख से ज्यादा…
— The Frustrated Indian (@FrustIndian) February 12, 2025
खुद सीएम योगी कर रहे मॉनिटरिंग
“दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है,” यह कहावत इस बार महाकुंभ प्रबंधन और सीएम योगी की तैयारियों पर पूरी तरह फिट बैठती है। मौनी अमावस्या के स्नान के दौरान हुई अव्यवस्था ने पिछली बार प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी थी। उसी दुर्घटना से सीखते हुए, माघ पूर्णिमा के स्नान पर सीएम योगी ने खुद व्यवस्थाओं को नियंत्रित करने की कमान संभाल रखी है।
लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री आवास पर बने वॉर रूम से सीएम योगी ने सुबह 4 बजे से ही महाकुंभ की मॉनिटरिंग शुरू कर दी। डीजी प्रशांत कुमार, प्रमुख सचिव (गृह) संजय प्रसाद समेत कई वरिष्ठ अधिकारी भी उनके साथ पल-पल की स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। संगम क्षेत्र में भीड़ नियंत्रण के लिए पैरामिलिट्री फोर्स के जवान तैनात हैं, जो श्रद्धालुओं को स्नान के बाद संगम क्षेत्र से तुरंत अन्य घाटों की ओर भेज रहे हैं, ताकि भीड़ न बढ़े।
इस बार की व्यवस्था में प्रशासन ने अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए पहली बार 15 जिलों के डीएम, 20 IAS और 85 PCS अधिकारियों को मेला क्षेत्र में तैनात किया है। यह टीम लगातार भीड़ और सुरक्षा प्रबंधन पर काम कर रही है।
माघ पूर्णिमा स्नान: आस्था का पर्व और कल्पवास का समापन
महाकुंभ का आज 31वां दिन है, और यह आयोजन हर दिन एक नई कहानी लिख रहा है। अब तक चार बड़े स्नान पर्व हो चुके हैं, और आज माघ पूर्णिमा का पावन अवसर श्रद्धालुओं के लिए खास महत्व रखता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, माघ पूर्णिमा स्नान का शुभ मुहूर्त आज शाम 7:22 बजे तक है।
श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने कुंभ क्षेत्र में व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त की हैं। संगम के पास स्थित लेटे हनुमान मंदिर, अक्षयवट और डिजिटल महाकुंभ सेंटर को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है, ताकि स्नान के बाद भीड़ आसानी से मेला क्षेत्र से बाहर निकल सके।
आज के दिन कल्पवासियों के लिए भी खास है, क्योंकि संगम स्नान के साथ ही उनका एक महीने का कठिन तप और साधना पूरी हो जाएगी। लगभग 10 लाख कल्पवासी स्नान के बाद अपने घरों की ओर लौटेंगे।
अब महाकुंभ में अगला और अंतिम स्नान पर्व 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर होगा। यह दिन भी आस्था और परंपरा के इस महोत्सव का एक अहम अध्याय जोड़ेगा।