Terrorists in Jammu and Kashmir: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन इलाके में बुधवार को आतंकियों ने एक बड़ा हमला किया। आतंकवादियों ने घुड़सवारी कर रहे पर्यटकों के एक समूह को अपना निशाना बनाया। इसमें कई लोग घायल हो गए। दो पर्यटक के मौत की खबर है। चार की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस हमले में कुछ घोड़ों को भी गोली लगी है और वे घायल हुए हैं। घटना के तुरंत बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को घेरकर व्यापक तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। मामले में पीएम मोदी ने गृहमंत्री से बात कर उन्हें मौके पर जाने के लिए कहा है।
बता दें कश्मीर में कुछ इलाकों में आतंकवाद का असर ज्यादा दिखता है। पहलगाम उसी में से एक हैं। यहां पर पर्यटकों की बड़ी संख्या पर्यटकक पहुंचते हैं। इस साल भी यहां बड़ी संख्या में पर्यटक यहां लगातार पहुंच रहे हैं। इन्हीं को सोमवार को आतंकियों ने निशाना बनाया है।
आतंकी हमले के बाद दहशत का माहौल
हमले के बाद सामने आई तस्वीरों में पर्यटक भयभीत नजर आए। कई लोग अपने होटल की ओर भागते दिखे, जबकि एक तस्वीर में एक महिला अपने बेटे को गोली लगने की बात कहते हुए रोती नजर आई। स्थानीय दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दी हैं। पूरे इलाके में तनाव का माहौल है। सुरक्षाबलों ने पर्यटकों से शांत और सतर्क रहने की अपील की है।
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सेना के हेलिकॉप्टर तैनात
अनंतनाग जिले के पहलगाम इलाके में हुए आतंकी हमले ने सबको झकझोर दिया। समाचार एजेंसी से बात करते हुए एक महिला ने बताया कि उनके पति के सिर में गोली लगी है। उसने घायलों को अस्पताल पहुंचाने की गुहार लगाई। हमले के बाद सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और हवाई निगरानी के लिए हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं। सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है और इलाज जारी है।
नेताओं की प्रतिक्रियाएं
उमर अब्दुल्ला: हमले को ‘बेहद घृणित’ और ‘अमानवीय’ बताया। उन्होंने कहा कि यह हमला शर्मनाक है।
रविंदर रैना: हमले को ‘कायराना हरकत’ बताया और कहा- पाकिस्तानी आतंकी आम नागरिकों और निहत्थे पर्यटकों को निशाना बना रहे हैं।
महबूबा मुफ्ती: घटना की निंदा करते हुए पीड़ितों के प्रति संवेदना जताई।
अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा पर बड़ा खतरा
पहलगाम में हुआ आतंकी हमला बेहद चिंताजनक है। क्योंकि देश के अन्य हिस्सों में तेज़ गर्मी के चलते लोग बड़ी संख्या में ठंडी वादियों की ओर रुख कर रहे हैं। खासकर निकट भविष्य में अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है और वहीं इसका मुख्य बेस कैंप भी स्थित है। ऐसे में पर्यटकों की बढ़ती आवाजाही को देखते हुए सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क रहना होगा। दुर्गम इलाकों में अतिरिक्त निगरानी और इंटेलिजेंस की भूमिका अहम हो जाती है। आने वाले दिनों में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए व्यापक रणनीति बनाना जरूरी होगा।