महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और अजित पवार गुट की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता धनंजय मुंडे ने सरपंच हत्याकांड में उनके करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड के नाम सामने आने और उनकी तस्वीरें व वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि उन्हें मुंडे का इस्तीफा प्राप्त हुआ है और इसे राज्यपाल के पास भेज दिया गया है।
मंत्री धनंजय मुंडे ने मुझे अपना इस्तीफा सौंप दिया है और मैंने इस्तीफा स्वीकार कर लिया है…
(मीडिया से संवाद | विधानभवन, मुंबई | 4-3-2025)#Maharashtra #MaharashtraPolitics pic.twitter.com/knrskUziA2
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) March 4, 2025
दरअसल, सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड को लेकर महाराष्ट्र की महायुति सरकार के मंत्री धनंजय मुंडे विवादों में आ गए थे। एसआईटी की चार्जशीट में उनके करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड को बीड जिले में जबरन वसूली का विरोध करने वाले सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के मास्टरमाइंड के रूप में नामित किया गया था। इस मामले के तूल पकड़ने के बाद मुख्यमंत्री फडणवीस ने मुंडे से इस्तीफा मांगा था। इस फैसले से पहले उन्होंने NCP प्रमुख अजित पवार और पार्टी के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल से भी चर्चा की थी।
सरपंच हत्याकांड का मामला
धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड और उसके छह साथियों को महाराष्ट्र पुलिस ने पिछले साल दिसंबर में मकोका (महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट, 1999) के तहत गिरफ्तार किया था। यह कार्रवाई बीड जिले में सरपंच संतोष देशमुख की हत्या की जांच के दौरान हुई। इस हत्याकांड की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने 1 मार्च को इस मामले में चार्जशीट दाखिल की थी।
3 मार्च को चार्जशीट का एक हिस्सा मीडिया में लीक हो गया, जिसमें वाल्मीक कराड के साथियों द्वारा सरपंच संतोष देशमुख की हत्या की तस्वीरें सामने आईं। इन तस्वीरों के सार्वजनिक होने के बाद मामला तूल पकड़ने लगा। इसे लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने NCP प्रमुख अजित पवार, वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल और महाराष्ट्र NCP अध्यक्ष सुनील तटकरे के साथ बैठक की। SIT की चार्जशीट में कराड के बाद सुदर्शन घुले को इस हत्याकांड का दूसरा आरोपी बताया गया है। घुले बीड और आसपास के इलाकों में पिछले 10 वर्षों से सक्रिय था और पहले से ही उसके खिलाफ 11 आपराधिक मामले दर्ज थे। चार्जशीट में उसे ‘गैंग लीडर’ करार दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार, SIT की रिपोर्ट में वाल्मीक कराड को इस हत्या का मास्टरमाइंड बताया गया है। जांच में सामने आया कि कराड ने बीड में एक रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी के भूमि अधिग्रहण अधिकारी से ₹2 करोड़ की फिरौती मांगी थी। सरपंच संतोष देशमुख ने इसका विरोध किया था, जिसके चलते उनकी हत्या कर दी गई। SIT ने इस मामले में आरोपियों से बरामद फोन कॉल रिकॉर्डिंग और फोरेंसिक लैब से प्रमाणित CCTV फुटेज को सबूत के तौर पर पेश किया है।