पूरे शरीर में सोना लपेटकर लाती थी हीरोइन, साल में 30 बार मारी दुबई की ट्रिप…जानिए कैसा चल रहा था तस्करी और करोड़ों का खेल

रान्या राव सोना तस्करी कर्नाटक DGP

सोने की तस्करी करते पकड़ी गई अभिनेत्री रान्या राव (फ़ाइल फोटोज)

साउथ की मशहूर एक्ट्रेस रान्या राव को सोने की तस्करी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ़्तारी के बाद से रान्या राव ने पुलिस पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। वहीं, जांच में बेहद चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं। इस मामले में नया खुलासा यह है कि रान्या राव कपड़ों के अंदर टेप लगाकर जांघों और कमर में सोना चिपकाकर तस्करी करती थी। साथ ही इसके लिए खास तरह से तैयार जैकेट पहनती थी। इसके अलावा यह भी सामने आया है कि रान्या बीते एक साल में 30 बार दुबई गई थी। इस दौरान हर बार तस्करी के लिए उसे 15  लाख रुपए तक मिलते थे। वहीं रिपोर्ट में दावा किया गया है कि रान्या राव का कहना है कि ब्लैकमेल कर उसे तस्करी के लिए मजबूर किया गया था।

रान्या राव को राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) के अधिकारियों ने सोमवार (3 मर्च, 2025) को 14.80 किलोग्राम सोने के साथ बेंलगुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था। इसके बाद कोर्ट ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। रान्या के पिता रामचंद्र राव कर्नाटक राज्य पुलिस आवास निगम में पुलिस महानिदेशक यानी DGP हैं।

गिरफ्तारी के बाद राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने रान्या राव के बेंगलुरु स्थित फ्लैट में भी छापेमारी की थी। इस दौरान DRI ने फ्लैट से ₹2.10 करोड़ के डिजाइनर ज्वैलरी और ₹2.70 करोड़ नकदी बरामद की थी। इस तरह से अब तक रान्या राव के पास से जांच एजेंसियां 17 करोड़ रुपए से अधिक की ज्वैलरी और नकदी बरामद कर चुकी हैं। चूंकि तस्करी बड़े पैमाने पर हो रही थी, ऐसे में जांच एजेंसियां इस मामले में हर एंगल से जांच कर रही हैं। साथ ही पूछताछ कर इसमें शामिल लोगों को पता लगाने की भी कोशिश हो रही है।

रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि रान्या राव सोना तस्करी करने के लिए हर एक किलो सोने पर 1 लाख रुपए लेती थी। इस बार वह 14 किलो सोने के साथ पकड़ी गई है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि यदि वह हर बार 12-15 किलो सोना लाती थी तो इस हिसाब से उसे हर ट्रिप पर 12-15 लाख की कमाई होती थी। वहीं सूत्रों का यह भी कहना है कि पुलिस पूछताछ में रान्या ने दावा किया है कि वह यह सब पैसों के लिए नहीं बल्कि डर की वजह से करती थी, उसने पुलिस से कहा है कि तस्करी करने के लिए उसे लगातार ब्लैकमेल किया जा रहा था। इसलिए वह मजबूरन यह सब कर रही थी।

रान्या के पिता DGP रामचंद्र राव ने मीडिया से बात करते हुए कहा है, “रान्या की शादी 4 महीने पहले हुई थी और तब से वह हमसे मिलने नहीं आई। हमें उसके या उसके पति के व्यापारिक लेन-देन के बारे में पता नहीं है। यह हमारे लिए बहुत बड़ा सदमा और निराशा की बात है। कानून अपना काम कर रहा है।”

एक कॉन्स्टेबल भी पकड़ा गया

इस मामले में एक बड़ा खुलासा यह भी है कि बीते कुछ समय से रान्या राव लगातार विदेश यात्राएं कर रही थी। इसमें सबसे अधिक दुबई की यात्राएं थीं। बिना किसी व्यापारिक या पारिवारिक संबंध के बाद बार-बार दुबई जाने के चलते वह जांच एजेंसियों के निशाने पर आ गई थी। बड़ी बात यह है कि बीते एक साल में रान्या राव 30 बार दुबई जा चुकी थी। वहीं, बीते 15 दिनों में 4 बार दुबई का ट्रिप किया था। ऐसे में एजेंसियों का संदेह बढ़ता जा रहा था।

इस बीच जब 3 मार्च को वह दुबई से भारत आई तो DRI ने उसकी कड़ाई से तलाशी ली, इस दौरान उसके पास से 17 करोड़ से अधिक कीमत का 14.80 किलोग्राम सोना बरामद हुआ था। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। गिरफ़्तारी से पहले हर बार की तरह रान्या राव ने कर्नाटक पुलिस को फोन कर एस्कॉर्ट की मांग की थी। इस एस्कॉर्ट के जरिए ही वह हर बार बच जाती थी। चूंकि रान्या के पिता DGP हैं, ऐसे में खुद रान्या तो कभी एस्कॉर्ट में शामिल पुलिसकर्मी उसके पिता के DGP होने की बात कह देते थे। इससे वह जाती थी।

बेंगलुरु एयरपोर्ट पर तैनात कान्स्टेबल बसवराज ने इस बार भी रान्या की मदद की थी। कहा जा रहा है कि जब  DRI केअधिकारियों ने रान्या राव की जांच करनी चाही तो बसवराज ने उन्हें रोक दिया था और कहा था, “तुम्हें पता है ये कौन हैं? ये डीजीपी रामचंद्र राव की बेटी हैं।” हालांकि इसके बाद भी DRI के अधिकारियों ने रान्या राव की तलाश ली और इस मामले का खुलासा किया। अब पुलिस बसवराज को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

 

 

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