कोई मांग रहा फेयर ट्रायल, किसी को नजर आ रहा खेल; तहव्वुर राणा पर क्यों बौखलाई कांग्रेस?

Tahawwur Rana Extradition के बाद से कांग्रेस के नेता आड़े-तिरछे बयान दिये जा रहे हैं। कोई उसके लिए फेयर ट्रायल की मांग कर रहा है तो किसी को इस में कोई खेल नजर आ रहा है।

Tahawwur Rana, P Chidambaram, Prithviraj Chavan, Congress, Udit Raj

Congress On Tahawwur Rana Extradition

Tahawwur Rana Extradition: मोदी सरकार के अथक प्रयासों के बाद साल 2008 में मुंबई को दहलाने वाले तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण हो गया है। उसे भारत लाकर कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद अभी वो NIA की रिमांड में है। उससे लगातार पूछताछ की जा रही है। एक तरफ इस केस को लेकर देश में लोग गर्व महसूस कर रहे हैं कि हम अपने मुजरिम को ले आए और अब उसे सजा दिलाने की प्रोसेस में है। हालांकि, दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता ना जाने क्यों बौखलाए (Congress On Tahawwur Rana) हुए हैं। सबसे पहले से कुछ बड़े नेता इसमें कांग्रेस को क्रेडिट देने लगे। उसके बाद कुछ कांग्रेस नेता राणा के लिए फेयर ट्रायल की मांग करने लगे। अब तो हद ही हो गई। एक कांग्रेस नेता को तो इसमें कोई खेल नजर आ रहा है।

बता दें साल 2008 में भारत की आर्थिक राजधानी में सीरियल ब्लास्ट हुए थे। पाकिस्तान से आए 10 आतंकियों ने देश को दहला दिया था। मुंबई के 3 स्थानों में हुए इस हमले में 160 के करीब लोग मारे गए थे। वहीं कई लोग इसमें घायल हुए थे। 10 में से 9 आतंकियों को भी सुरक्षाबलों ने मार गिराया था। एक मात्र जिंदा आतंकी अजमल कसाब पकड़ा गया था जिसने कई राज खोले। अंत में उसे फांसी पर चढ़ा दिया गया था।

मास्टरमाइंड है राणा

मुंबई हमले के बाद से ही इस घटना के मास्टरमाइंड की खोच चल रही थी। उन्हीं में से एक की पहचान तहव्वुर राणा के रूप में हुई। पाकिस्तानी मूल का कनाडाई तहव्वुर अमेरिका भाग गया। यहां उसे पकड़ा गया और अमेरिका की कोर्ट ने पहले उसे छोड़ दिया। हालांकि, बाद में उसे जेल में डाल दिया गया। तभी से भारत राणा के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा था। वर्षों इसे लेकर प्रयास हुए। आखिरकार 10 अप्रैल 2025 को उसे भारत ले आया गया। इसके बाद से इस मामले में भी कांग्रेस सियासत कर रही है।

कांग्रेस नेता ने मांग फेयर ट्रायल (Tahawwur Rana Fair Trial)

राणा के भारत आते ही कांग्रेस नेता पी चिदंबर (P Chidambaram On Tahawwur Rana) ने इसे कांग्रेस की सफलता करार दिया। इसके लिए उन्होंने बाकायदा सोशल मीडिया में पोस्ट किया। इसके बाद महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण (Prithviraj Chavan On Rana) का भी बयान इस मामले में आया। उन्होंने कहा कि इस मामले में कंगारू कोर्ट नहीं चलेगी क्योंकि, दुनिया की नजर हम पर है। इतना ही नहीं उन्होंने कसाब की तरह ही राणा के लिए फेयर ट्रायल की मांग कर दी।

उदित राज को दिख रहा खेल

चिदंबर और चव्हाण का बयान नाकाफी हो रहा था कि अब कांग्रेस के एक और नेताजी का बयान आया है। इनको राणा के प्रत्यर्पण में कोई खेल नजर आ रहा है। कांग्रेस नेता उदित राज (Udit Raj On Tahawwur Rana) ने कहा कि इसमें तो कोई खेल ही लगता है। बीजेपी सरकार को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि ये सब नौटंकीबाज हैं। ये चुनाव को देखकर करते हैं। जो भी बैकग्राउंड बनाया गया था वो कांग्रेस पार्टी की सरकार के दौरान बनाया गया था। 2014 से अब तक मोदी सरकार का एक परसेंट योगदान नहीं है। कांग्रेस की सरकार ने डोजियर दिया था। उसी के आधार पर कार्रवाई हुई है। बीजेपी की आदत झूठ बोलने की है।

तहव्वुर राणा को भारत लाना किसी यूपीए सरकार की “भूमि तैयार करने” की रणनीति का नतीजा नहीं है। ये मोदी सरकार द्वारा राष्ट्रहित में चलाए गए सशक्त, निर्णायक और सतत कूटनीतिक व कानूनी प्रयासों का फल है। इसके बाद भी कांग्रेस राजनीतिक बयानबाज़ी और क्रेडिट की होड़ में उलझी हुई है। जब सुरक्षा और संप्रभुता के मामलों में भारत नई सोच दिखा रहा है तब कांग्रेस नेता इस मामले में भी सियासत कर रहे हैं।

Exit mobile version