प्रियांश आर्य: टीचर का बेटा जो बन गया IPL का नया स्टार

प्रियांश ने 39 गेंदों में अपना शतक पूरा किया जो IPL में संयुक्त रूप से चौथा सबसे तेज़ शतक था।

प्रियांश आर्य (चित्र: X/@PunjabKingsIPL)

प्रियांश आर्य (चित्र: X/@PunjabKingsIPL)

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की ट्राफी पर एक श्लोक लिखा है ‘यत्र प्रतिभा अवसरं प्राप्नोति’ जिसका मतलब होता है ‘जहां प्रतिभा को अवसर प्राप्त होता है’। IPL में नए-नए टैलेंट आते हैं और छा जाते हैं। हर सीज़न में ऐसे युवा खिलाड़ियों को चर्चा होती है जो आए और IPL के फलक पर छा गए। ऐसे ही नाम सामने आया है प्रियांश आर्य का। पंजाब किंग्स (PBKS) के युवा बल्लेबाज़ प्रियांश आर्य अपनी आतिशी पारी के बाद चर्चाओं के केंद्र में आ गए हैं। बीते मंगलवार को पंजाब किंग्स और चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के मैच के दौरान प्रियांश ने 42 गेदों पर 103 रनों की पारी खेली जिसके दम पर PBKS ने CSK को 18 रनों से हरा दिया। अपनी पारी में प्रियांश ने 7 चौके और 9 छक्के लगाए। एक छोर से PBKS के विकेट गिरते रहे तो दूसरी छोर से प्रियांश चौके-छक्कों की बारिश करते रहे।

प्रियांश ने 39 गेंदों में अपना शतक पूरा किया जो IPL में संयुक्त रूप से चौथा सबसे तेज़ शतक था। IPL में अब तक प्रियांश से तेज़ शतक क्रिस गेल (30 गेंद), युसूफ पठान (37 गेंद) और डेविड मिलर (38 गेंद) ने ही जड़ा है। इसके अलावा ट्रैविस हेड भी 39 गेंदों में शतक जड़ चुके हैं। हालांकि, प्रियांश सबसे तेज़ शतक लगाने वाले अनकैप्ड प्लेयर बन गए हैं। यह चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ जड़ा गया अब तक का सबसे तेज़ शतक भी था।

पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के दौरान PBKS के कप्तान श्रेयस अय्यर ने प्रियांश की पारी को IPL की सर्वश्रेष्ठ पारियों में एक बताया है। वहीं, चेन्नई के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ ने भी प्रियांश की पारी की तारीफ की है। इस आतिशी और मैच जिताऊ पारी के लिए प्रियांश को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का अवॉर्ड भी दिया गया। प्रियांश अपनी पारी से खुश थे लेकिन संतुष्ट नहीं। प्रियांश ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं लेकिन मुझे लगता है कि मुझे टीम के लिए और अधिक योगदान देना चाहिए था।” उनका कहना है कि वह इस पारी को भूल जाएंगे और उनका लक्ष्य माइलस्टोन नहीं बल्कि इम्पैक्ट वाली पारियां खेलना है। उन्होंने कहा, “मैंने सोचा था कि जो गेंद मेरे स्लॉट में होगी, मैं उस पर प्रहार करूंगा। ऐसा नहीं है कि सिंगल लेने जाऊं, अगर विकेट गिर रही हैं तो भी मैं खुद को बैक करूंगा।”

30 लाख बेस प्राइज़ 3.8 करोड़ तक पहुंची बोली

जेद्दा के अबादी अल जोहर एरिना में पिछले साल IPL की मैगा ऑक्शन के दौरान प्रियांश आर्य को PBKS ने 3.8 करोड़ रुपए में खरीदा था। बांए हाथ के बल्लेबाज़ प्रियांश का बेस प्राइज़ 30 लाख रुपए थे और नीलामी की बोली करीब 13 गुना ऊपर पहुंच गई। प्रियांश को खरीदने के लिए पंजाब किंग्स के अलावा दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच भी होड़ मची थी लेकिन अंत में PBKS ने बाज़ी मार ली।

जब 6 गेंदों में जड़े 6 छक्के

प्रियांश आर्य पिछले साल दिल्ली प्रीमियर लीग के एक मैच में 6 गेंदों पर लगातार 6 छक्के लगाकर चर्चा में आए थे। प्रियांश ने साउथ दिल्ली सुपरस्टार के लिए खेलते हुए नॉर्थ दिल्ली स्ट्राइकर्स के खिलाफ मैच के 12वें ओवर में स्पिनर मनन भारद्वाज को एक ओवर में छह छक्के लगाए थे। इस मैच में प्रियांश ने 50 गेंदों पर 120 रनों की पारी खेली थी और उनकी टीम ने 20 ओवरों में 5 विकेट खोकर 308 रन बनाए थे। इस लीग में प्रियांश आर्य ने 10 पारियों में 67.56 की औसत से 608 रन बनाए और उन्होंने कुल 43 छक्के जड़े थे। 2024-25 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी प्रियांश दिल्ली के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे उन्होंने 176.63 की स्ट्राइक रेट से 9 पारियों में 325 रन बनाए थे

टीचर हैं प्रियांश के माता-पिता

प्रियांश आर्य ने गौतम गंभीर के कोच रहे संजय भारद्वाज से कोचिंग ली है। प्रियांश के माता-पिता दिल्ली में ही सरकारी टीचर हैं। दिल्ली के अशोक विहार में पले-बढ़े प्रियांश को बचपन से ही क्रिकेट खेलने की पूरी आज़ादी मिली हुई थी। हालांकि, उनके माता-पिता यह भी सुनिश्चित करते थे कि वह पढ़ाई में ही ठीक-ठाक प्रदर्शन करते रहें। प्रियांश के पिता पवन आर्य ने ‘इंडियन एक्सप्रेस’ से बातचीत में कहा, “जब वह सात साल का था, तब उसने कहा कि वह क्रिकेट खेलना चाहता है। मुझे इससे कोई दिक्कत नहीं थी लेकिन चूंकि मैं एक स्कूल टीचर हूं और मेरी पत्नी (राधा बाला आर्य) भी एक स्कूल टीचर हैं, इसलिए हमने सुनिश्चित किया कि उसे अच्छी शिक्षा मिले।”

आर्य ने दिल्ली प्रीमियर लीग के दौरान ESPNक्रिकइंफो से बातचीत में कहा था, “जब मैं छोटा था तो गौतम गंभीर सर को नेट्स पर बल्लेबाजी करते हुए देखता था। जब मैं थोड़ा बड़ा हुआ तो मैंने उनसे बातचीत शुरू की।” उन्होंने एक अन्य बातचीत के दौरान कहा, “जब मुझे पंजाब किंग्स की जर्सी मिली तो मेरे रोंगटे खड़े हो गए थे। इसे पहनना एक अकल्पनीय एहसास था।” प्रियांश ने कहा, “आईपीएल टीम का हिस्सा होना और रिकी सर (PBKS के कोच रिकी पॉन्टिंग) जैसे किसी व्यक्ति को मुझसे बात करते हुए सुनना एक अद्भुत एहसास है। हर बार जब वह बोलते हैं, तो मैं वहीं खड़ा रहता हूं और उनकी ओर देखता हूं, हर शब्द को ध्यान से सुनने की कोशिश करता हूं। यह शानदार एहसास होता है।”

जब U-19 विश्व कप से चूके प्रियांश

आर्य की क्रिकेट प्रतिभा ने उन्हें कम उम्र में ही पहचान दिला दी और वे दिल्ली की अंडर-14 टीम का हिस्सा बन गए। हालांकि, 17 वर्ष का होते-होते उनके युवा करियर को एक झटका मिले जिसे चलते वे अंडर-19 विश्व कप में हिस्सा नहीं ले पाए। प्रियांश ने खुद इस घटना के बारे में बताया था। प्रियांश ने बताया, “जब एक चयनकर्ता (भारत के पूर्व तेज गेंदबाज अमित भंडारी) ने मुझसे पूछा कि क्या मैं अंडर-16 में हूं, तो मैंने उनसे कहा कि मैं योग्य नहीं हूं और अंडर-19 के लिए प्रयास कर रहा हूं। मैंने अंडर-19 ट्रायल गेम में रन बनाए थे इसलिए मैं आश्वस्त था।” उन्होंने कहा, “उस समय मुझे ऐसे नियम के बारे में पता नहीं था जिसके अनुसार अगर आप अंडर-16 में आयु परीक्षण से नहीं गुज़रे हैं तो आप केवल दो साल के लिए अंडर-19 खेलने के योग्य होंगे। जब मैं 17 साल का हुआ तब तक मैं अंडर-19 खेलना छोड़ चुका था।” इसके चलते प्रियांश अंडर-19 विश्व कप की टीम में शामिल नहीं हो पाए और दिल्ली की सीनियर टीम में जगह बनाने में उन्हें तीन और साल लग गए।

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