टाइगर बन शमशेर ने हिंदू युवती को फंसाया, गोमांस खिलाया; पुलिस के पास जाने पर दी एसिड अटैक की धमकी

हिन्दू पीड़िता की दर्दनाक दास्तां सुनकर दहल उठेगी रूह

पहचान छिपा शमशेर अंसारी ने हिन्दू युवती को बनाया शिकार

पहचान छिपा शमशेर अंसारी ने हिन्दू युवती को बनाया शिकार (Image Source: trunicle)

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने हर किसी को भीतर तक झकझोर दिया है। बिहार के जमुई की एक हिन्दू युवती की ज़िंदगी को एक दरिंदे ने छल, धोखे और जबरदस्ती से तहस-नहस कर दिया। शमशेर अंसारी नाम के शख्स ने खुद को ‘टाइगर’ बताकर पहचान छिपाई और लड़की को प्रेमजाल में फंसाया। विश्वास जीतने के बाद उसने उससे शादी की, लेकिन कुछ ही समय में उसका असली चेहरा सामने आ गया।

पोल खुलने के बाद शमशेर पीड़िता पर जबरन धर्मांतरण के लिए दबाव बनाने लगा। जब पीड़िता ने नमाज़ पढ़ने और बुरखा पहनने से इनकार किया, तो उसे गोमांस खाने पर मजबूर किया। विरोध करने पर शमशेर ने एसिड अटैक की धमकी दी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी शमशेर अंसारी को गिरफ़्तार कर लिया है। यह मामला न सिर्फ एक लड़की की त्रासदी है, बल्कि समाज को समय रहते सतर्क करने वाली एक चेतावनी भी है।

5 साल पहले हुई इस लव जिहाद की शुरुआत

इस लव जिहाद की कहानी कोई एक दिन की घटना नहीं, बल्कि पांच साल पहले शुरू हुई एक सुनियोजित साज़िश है। शुरुआत एक मामूली फ़ोन कॉल से हुई थी, जहां आरोपी ने अपना नाम ‘टाइगर’ बताकर खुद को एक आम युवक के रूप में पेश किया। वहीं से बातचीत बढ़ी, मुलाक़ातें हुईं, और फिर वही बातचीत धीरे-धीरे प्रेमजाल में बदल गई।

कुछ समय बाद युवती को ऐसा लगा कि उसे सच्चा प्यार मिला है। भरोसे की बुनियाद पर दोनों ने शादी कर ली। शुरुआती दिनों में सबकुछ सामान्य लगता रहा, लेकिन कुछ ही महीनों में हकीकत की परतें खुलनी शुरू हो गईं। एक दिन जब युवती को दस्तावेज़ों के ज़रिए शमशेर की असली पहचान का पता चला।दरअसल जब आधार कार्ड में उसका असली नाम ‘शमशेर अंसारी’ लिखा हुआ देखा तो उसके पैरों तले ज़मीन खिसक गई।

जब उसने इस धोखे की वजह पूछी, तो शमशेर ने बेहिचक कहा, “अगर मैं कह देता कि मैं मुस्लिम हूं, तो तुम मेरे जाल में कभी नहीं फंसती। अब जब तुम गर्भवती हो, तो तुम्हारे पास और कोई रास्ता नहीं है।”

डरी-सहमी पीड़िता ने इसे अपना भाग्य मानकर चुपचाप सहना शुरू कर दिया, लेकिन यहीं से शुरू हुआ हवस, हिंसा और मजहबी ज़ुल्म का दौर। कुछ ही समय में शमशेर का असली चेहरा सामने आ गया। उसने युवती पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाना शुरू किया। रोज़ उसे नमाज़ पढ़ने और बुर्का पहनने के लिए मजबूर किया जाने लगा। जब पीड़िता ने इन बातों को मानने से इनकार किया, तो शमशेर ने मारपीट शुरू कर दी। सिर्फ शारीरिक नहीं, मानसिक यातना भी लगातार बढ़ती गई।

पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

जब मारपीट, डराने-धमकाने और जबरन धर्मांतरण के तमाम प्रयास विफल हो गए, तो शमशेर ने हिंदू आस्था पर सीधा वार करते हुए पीड़िता को जबरन गौमांस भी खिलाया। लेकिन साहसी युवती डरने के बजाय, हिम्मत दिखाकर शमशेर के चंगुल से निकलकर अपने गांव लौट आई। उस वक्त वह गर्भवती थी, और समय आने पर उसने एक मासूम बच्चे को जन्म दिया।

न्याय की आस में पीड़िता पुलिस थानों के चक्कर काटती रही, मगर शमशेर को स्थानीय ग्राम प्रधान का संरक्षण हासिल था, जिसकी वजह से शिकायतें बार-बार खारिज कर दी गईं। हर दरवाज़े से निराशा हाथ लगी, लेकिन उस महिला ने हार नहीं मानी। शमशेर ने उसे चुप कराने के लिए एसिड अटैक और जान से मारने की धमकी भी दी, लेकिन वो झुकी नहीं। अंततः, अपने छह महीने के बच्चे को गोद में लेकर वह कुशीनगर के एसपी संतोष मिश्रा के पास पहुँची और पूरी घटना विस्तार से बताई।

एसपी मिश्रा ने ना सिर्फ संवेदनशीलता दिखाई, बल्कि त्वरित कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए और एक विशेष जांच टीम गठित की। शुरुआती जांच में युवती द्वारा लगाए गए सारे आरोप सत्य पाए गए। इसके बाद आरोपी शमशेर अंसारी उर्फ टाइगर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उस पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 69, 191(2), 115(2), 352 के अंतर्गत कार्रवाई की गई और उसे जेल भेज दिया गया।

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