मोहम्मद शमी की बहन-जीजा मजदूर, मनरेगा से पूरे परिवार ने ली लाखों की मजदूरी; इंजीनियर-वकील सब शामिल

मोहम्मद शमी बहन जीजा मनरेगा मजदूर

मोहम्मद शमी की बहन-जीजा मजदूर, मनरेगा से ली लाखों की मजदूरी

उत्तर प्रदेश के अमरोहा में मनरेगा योजना में बड़ा घोटाला सामने आया है। करोड़पति ग्राम प्रधान ने अपने परिवार के कई सदस्यों, जानने वालों और चहेतों को मजदूर बना दिया। इसके बाद इन लोगों के खाते में मजदूरी का पैसा गया और निकाला भी गया। इसमें बड़ा नाम मोहम्मद शमी की बहन शबीना और जीजा गजनबी का है।

शबीना की सास ही ग्राम प्रधान है। पूरा फर्जीवाड़ा उसके इशारों पर ही हुआ है। इस घोटाले में डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहे छात्रों से लेकर इंजीनियर और वकीलों को भी मजदूर बनाकर पैसा दिया गया।

यह भी पढ़ें: मोहम्मद शमी की बेटी ने खेली होली तो इस्लामी कट्टरपंथियों ने दी गालियां

मामला अमरोहा जिले का पलौला गांव का है। इस गांव में मनरेगा योजना के तहत 657 जॉब कार्ड जिसे आम भाषा में मजदूर कार्ड भी कहा जाता है। इस लिस्ट में शबीना और उसके शौहर गजनबी का भी नाम है। शबीना क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन और मौजूदा प्रधान गुले आइशा की बहू है।

भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, शबीना का रजिस्ट्रेशन मनरेगा योजना में 4 जनवरी, 2021 को हुआ था। वहीं, उसने 21 मार्च, 2022 से लेकर 23 जुलाई, 2024 तक मनरेगा में 374 दिन मजदूरी की है। इसके बदले शबीना के SBI बैंक अकाउंट में करीब 70 हजार रुपए भेजे गए हैं।

इसके अलावा, शबीना के शौहर गजनबी का नाम भी मनरेगा की मजदूरी सूची में है। रिकॉर्ड के अनुसार गजनबी ने साल 2021 से 2024 तक करीब 300 दिन मजदूरी की। इस काम के बदले उसके खाते में करीब 66 हजार रुपए भेजे गए।

MBBS का छात्र और वकील भी मजदूर:

ग्राम प्रधान गुले आइशा का एक बेटा आमिर सुहैल MBBS का छात्र है यानी डॉक्टरी की पढ़ाई कर रहा है। वहीं, दूसरा बेटा शेखू वकील है और दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में वकील है। ग्राम प्रधान गुले आइशा ने इन दोनों बेटों को भी मनरेगा योजना के तहत मजदूर बना दिया। इतना ही नहीं सुहैल को 2021 से 2024 तक 284 दिन मजदूरी करने के नाम पर 61 रुपए दिए गए हैं। वहीं, शेखू को 290 दिन मजदूरी करने के बदले करीब 65 हजार रुपए दिए गए।

इतना ही नहीं, गुले आइशा ने अपनी बेटी नेहा को मजदूर दिखाते हुए उसके खाते में भी पैसे ट्रांसफर किए हैं। नेहा का निकाह साल 2019 में हो चुका है। साल 2022 से 2024 तक इसके खाते में भी मनरेगा का पैसा भेजा गया है। इसके अलावा इस लिस्ट में प्रधान पति शकील के भाई शहजर और ठेकेदार जुल्फिकार व उसके इंजीनियर बेटे अजीम का भी नाम है।

भास्कर ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि उसके पत्रकारों ने जब मोहम्मद शमी के जीजा गजनबी से इस बारे में बात की तो उसने कई बड़े नेताओं और महेंद्र सिंह धोनी समेत कई प्लेयर्स के साथ अपनी फ़ोटो के जरिए धौंस दिखाने की कोशिश की थी। लेकिन इस पर जब पत्रकार नहीं डरे तो उसने कई तरह के प्रलोभन देने की कोशिश करते कहा कि यह खबर न छापी जाए।

Exit mobile version