ईसाई पादरियों द्वारा महिलाओं और नाबालिग बच्चियों का यौन शोषण जैसे घिनौने अपराधों के नए-नए मामले लगातार सामने आ रहे हैं। कुछ ही दिन पहले की बात है जब पंजाब की एक अदालत ने ईसाई पादरी बजिंदर सिंह को रेप के एक मामले में उम्र कैद की सज़ा सुनाई गई थी। इसके कुछ ही दिन बीते कि पंजाब के गुरदासपुर के पादरी जशन गिल पर 22 साल की लड़की से बलात्कार करने और उसे गर्भपात के लिए मजबूर करने का आरोप लगा। जिस लड़की का गर्भपात कराया गया बाद में उसकी मौत भी हो गई। अब देश के दक्षिण में स्थित तमिलनाडु से पादरी के कुकृत्य का एक और मामला सामने आया है। तमिलनाडु के कोयंबटूर के किंग्स जनरेशन चर्च के पादरी डी जॉन जेबराज के खिलाफ दो नाबालिग लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने को लेकर केस दर्ज किया गया है।
37 वर्षीय जेबराज कोयंबटूर शहर के क्रॉस कट रोड पर स्थित किंग्स जेनरेशन चर्च का पादरी है और उस पर 21 मई 2024 को कोयंबटूर शहर के जीएन मिल्स क्षेत्र में अपने घर पर दो नाबालिग लड़कियों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है। पीड़ित लड़कियों में से एक की उम्र 17 वर्ष थी और दूसरी की 14 वर्ष थी। 17 वर्षीय बच्ची अनाथ थी और उसे पादरी के ससुर ने गोद लिया था। 21 मई 2004 को जेबराज ने अपने घर पर एक पार्टी की आयोजन किया। इस पार्टी में उसने ससुर द्वारा गोद ली हुई नाबालिग लड़की व पड़ोस की 14 वर्षीय एक अन्य लड़की के साथ दुर्व्यवहार किया था। पादरी ने बच्चियों को धमकी भी दी थी कि अगर उन्होंने किसी को भी इस घटना के बारे में बताया तो वह उन्हें जान से मार देगा। कुछ दिनों पहले 14 वर्षीय पीड़ित लड़की ने अपने परिवार को इस घटना की जानकारी दी जिसके बाद उसके परिवार के सदस्यों ने यौन उत्पीड़न के बारे में पुलिस को शिकायत दी थी।
पादरी जॉन जेबराज के खिलाफ पुलिस ने यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम की धारा 9(एल), 9(एम) (गंभीर यौन उत्पीड़न) और धारा 10 (गंभीर यौन उत्पीड़न के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया। शिकायत के बाद पादरी फरार हो गया है और उसे पकड़ने के लिए पुलिस ने एक विशेष टीम भी गठित कर दी है। एक गंभीर बात यह भी है कि जहां एक ओर पुलिस का कहना है कि पादरी 21 मार्च से लापता है तो वहीं उसका आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट से 31 मार्च को चेन्नई में होने वाली एक प्रार्थना सभा के प्रचार के लिए पोस्टर पोस्ट किया गया है।