कर्नाटक के मैसूर में सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर जमकर बवाल किया। आरोप है कि एक युवक ने राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल और अखिलेश यादव की एडिटेड फोटो शेयर की थी। कहा जा रहा है कि फोटो में अरबी में कुछ शब्द लिखे हुए थे। फोटो सामने आने के बाद सैकड़ों लोगों ने आरोपित की गिरफ़्तारी की मांग करते हुए थाने का घेराव किया और पुलिस पर पत्थरबाजी कर दी। इससे 7 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस घटना के बाद आसपास के इलाकों में भी तनाव का माहौल है।
यह घटना, मैसूर जिले के उदयगिरी थाना क्षेत्र की है। रिपोर्ट्स के अनुसार, विवादित फोटो सोमवार (10 फरवरी, 2025) रात शेयर की गई थी। साथ ही कहा जा रहा है कि बवाल में शामिल लोग मुस्लिम थे। इस फोटो को लेकर बवाल कर रहे लोगों ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने के बाद राहुल गांधी, केजरीवाल और अखिलेश यादव की अर्धनग्न तस्वीर बनाई गई थी। इस तस्वीर में ही एक व्यक्ति उनकी गोद में नमाज पढ़ रहा था। साथ ही इस फोटो में एक महिला को भी दिखाया गया था। बच्चे और महिला के रूप में किसकी फोटो लगाई गई थी। यह अब तक सामने नहीं आया है।
थाने का घेराव कर बवाल कर रहे लोगों ने यह भी दावा किया कि इस फोटो के साथ अरबी में कुछ शब्द लिखे हुए थे, साथ ही राहुल, केजरीवाल और अखिलेश यादव को ‘थ्री इडियट्स’ बताया गया था।
इस मामले में, सहायक पुलिस महानिदेशक (ADGP) आर हितेंद्र ने कहा, “सोशल मीडिया पर एक अपमानजनक बयान शेयर किए जाने के बाद एक समूह ने हिंसा भड़काई। पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया और सुरेश नामक आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद भी लोग आरोपित को उनके हवाले करने की मांग कर रहे थे। लोगों को लग रहा था कि आरोपित को जमानत मिल जाएगी और वह आसानी से सजा से भी बच सकता है।”
उन्होंने आगे कहा, “भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। इस दौरान कुछ लोगों ने पथराव किया, जिससे पुलिस के कुछ वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। कुछ लोगों को चोटें भी आईं, लेकिन कोई भी भर्ती करने लायक नहीं है।”
उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने स्वतः संज्ञान लेकर मामला दर्ज किया है और उपलब्ध वीडियो फुटेज के आधार पर आरोपितों की पहचान की जाएगी। उन्होंने पुलिस वाहनों पर हमला करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी बात कही। साथ ही कहा कि इस पूरी घटना में 7 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। हालांकि किसी को गंभीर चोट नहीं आई हैं।