हिंसा की आग में जल रहा नागपुर…लेकिन दंगाइयों के बचाव में जुटा लेफ्ट-लिबरल गैंग

नागपुर दंगा

हिंसा की आग में जल रहा नागपुर...लेकिन दंगाइयों के बचाव में जुटा लेफ्ट-लिबरल गैंग

नई दिल्ली: महाराष्ट्र का नागपुर हिंसा की आग में जल रहा है। कई लोग घायल हुए हैं, करोड़ों रुपए का नुकसान हो चुका है। लेकिन शांति कब होगी, इसका पता नहीं। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा है कि दंगाई हजारों की संख्या में आए थे। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने भी माना है कि दंगा पूरी तैयारी के बाद किया गया है। लेकिन लेफ्ट-लिबरल गैंग दंगाइयों को बचाने में जुट गया है।

दरअसल, देश में जब भी कोई घटना होती है, सोशल मीडिया पर एक खास गैंग एक्टिव हो जाता है और आतंक फैलाने वाले लोगों और अपराधियों के लिए पर्दा बनने की कोशिश करता है। नागपुर में हुई हिंसा के बाद भी यह गैंग सामने आया और ‘प्लानिंग’ के तहत ‘काम’ कर रहा है।

रोहिणी सिंह नामक कथित पत्रकार ने एक्स (X) पर पोस्ट कर लिखा, “नागपुर जल रहा है क्योंकि बीजेपी एक कर चुके शासक के इतिहास को हथियार बनाने में कामयाब रही। बधाई महाराष्ट्र। आपने इसी के लिए वोट दिया था।” रोहिणी ने इस पोस्ट में या इसके अलावा किसी अन्य पोस्ट में कहीं भी उस दंगाई भीड़ के बारे में कुछ भी नहीं कहा, बल्कि उसने इसके लिए सीधे तौर पर BJP को दोषी ठहराने की कोशिश की।
रिजवान हैदर नामक यूजर ने लिखा, “छावा फिल्म के निर्माता को आज ठंडक मिल गई होगी। नागपुर दो समुदायों के बीच में आग जो लगवा दी। नागपूर में हिंसा के ज़िम्मेदार सीधे तौर पर विक्की कौशल और छावा फिल्म के निर्माता हैं। जरा सोचिए ये ये कैसे अंधभक्त हैं जो मूवी देखकर मोटिवेट हो रहे हैं?”
मुकेश कुमार नामक यूजर ने लिखा, “नागपुर दंगे के लिए सीधे तौर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ज़िम्मेदार हैं। उन्होंने ही संकेतों में ये कहकर लोगों को भड़काया कि औरंगज़ेब की कब्र को हटा दिया जाना चाहिए। खु़द ऐसा करने में अपनी असमर्थता जताकर उन्होंने अपने समर्थकों से कह दिया कि वे हटा दें। आपको याद होगा कि अटल बिहारी वाजपेयी ने भी बाबरी मस्जिद को हटाने का इसी तरह से इशारा किया था। कल्याण सिंह ने मुख्यमंत्री रहते हुए बाबरी ध्वंस कराया था। देवेंद्र फडणवीस दोनों काम एक साथ करवा रहे हैं।”

सौरभ नामक यूजर ने लिखा, “ये छावा के डायरेक्टर लक्ष्मण उटेरकर हैं इनकी फिल्म ने अबतक 565 करोड़ रुपये कमा लिये हैं…ये और इनके प्रोड्यूसर-एक्टर सब पैसे गिनने में व्यस्त होंगे और हो सकता है कि दूसरी फिल्म की शूटिंग में भी लग गए हों और सच्चा इतिहास कहकर दिखाई फिल्म का असर नागपुर में देखा जा रहा है। शुरू से ही कहा था कि ये स्क्रीन का गुस्सा लोगों में उतारने की कोशिश तो नहीं है।”

सैयदा नामक यूजर ने हिंसा के लिए विक्की कौशल को जिम्मेदार ठहरा दिया।

इसी तरह एक अन्य यूजर ने भी फिल्म छावा को दोषी ठहराने की कोशिश की।

कुल मिलाकर देखें तो इन सभी ने कभी BJP को तो कभी CM देवेन्द्र फडणवीस को तो कभी इस्लामी आक्रांता औरंगजेब की क्रूरता और छत्रपति संभाजी महाराज पर बनी फिल्म छावा को दंगों का कारण बताया। लेकिन एक बार भी दंगाई भीड़ में शामिल कौम विशेष के लोगों को दोषी ठहराने की जहमत नहीं उठाई। इससे यह समझ आता है कि लेफ्ट-लिबरल गैंग सिर्फ और सिर्फ दंगाइयों को बचाने का नरेटिव तैयार करने में लगा हुआ है।
यहां यह समझना जरूरी है कि दिल्ली में दंगा हुआ तो लेफ्ट-लिबरल गैंग BJP नेता कपिल मिश्रा को दोषी बताने में जुट गया था। हरियाणा के नूह में हिंदुओं की जलाभिषेक यात्रा में इस्लामी भीड़ ने हमला किया तो लेफ्ट-लिबरल गैंग सीधे तौर पर पूरा आरोप मोनू मानेसर के सिर पर मढ़ने की कोशिश में जुट गया। वहीं अब नागपुर हिंसा की आग में जल रहा है तो BJP और छावा फिल्म को दोषी बताने की कोशिश की जा रही है। बेहद दिलचस्प बात यह है कि दंगाइयों को बचाने की कोशिश तब हो रही है, जबकि दंगाइयों की भीड़ के तमाम वीडियो सामने आ चुके हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि दंगाइयों को बचाने के लिए लोग किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।
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