भारतीय शेयर बाजार(Share Market) में ऐतिहासिक मंदी का दौर जारी है, और हालात दिन-ब-दिन और भयावह होते जा रहे हैं। सोमवार को रिकवरी की उम्मीदें धराशायी हो गईं, और मंगलवार को बाजार लगातार नौवें दिन गिरावट के साथ बंद हुआ। बाजार खुलते ही सेंसेक्स में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों में घबराहट चरम पर पहुंच गई। इस दौरान मिनटभर में निवेशकों के 1.33 लाख करोड़ रुपये बाजार में स्वाहा हो गए। आईटी सेक्टर को सबसे करारा झटका लगा।
बजाज और अडानी जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयर आजभर चाटते रहे धूल
जिसका अंदेशा था, वही हुआ—भारतीय शेयर बाजार में जारी भूचाल रुकने का नाम नहीं ले रहा। मंगलवार की सुबह बाजार खुलते ही मानो धराशायी हो गया। सेंसेक्स में भारी गिरावट देखी गई, और प्रमुख बेंचमार्क सूचकांक लगातार लुढ़कते रहे। सबसे ज्यादा मार आईटी सेक्टर को झेलनी पड़ी। 4 मार्च को भारतीय शेयर बाजार बुरी तरह चरमरा गया—शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 347.07 अंक गिरकर 72,738.87 पर आ गया, जबकि निफ्टी 109.85 अंक गिरकर 22,009.45 पर पहुंच गया। बाजार खुलते ही महज तीन मिनट में सेंसेक्स में 450 से ज्यादा अंकों की गिरावट दर्ज हुई, जिससे निवेशकों में हड़कंप मच गया। हालात इतने खराब हो गए कि शेयर बाजार बीते 9 महीनों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया।
इस Bloodbath में अडानी और बजाज जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयर भी बुरी तरह पस्त हो गए। बजाज ऑटो का शेयर 4.95% की गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयरों में 4.42% की भारी गिरावट दर्ज की गई। यह सिर्फ एक सामान्य गिरावट नहीं, बल्कि बाजार में गहराते आर्थिक संकट की गहरी चेतावनी है, जहां बड़े निवेशक भी बर्बादी के कगार पर नजर आ रहे हैं।
जानिए, 5 मार्च को बाजार की दिशा कैसी रह सकती है
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि बाजार में गिरावट के साथ शुरुआत होने के बावजूद निफ्टी पूरे दिन मजबूती बनाए रखने में सफल रहा। 22,000 के स्तर पर इसे ठोस सपोर्ट मिला, हालांकि बाजार की समग्र धारणा अभी भी पूरी तरह से सकारात्मक नहीं दिख रही है। फिलहाल, 21,800-22,000 का दायरा निफ्टी के लिए अहम सपोर्ट बना हुआ है। अल्पकालिक आधार पर बाजार में रिकवरी की संभावना बनी हुई है, लेकिन यदि निफ्टी 21,800 के नीचे फिसलता है, तो गिरावट और गहरा सकती है।
आज के कारोबार में मीडिया और पीएसयू बैंक इंडेक्स सबसे ज्यादा चमके, जबकि ऑटो सेक्टर को सबसे ज्यादा झटका लगा, उसके बाद आईटी सेक्टर पर भी दबाव बना रहा। निफ्टी के लिए 22,000 का स्तर मजबूत सपोर्ट बना हुआ है, जबकि 22,260 का स्तर अहम प्रतिरोध के रूप में दिख रहा है। इस बीच, मिडकैप और स्मॉलकैप सेगमेंट में बने बुलिश एंगुलफिंग कैंडलस्टिक पैटर्न यह संकेत दे रहे हैं कि बाजार का रुख बदल सकता है और तेजी की वापसी संभव है।