असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने एक बार फिर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई की पत्नी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सीएम हिमंता ने अपने ‘X’ अकाउंट पर पोस्ट करते हुए दावा किया कि गोगोई की पत्नी भारत में रहते हुए पाकिस्तान स्थित एक एनजीओ से वेतन ले रही हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि गोगोई की पत्नी और बच्चे भारतीय नागरिक नहीं हैं। अपनी पोस्ट में सरमा ने गौरव गोगोई से यह सीधा सवाल भी किया कि क्या वह हाल ही में 15 दिनों के लिए पाकिस्तान की यात्रा पर गए थे?
गौरव गोगोई ने भी मुख्यमंत्री के इन आरोपों पर तुरंत पलटवार किया। उन्होंने पूछा कि अगर उनके या उनकी पत्नी के खिलाफ दुश्मन देश का एजेंट होने का कोई भी आरोप साबित नहीं होता, तो क्या हिमंता बिस्वा सरमा अपने पद से इस्तीफा देंगे? साथ ही उन्होंने यह भी चुनौती दी कि क्या मुख्यमंत्री अपनी पत्नी और बच्चों से जुड़े सवालों का सामना करने के लिए तैयार हैं?
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने गोगोई के पलटवार का जवाब देते हुए कहा कि वह, उनकी पत्नी और उनका पूरा परिवार भारतीय नागरिक हैं। उन्होंने साफ कहा कि न तो वह कभी पाकिस्तान गए हैं और न ही पाकिस्तान से वेतन लेने का कभी विचार कर सकते हैं। उन्होंने आगे घोषणा की कि 10 सितंबर 2025 तक गौरव गोगोई और उनके कथित पाकिस्तान कनेक्शन से जुड़े सबूत सार्वजनिक कर दिए जाएंगे।
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Questions for the Hon’ble Member of Parliament from the Congress Party:
1.Did you visit Pakistan for a continuous period of 15 days? If so, could you kindly clarify the purpose of your visit?https://t.co/a83u47Zq6L it true that your wife continues to receive a salary from a…— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 27, 2025
ISI और जॉर्ज सोरोस से जुड़े NGO के तार
यह पहला मौका नहीं है जब असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई पर गंभीर आरोप लगाए हों। इससे पहले फरवरी में भी सीएम हिमंता ने गोगोई पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और जॉर्ज सोरोस से जुड़े एनजीओ के साथ संबंध होने के आरोप लगाए थे।
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में उपनेता प्रतिपक्ष गौरव गोगोई पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने लगातार सवाल खड़े किए हैं। भाजपा का आरोप है कि गोगोई की पत्नी, एलिजाबेथ कोलबर्न, का संबंध पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े संगठनों से रहा है। इसके साथ ही गौरव गोगोई के एनजीओ पर भी जॉर्ज सोरोस और अन्य डीप स्टेट से फंडिंग लेने के आरोप लगे हैं। खासतौर पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा इस मुद्दे पर कांग्रेस और गौरव भाटिया गोगोई पर आक्रामक नजर आए थे । उन्होंने दावा किया कि गोगोई की पत्नी, एलिजाबेथ कोलबर्न, जलवायु विकास पर काम करने वाले संस्थान CDKN से जुड़ी रही हैं। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने अपना अधिकांश समय पाकिस्तान में बिताया।
यहां यह जानना भी जरूरी है कि CDKN, स्थानीय पर्यावरण पहलों के लिए काम करने वाली संस्था ICLEI का पार्टनर है। दिलचस्प बात यह है कि ICLEI को जॉर्ज सोरोस के ओपन सोसाइटी फाउंडेशन से 2.1 मिलियन डॉलर यानी लगभग 18 करोड़ 23 लाख 33 हजार रुपये की फंडिंग मिली है। इन सब तथ्यों के चलते बीजेपी नेतृत्व, विशेषकर हिमंता बिस्वा सरमा, कांग्रेस और गोगोई पर देश विरोधी तत्वों से जुड़े होने के आरोपों के साथ लगातार हमला बोल रहे हैं।
कैसे शुरू हुई थी बहस
दरअसल, असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा और कांग्रेस नेता गौरव गोगोई के बीच यह विवाद असम में अवैध कोयला खनन की जांच को लेकर हुआ। गौरव गोगोई ने आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने असम में अवैध कोयला कारोबार का पर्दाफाश किया है, जिसमें 1.58 करोड़ रुपए नकद बरामद हुए हैं और फर्जी बिलिंग के मामले सामने आए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि असम में रोजाना 1200 टन अवैध कोयला निकाला जा रहा है, जो मुख्यमंत्री के सामने हो रहा है, जबकि मुख्यमंत्री इस प्रकार के अवैध खनन के आरोपों से लगातार इनकार करते रहे हैं।
इस पर हिमंता बिस्वा सरमा ने तीखा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि एक तरफ राहुल गांधी और उनका पूरा खेमा ED को राजनीतिक टूल बताकर उसकी निंदा कर रहा है, वहीं दूसरी तरफ उनका खुद का डिप्टी लीडर वही एजेंसी सराह रहा है। यह दोहरा रवैया कांग्रेस के अंदर पाखंड और भ्रम को स्पष्ट रूप से दिखाता है।