टॉप 10 कैलकुलेटर सरकारी इन्वेस्टमेंट के लिए

कुछ लोग हमेशा पैसों की तंगी से जूझते हैं, जबकि कुछ बेफिक्र ज़िंदगी जीते हैं। यह सब सही इंकम, खर्च, इन्वेस्टमेंट और सेविंग्स यानी फाइनेंशियल प्लानिंग का खेल है। फाइनेंशियल प्लानिंग का मतलब है पैसों को सही तरीके से मैनेज करना ताकि लक्ष्यों को आसानी से हासिल किया जा सके। आइए समझते हैं इन्वेस्टमेंट की ज़रूरत और सरकारी योजनाओं में सही इन्वेस्टमेंट कैसे कैलकुलेट करें।

सरकारी योजनाओं में इन्वेस्टमेंट करना क्यों जरूरी है?

गवर्नमेंट स्कीम्स में इन्वेस्ट करना सुरक्षित और फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें सरकार की गारंटी होती है। यह पैसा न सिर्फ सुरक्षित रहता है, बल्कि लंबे समय तक अच्छा रिटर्न भी देता है। आइए इसकी ज़रूरत को समझते हैं –

पैसों की सुरक्षा- सरकार द्वारा चलाए जाने की वजह से सरकारी योजनाएं पूरी तरह सुरक्षित होती हैं। इनमें प्राइवेट कम्पनी की तरह रिस्क नहीं होता।

सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न– सरकारी योजनाओं में जोखिम कम होता है और रिटर्न गारंटीड होता है।।

टैक्स बेनिफिट्स- कई सरकारी योजनाएं जैसे PPF और NPS में निवेश करने पर आपको टैक्स में छूट मिलती है।

आसान और सुविधाजनक-सरकारी योजनाओं में निवेश करना बहुत आसान है। इनमें ज्यादा झंझट नहीं होती है।  आप इन्हें ऑनलाइन या अपने नजदीकी बैंक और पोस्ट ऑफिस में जाकर आसानी से शुरू कर सकते हैं।

लॉन्ग टर्म बेनेफिट- ये योजनाएं लंबे समय के लिए फायदेमंद होती हैं। PPF (Public Provident Fund) और NPS (National Pension Scheme) जैसी योजनाएं आपके रिटायरमेंट में काफ़ी मददगार साबित होती है।

फाइनेंशियल प्लानिंग आसान बनाते हैं ऑनलाइन कैलकुलेटर्स

ऑनलाइन कैलकुलेटर्स आपके इन्वेस्टमेंट की संभावित फायदों, मिलने वाले इंटरेस्ट, और मैच्योरिटी राशि का सटीक अनुमान लगाने में मदद करते हैं। आइए इसके फायदे जानते हैं।

  1. तेज़ और आसान कैलकुलेशन- मैन्युअल गलतियों से बचते हुए कुछ सेकंड में सही रिजल्ट मिलता है, साथ ही आप इंटरेस्ट रेट, अमाउंट और टाइम बदलकर बेहतर प्लानिंग कर सकते हैं।
  2. लोन और EMI मैनेजमेंट- होम या कार लोन की EMI और कुल भुगतान की अवधि आसानी से पता चलती है, जिससे इनकम और खर्चों के अनुसार बेहतर प्लानिंग हो सकती है।
  3. Recurring Deposit और Fixed Deposit कैलकुलेटर्स – ये आज भी पसंदीदा सेविंग ऑप्शन हैं। बदलते इंटरेस्ट रेट जानकर सही समय पर इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं और अपनी अमाउंट डालकर संभावित रिटर्न देख सकते हैं।
  4. टैक्स सेविंग प्लानिंग – टैक्स कैलकुलेटर्स से पहले ही पता चलता है कि कितनी बचत होगी और किन स्कीम्स में इन्वेस्टमेंट फायदेमंद रहेगा, जिससे फाइनेंशियल प्लानिंग आसान होती है।
  5. रिटायरमेंट कैलकुलेटर्स – ये बताते हैं कि अभी इन्वेस्टमेंट करने पर रिटायरमेंट के बाद कितनी इनकम मिलेगी। यह खासकर उन लोगों के लिए जरूरी है जिन्हें पेंशन नहीं मिलती, जिससे फ्यूचर सिक्योरिटी की बेहतर प्लानिंग हो सके।

सरकारी योजनाओं में इन्वेस्टमेंट के लिए टॉप 3 कैलकुलेटर्स

ऑनलाइन कैलकुलेटर्स का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इन्हें कभी भी इस्तेमाल किया जा सकता है। सरकारी योजनाओं में इन्वेस्ट करने वालों के लिए ये इनकम के अनुसार सही इन्वेस्टमेंट में मदद करते हैं।

1. KVP (किसान विकास पत्र) कैलकुलेटर

2. APY (अटल पेंशन योजना) कैलकुलेटर

3. SSY (सुकन्या समृद्धि योजना) कैलकुलेटर:

10 बेस्ट गवर्नमेंट इन्वेस्टमेंट प्लांस:

अगर आप सुरक्षित और भरोसेमंद इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं, तो सरकार की ये योजनाएं आपके लिए बढ़िया ऑप्शन हो सकती हैं। इन्वेस्ट करने से पहले ऑफ़िशियल वेबसाईट पर अपडेटेड  रेट और नियम ज़रूर देखें।

इन्वेस्टमेंट प्लान ब्याज दर लॉक-इन पीरियड न्यूनतम इन्वेस्टमेंट अधिकतम निवेश
अटल पेंशन योजना (APY) बदलने वाला आयु 60 तक ₹42/month 5000/month
पोस्ट ऑफिस मासिक आय स्कीम (POMIS) 7.4% (अप्रैल 2024 तक) 5 वर्ष ₹ 1,000 ₹9 लाख (एकल), ₹15 लाख (संयुक्त)
किसान विकास पत्र (KVP) 7.5% (अप्रैल 2024 तक) 113 महीने ₹ 1,000 कोई अधिकतम सीमा नहीं
नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) मार्केट-लिंक्ड रिटायरमेंट तक (60 वर्ष) ₹ 500 (टियर 1) और

₹1,000 (टियर 2)

कोई अधिकतम सीमा नहीं
राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) 7.7% (अप्रैल 2024 तक) 5 वर्ष ₹ 100 कोई अधिकतम सीमा नहीं
सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) 7.1% (अप्रैल 2024 तक) 15 वर्ष ₹500 प्रति वर्ष ₹1.5 लाख प्रति फाइनेंशियल वर्ष
वरिष्ठ नागरिक बचत प्लान (SCSS) 7.4% (अप्रैल 2024 तक) 5 वर्ष ₹ 1,000 ₹30 लाख
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) 8.2% (अप्रैल 2024 तक) अकाउंट खोलने की तिथि से 21 वर्ष ₹ 250 ₹1.5 लाख प्रति फाइनेंशियल वर्ष
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (SGB) 2.5% प्रति वर्ष 8 वर्ष एक ग्राम सोना 500 ग्राम प्रति व्यक्ति प्रति वित्तीय वर्ष
प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) 4% कोई लॉक-इन पीरियड नहीं ज़ीरो बैलेंस अकाउंट कोई अधिकतम सीमा नहीं

 

 

ऑनलाइन कैलकुलेटर्स इस्तेमाल करते समय ध्यान देने वाली बातें

ऑनलाइन कैलकुलेटर्स का इस्तेमाल बेहद आसान है। लेकिन इसमें ऐसी कई बातें होती है जिन्हें हम नजर अंदाज कर देते है। ऐसे में आपको सही जानकारी मिलने में मुश्किल हो जाती है। इन बातों का ज़रूर ध्यान रखें।

  1. सही जानकारी डालें – आप कितना इन्वेस्ट कर रहे है, आपकी उम्र और टाइम पीरीअड, इसकी जानकारी को डबल चेक ज़रूर करें। एक नंबर की गलती आपको गलत रिजल्ट दे सकती है।
  2. स्कीम की डिटेल्स पढ़ें – कैलकुलेटर आपको सिर्फ रिटर्न या EMI बताता है। इनवेस्टमेंट से पहले स्कीम की पूरी जानकारी लेना बेहद ज़रूरी। स्कीम के सभी नियम ज़रूर पढ़ें।
  3. इंटरेस्ट रेट चेक करें –  कुछ कैलकुलेटर्स में इंटेरेस्ट रेट अपडेटेड होता है लेकिन कुछ में आपको खुद ही डालना पड़ता है। ऐसे में ऑफिशियल साइट से अपडेटेड इंटेरेस्ट रेट ज़रूर चेक करें क्योंकि ये बदलते रहते है।
  4. टैक्स बेनेफिट देखें – हर स्कीम में टैक्स बेनेफिट नहीं मिलता है। साथ ही कुछ पर टैक्स लागू हो जाता है। ऐसे में ध्यान से पढ़कर ही इन्वेस्ट करें।
  5. भरोसेमंद कैलकुलेटर्स से चेक करें –  हमेशा भरोसेमंद वेबसाइट का चूनाव करें साथ ही अलग अलग कैलकुलेटर्स से तुलना करके देखें।
  6. रिटायरमेंट या लॉन्ग-टर्म प्लानिंग– समय के साथ बढ़ते खर्चों और ज़रूरतों को देखते हुए ही लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट पर विचार करें।
  7. सिर्फ कैलकुलेटर पर निर्भर ना रहें – एक्सपर्ट से सलाह लेना सही होता है क्योंकि कैलकुलेटर आपको बस एक अनुमान देता है।

निष्कर्ष

ऑनलाइन कैलकुलेटर्स फाइनेंशियल प्लानिंग को तेज़ और आसान बनाते हैं, तुरंत सही जानकारी देते हैं और सही इन्वेस्टमेंट में मदद करते हैं। बार-बार इस्तेमाल से मार्केट उतार-चढ़ाव समझने में भी मदद मिलती है। लेकिन याद रखें, ये सिर्फ टूल्स हैं—सही प्लेटफॉर्म से पूरी जानकारी लेकर ही निवेश करें। फाइनेंशियल प्लानिंग हर किसी के लिए ज़रूरी है, आज ही सही कदम उठाएं!

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