अमित शाह ने राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को लेकर किया कटाक्ष; बोले- ‘हम आतंकवादी को देखते ही सीधा दो आंखों के बीच में गोली मारते हैं’

कश्मीर मुद्दे को लेकर कांग्रेस पर जमकर बरसे अमित शाह

अमित शाह ने राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' को लेकर किया कटाक्ष

अमित शाह ने राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' को लेकर किया कटाक्ष (Image Source: IANS)

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को राज्यसभा में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर बिना नाम लिए तीखा हमला किया। गृह मंत्रालय से जुड़ी चर्चा के दौरान उन्होंने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ का जिक्र करते हुए राहुल गांधी पर तंज कसा। शाह ने कहा कि कांग्रेस नेता अपनी यात्रा के दौरान कश्मीर में कार्यकर्ताओं के साथ बर्फ की होली खेल रहे थे और यह दावा कर रहे थे कि उन्होंने दूर से एक आतंकवादी देखा। इस पर अमित शाह ने तीखा जवाब देते हुए कहा, “हम आतंकवादी को देखते ही सीधे उसके माथे के बीच में गोली मारते हैं!” उनका यह बयान कांग्रेस की नीतियों और देश की सुरक्षा को लेकर पार्टी के रवैये पर बड़ा सवाल खड़ा करता है।

370 हटने के बाद कश्मीर में विकास

गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कश्मीर का जिक्र करते हुए कहा कि एक समय था जब घाटी में आए दिन पड़ोसी देश के आतंकवादी घुसपैठ कर बम धमाके करते थे। त्योहारों के दौरान भी भय का माहौल बना रहता था, लेकिन तब की सरकार चुप्पी साध लेती थी, बोलने से डरती थी और वोटबैंक की राजनीति में उलझी रहती थी। मगर जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आई है, तब से आतंकवाद के खिलाफ ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ की नीति अपनाई गई है। उरी और पुलवामा हमलों के बाद सिर्फ दस दिन के भीतर हमारी सेना ने पाकिस्तान में घुसकर सर्जिकल और एयर स्ट्राइक कर मुंहतोड़ जवाब दिया। पहले दुनिया में सिर्फ दो ही देश थे जो अपनी सीमाओं और सेना की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तत्पर रहते थे—इज़राइल और अमेरिका। मगर नरेंद्र मोदी ने उस लिस्ट में भारत का नाम जोड़ दिया और वहीं से आतंकवाद के खिलाफ ‘ज़ीरो टॉलरेंस’ की नीति की शुरुआत हुई।

उन्होंने राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बार-बार अनुच्छेद 370 हटाने के फायदे पूछे जाते हैं, लेकिन जवाब उन्हें दिया जाता है, जिनकी नजरें साफ हों। जो काले चश्मे पहनकर, आंखें मूंदकर बैठे हैं, उन्हें विकास दिख ही नहीं सकता। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर तंज कसते हुए शाह ने कहा कि वह कश्मीर तक पैदल यात्रा निकालते हैं, अपने कार्यकर्ताओं के साथ बर्फ की होली खेलते हैं और फिर कहते हैं कि दूर से एक आतंकवादी दिखाई दिया। इस पर उन्होंने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जिनकी नजर में हर जगह आतंकवादी हैं, उन्हें सपनों में भी आतंकी ही दिखेंगे। लेकिन हम जब आतंकवादी देखते हैं, तो सीधा दो आंखों के बीच गोली मारते हैं। हमारी सरकार न आतंकवाद को बर्दाश्त कर सकती है और न ही आतंकवादियों को।

अमित शाह ने कांग्रेस शासन की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि उनके समय में जम्मू-कश्मीर में 33 साल तक सिनेमाघर बंद पड़े थे, लेकिन मोदी सरकार के कार्यकाल में वहां दोबारा सिनेमाघर खुले। ताजिया के जुलूस तक की अनुमति नहीं थी, लेकिन हमारी सरकार ने इसकी इजाजत दी। उन्होंने कहा कि आज हालात बदल चुके हैं। जी-20 सम्मेलन के दौरान दुनियाभर के राजनयिक शांति से जम्मू-कश्मीर गए, वहां की खूबसूरती, खानपान और संस्कृति का आनंद उठाया। एक समय था जब आतंकवादियों का महिमामंडन किया जाता था, उनके जनाजों के बड़े-बड़े जुलूस निकाले जाते थे। मगर अब आतंकवादियों को उनकी औकात दिखा दी गई है। अब हमारे समय में भी आतंकवादी मारे जाते हैं, और ज्यादा मारे जाते हैं, लेकिन किसी के जनाजे का जुलूस नहीं निकाला जाता। जो आतंकवादी जहां मारा जाता है, उसे वहीं दफना दिया जाता है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासन में कश्मीर की तिजोरी खाली थी, लेकिन 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 80,000 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की, जिसमें 63 परियोजनाओं की शुरुआत की गई। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोग खर्च का हिसाब मांगते हैं। अरे भाई, कुछ कम-ज्यादा हुआ होगा, लेकिन हमने कम से कम विकास की हिम्मत तो की। आपके समय में तो खर्च का प्रावधान ही नहीं था। 80,000 करोड़ रुपये के पैकेज में से 51,000 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं और 63 में से 53 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं।

 

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