एक तरफ सनातन संस्कृति, दूसरी तरफ फ़िल्मी गाने: शादियों के जरिए कैसे संदेश दे रहे नेता-कथावाचक?

तेजस्वी सूर्या कुमार शादी

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद तेजस्वी सूर्या, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय और कवि व कथावाचक कुमार विश्वास की बेटी अग्रता शर्मा का विवाह चर्चा में है। एक ओर जहां कार्तिकेय चौहान की शादी में केंद्रीय मंत्री से लेकर स्थानीय विधायक, सांसद और सेलिब्रिटी का जमावड़ा देखने को मिला, वहीं अग्रता शर्मा के वैवाहिक कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, बॉलीवुड, खेल जगत और कई धर्म गुरु शामिल हुए। लेकिन BJP सांसद तेजस्वी सूर्या के विवाह में पारिवारिक सदस्य व कर्नाटक के कुछ गिने-चुने नेता ही शामिल हुए। इतना ही नहीं, तेजस्वी की शादी को मेन स्ट्रीम मीडिया में भी पर्याप्त फुटेज नहीं मिला।

दरअसल, मीडिया का पूरा खेल TRP पर चलता है। मीडिया वही दिखाता है, जिस पर अधिक से अधिक दर्शक जुड़ सकें। इसी तरह सोशल मीडिया का भी हाल है। एक ओर जहां बेटे की शादी में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान बॉलीवुड के गानों पर पत्नी संग नाचते-थिरकते नजर आए। वहीं कार्तिकेय और उनकी पत्नी भी इस दौरान कई गानों पर डांस करते दिखाई दिए। दूसरे शब्दों में कहें तो इस शादी में पाश्चात्य सभ्यता या बॉलीवुड का सीधा प्रभाव नजर आया। चूंकि शादी में गाना-बजाना और डांस चल रहा था, ऐसे में मीडिया ने इस शादी को जमकर दिखाया।

यही हाल कुमार विश्वास की बेटी अग्रता शर्मा की शादी भी का था। जहां दिग्गज नेताओं और धर्मगुरुओं की मौजूद रही। साथ ही मीडिया जगत से लेकर बॉलीवुड के एक्टर्स और सिंगर्स ने भी शादी में शिरकत की। इस दौरान कुमार विश्वास भी ठुमके लगाते नजर आए। साथ ही सेलिब्रिटीज की उपस्थिति ने भी सबका ध्यान आकर्षित किया और सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक में इस शादी की चर्चा रही।

अब बात करें BJP सांसद तेजस्वी सूर्या के विवाह की तो यह पूरा कार्यक्रम वैदिक रीति-रिवाज से संपन्न हुआ। इस दौरान न कहीं बॉलीवुड के गाने बजते दिखाई दिए और ना ही कोई सेलिब्रिटी शामिल हुआ। यहां तक कि तेजस्वी सूर्या और उनकी पत्नी शिवश्री स्कंदप्रसाद दोनों ही पूरे वैवाहिक कार्यक्रम मे पारंपरिक कपड़ों मे नजर आए। वर्तमान समय में देखें तो लगभग हर विवाह में बॉलीवुड गानों से लेकर फूहड़ गानों तक की भरमार होती है और इन गानों में पारिवारिक लोग भी नाचते हुए नजर आते हैं।

हालांकि बॉलीवुड और वेस्टर्न कल्चर से दूर तेजस्वी सूर्या का विवाह पूरी तरह से सनातन संस्कृति और वैदिक रीति-रिवाजों और मंत्रोच्चार के बीच संपन्न हुआ। चूंकि इस शादी में ना तो कोई सेलिब्रिटी शामिल हुआ और ना ही कोई बॉलीवुड का एक्टर या सिंगर ऐसे में सोशल मीडिया और मीडिया में इस विवाह को जगह नहीं मिल और पाई और ना ही इतनी अधिक चर्चा हुई।

ऐसे में सवाल यह है कि क्या फूहड़ गानों पर डांस करने और वेस्टर्न कल्चर के अनुसार शादी करना ही जरूरी है? यदि नहीं तो फिर तेजस्वी सूर्या की शादी को मीडिया द्वारा कवर क्यों नहीं किया गया? साथ ही सवाल यह भी है कि शादी में बॉलीवुड के डांस करने के वीडियो लगातार दिखाकर क्या मीडिया वेस्टर्न कल्चर को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहा है? यदि इसका उत्तर हां है तो फिर इसका मतलब यह है कि यह सब सनातन संस्कृति पर हमला करने और परंपराओं को नष्ट करने का एक तरीका भी हो सकता है।

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