मोहन के बजट में हिंदुत्व की छाप

मध्य प्रदेश बजट

मोहन के बजट में हिंदुत्व की छाप

मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार के बजट में स्पष्ट तौर पर हिंदुत्व की छाप देखने को मिली है। 40.21 लाख करोड़ रुपए के बजट में ‘महाकाल लोक’ की तर्ज पर ‘ओंकारेश्वर लोक’ का निर्माण कराने का ऐलान किया गया है। इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने साल 2028 में आयोजित होने वाले सिंहस्थ के लिए 2005 करोड़ रुपए के बजट का ऐलान किया है। इसके अलावा रामवन गमन पथ की तर्ज पर कृष्ण पाथेय योजना की शुरुआत करने का भी ऐलान किया है। इतना ही नहीं, गौशालाओं को दी जाने वाली राशि को दोगुना करते हुए हिंदुओं को साधने वाला बजट पेश किया है।

मोहन सरकार ने शुरू की सिंहस्थ की तैयारी:

मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार ने अपना दूसरा बजट पेश किया है। इस बजट के जरिए CM मोहन यादव ने सिंहस्थ की अभी से ही तैयारी शुरू कर दी है। चूंकि प्रयागराज में हाल में महाकुंभ का समापन हुआ है। इसके बाद साल 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ का आयोजन होना है। ऐसे में बड़े बजट का ऐलान करते हुए मोहन सरकार ने उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ से बड़ी लकीर खींचने की कोशिश की है।

यह बजट वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने विधानसभा में रखा। अपने बजट भाषण में देवड़ा ने साल 2028 में उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ आयोजन का उल्लेख किया। देवड़ा ने कहा, “सिंहस्थ  महापर्व न केवल मध्यप्रदेश के लिए अपितु संपूर्ण विश्व के लिए प्रतिष्ठित आयोजन है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए इस मद में लगभग 2 हजार 5 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। सिंहस्थ 2028 महापर्व के अवसर पर देश-विदेश से करोड़ों की संख्या में धर्मप्रेमी जनता का, श्रद्धायात्रा पर पधारना संभावित है। आयोजन की विशालता व महत्ता के दृष्टिगत सम्पूर्ण सिंहस्थ क्षेत्र में अधोसंरचना विकास के साथ-साथ श्र‌द्धालुओं के लिए सिंहस्थ को एक अविस्मरणीय अनुभव देने हेतु श्रेष्ठ जन-सुविधाओं की व्यापक व्यवस्था आवश्यक है। इसके साथ ही उज्जैन हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जाएगा।”

राम वन गमन पथ और श्रीकृष्ण पाथेय योजना:

वनवास के दौरान भगवान श्रीराम जिन स्थानों से होकर गुजरे थे, वहां सरकार रामवन गमन पथ बना रही है। इसके लिए सरकार ने 30 करोड़ रुपए का ऐलान किया है। इसी तरह प्रदेश में जहां-जहां भगवान श्रीकृष्ण के चरण पड़े, उन स्थानों को भी तीर्थ के रूप में विकसित करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए मोहन यादव सरकर ने ‘श्रीकृष्ण पाथेय योजना’ के तहत 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इसके अलावा सरकार ने बजट ने गीता भवन में पुस्तकालय, सभागार, साहित्य सामग्री विक्रय केंद्र बनाने के लिए 100 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। इतना ही नहीं, तीर्थ दर्शन योजना के लिए 50 करोड रुपए का प्रावधान रखा गया है। साथ ही, पर्यटन संस्कृति और धर्मस्व क्षेत्र में  विकास के लिए 1610 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है।

गौशालाओं को बड़ी सौगात:

गौशालाओं के संचालन के लिए भी मध्य प्रदेश सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। पहले गौशालाओं को प्रति गाय 20 रुपए की सहायता राशि दी जाती थी, जिसे अब बढ़ाकर 40 रुपए कर दिया गया है। इससे गौशालाओं की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और गायों को बेहतर आहार और देखभाल मिल सकेगी। इस बारे में TFI मीडिया से बात करते हुए गौशाला संचालक रामकुशल पांडेय ने कहा है, “अब तक सरकार द्वारा जो 20 रुपए दिए जा रहे थे, उससे गायों की भरपूर सेवा नहीं हो पा रही थी। कई बार समाज का सहयोग लेना पड़ता तो कई बार खुद से भी पैसे लगाकर गायों की सेवा करते थे। लेकिन अब सरकार ने सेवा राशि दोगुनी कर दी है तो न केवल गायों की अच्छे ढंग से सेवा हो सकेगी, बल्कि गौशाला में गौवंश की बढ़ोतरी करने के लिए चिंता नहीं करनी होगी।”

बजट से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें:

 

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