प्रीती जिंटा ने लगाई कांग्रेस को फटकार, कांग्रेस ने लगाए थे ₹180000000 लोन को लेकर झूठे आरोप

प्रीति जिंटा

बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रीति जिंटा (फोटो साभार: HT)

बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रीति जिंटा पर कांग्रेस ने अपना सोशल मीडिया अकाउंट BJP को देने और उसके बदले में 18 करोड़ का लोन माफ कराने का आरोप लगाया था। इन आरोपों को लेकर प्रीति जिंटा ने फेक न्यूज फैलाने को लेकर कांग्रेस को फटकार लगाई है। साथ ही कहा कि उन्होंने वह लोन 10 साल से भी अधिक पहले चुका दिया था। इसके अलावा लोन से जुड़ी खबर को लेकर प्रीति जिंटा ने ‘पत्रकार’ सुचेता दलाल को भी आड़े हाथों लिया।

दरअसल, ‘द सवेरा टाइम्स’ नामक न्यूज पोर्टल ने अपनी एक खबर में लिखा था, “न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक ने प्रीति जिंटा का ₹18 करोड़ का लोन माफ कर दिया। वहीं बैंक में पैसा जमा करने वाले लोग समस्याओं से जूझ रहे हैं।”

केरल कांग्रेस ने इस खबर का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए एक्स पर लिखा था, “उन्होंने (प्रीति जिंटा ने) अपने सोशल मीडिया अकाउंट भाजपा को दे दिए और 18 करोड़ रुपए माफ करवा लिए और बैंक पिछले हफ्ते डूब गया। पैसा जमा करने वाले लोग अपने पैसों के लिए सड़कों पर हैं।”

इस आरोप के बाद प्रीति जिंटा ने कांग्रेस को जवाब देते हुए एक पोस्ट लिखा। इस पोस्ट में उन्होंने कहा है, “नहीं, मैं अपना सोशल मीडिया अकाउंट खुद ही चलाती हूं। फर्जी खबरों को बढ़ावा देने के लिए आप पर शर्म आती है। किसी ने मेरा कोई भी लोन माफ नहीं किया। मैं हैरान हूं कि एक राजनीतिक पार्टी या उसका प्रतिनिधि मेरे नाम और फोटो का उपयोग करके फर्जी खबरों को बढ़ावा दे रहा है और घिनौनी बातें तथा क्लिक बेट चला रहा है। रिकॉर्ड के लिए, एक लोन लिया गया था और फिर 10 साल से भी पहले उस लोन को पूरी तरह से चुकता कर दिया गया। मुझे उम्मीद है कि अब सब क्लियर हो जाएगा और चीजों को समझने में मदद मिलेगी ताकि भविष्य में कोई गलतफहमी न हो।”

सुचेता दलाल को भी लगाई फटकार:

चूंकि इस पूरे मामले की शुरुआत ‘मनी लाइफ’ नामक न्यूज पोर्टल की एक रिपोर्ट से हुई थी, जिसमें प्रीति जिंटा समेत अन्य लोगों का लोन माफ करने का जिक्र किया गया था। सुचेता दलाल ‘मनी लाइफ’ की एडिटर हैं, ऐसे में प्रीति जिंटा ने लोन माफ करने वाली खबर को लेकर प्रीति जिंटा ने सुचेता दलाल को भी निशाने पर लिया।

प्रीति जिंटा ने एक्स पर लिखा, “सोशल मीडिया और खास तौर पर X के लिए भगवान का शुक्र है। वरना इतना गलत जानकारी चारों तरफ फैल रही है। अपने पूरे करियर में मैंने कई सम्मानित पत्रकारों को देखा है जो ढेर सारी खबरों को पूरी तरह गलत लिखते हैं और फिर कभी उसकी सफाई देने या माफी नहीं मांगते। मैं अदालत भी गई हूं और ऐसे मामलों पर केस लड़ने में बहुत सारा पैसा भी खर्च किया है, ऐसे केस चलते रहते हैं। मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि हम ऐसे पत्रकारों को जिम्मेदार ठहराना शुरू करें ताकि भविष्य में कुछ जवाबदेही तय हो सके।”

उन्होंने आगे लिखा, “मैं अब उन सभी पत्रकारों के नाम लेना शुरू करूंगी जो बिना फॉलोअप या जांच के लेख लिखते हैं। अगर आप मेरी प्रतिष्ठा की कीमत नहीं समझते, तो सॉरी, मैं भी अब आपकी प्रतिष्ठा की परवाह नहीं करूंगी। सुचेता दलाल अगली बार मेरे नाम का जिक्र करने से पहले, प्लीज मुझे कॉल करें और यह पता कर लें कि खबर सच है या नहीं। आपके जैसे ही, मैंने भी सालों तक मेहनत की है और अपनी प्रतिष्ठा बनाई है। अगर आप मेरी परवाह नहीं करतीं तो मुझे भी आपकी परवाह नहीं है। मैं अब बड़ा बनने की कोशिश से थक गई हूं। यहां से यह सब खत्म होता है।”

बता दें कि इससे पहले प्रीति जिंटा ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करने तथा AI चैटबॉट Grok3 से बात को लेकर अनुभव शेयर करने पर ट्रोल होने को लेकर सोशल मीडिया ट्रोल को जवाब दिया था। उन्होंने लिखा था, “सोशल मीडिया पर लोगों को क्या हो गया है? हर कोई इतना निंदक क्यों हो गया है? अगर कोई अपने पहले AI बॉट के साथ चैट की बात करता है, तो लोग मान लेते हैं कि यह पेड प्रमोशन है। अगर आप अपने प्रधानमंत्री की तारीफ करते हैं, तो आप भक्त कहे जाते हैं और भगवान न करे, अगर आप गर्वित हिंदू या भारतीय हैं, तो आप अंध भक्त कहे जाते हैं। चलिए इन सब बातों को वास्तविक रखने की कोशिश करते हैं दोस्तों, लोगों को वैसे ही स्वीकार करें जैसे वे हैं, न कि वैसे जैसा हम सोचते हैं कि उन्हें ऐसा होना चाहिए। शायद हमें सबको एक चिल पिल (शांत रहने की दवा) लेने की जरूरत है और बस एक-दूसरे से बातचीत करके खुश रहना चाहिए। अब मुझसे यह मत पूछना कि मैंने जीन से शादी क्यों की? मैंने उससे शादी की क्योंकि मैं उससे प्यार करती हूं, क्योंकि सरहद पर एक ऐसा शख्स है, जो मेरे लिए अपनी जान दे सकता है। समझे, अगर समझ गए तो समझ गए तो…अच्छा है।”

उल्लेखनीय है कि फरवरी 2025 की शुरुआत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने एक आदेश जारी कर न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक में जमा पैसों को निकालने से रोक लगा दी थी। साथ ही बैंक को किसी भी तरह का नया लोन जारी न करने के लिए भी कहा था। इसके बाद से यह बैंक लगातार चर्चा में रहा है। हालांकि 27 फरवरी, 2025 को एक नया आदेश जारी कर 25000 रुपए तक निकालने की अनुमति दे दी।

Exit mobile version