पाक की पोल खोलने को तैयार भारतीय वायुसेना, सबूत के साथ बताएगी कहां गिराए गए पाकिस्तानी जेट

भारत से मुंह की खाया पाकिस्तान दुनिया भर में अपनी फर्जी वाहवाही करता घूम रहा है

पाकिस्तान के क्रैश हुए फाइटर जेट की FILE PHOTO

पाकिस्तान के क्रैश हुए फाइटर जेट की FILE PHOTO

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत ने पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवादियों के कई ठिकानों को निशाना बनाया था। इसके बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारत पर हमला करने की कोशिश की और फिर से मुंह की खाई। भारत ने पाकिस्तान के हवाई हमलों को नाकाम किया और इस दौरान उसके कई एयरक्राफ्ट भी गिरा दिया गए। हालांकि, भारत से मुंह की खाया पाकिस्तान दुनिया भर में अपनी फर्जी वाहवाही करता घूम रहा है। अब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान को सबूतों के साथ सबक सिखाने का मन बना लिया है। डिफेंस मामलों की वेबसाइट ‘इंडियन डिफेंस रिसर्च विंग’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय वायुसेना (IAF) जल्द ही ऑपरेशन सिंदूर के दौरान गिराए गए पाकिस्तान वायुसेना (PAF) के लड़ाकू विमानों की पूरी जानकारी सार्वजनिक करने वाली है।

इस रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि भारतीय वायुसेना यह बताएगी कि कौन-कौन से विमान कहां गिराए गए, उन्हें कैसे निशाना बनाया गया और इसमें पक्के सबूत जैसे रडार रिकॉर्डिंग और विज़ुअल फुटेज भी शामिल होंगे। इस कदम का उद्देश्य पाकिस्तान के उन पुराने दावों को गलत साबित करना है जिनमें वह अपने नुकसान से इनकार करता रहा है। 2019 में भी बालाकोट एयरस्ट्राइक के दौरान मिग-21 द्वारा F-16 विमान गिराने के दावे को इस्लामाबाद ने मानने से इंकार कर दिया था।

इस दौरान, जब पाकिस्तानी विमान भारतीय वायु क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे, तब IAF ने उन्हें रोका और भारी नुकसान पहुँचाया। वायुसेना संचालन महानिदेशक, एयर मार्शल ए.के. भारती ने 12 मई को पुष्टि की कि IAF ने PAF के कई आधुनिक फाइटर जेट्स को मार गिराया है। सूत्रों के अनुसार, कम से कम 5 पाकिस्तानी विमान (एक मिराज-5, दो JF-17 थंडर, एक F-16 और साब 2000 एरीये हवाई प्रारंभिक चेतावनी और नियंत्रण (AEW&C) विमान) को मार गिया गया है। IAF के अत्याधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम खासकर रूस-निर्मित S-400 और स्वदेशी आकाश मिसाइल सिस्टम (SAMs) ने इन विमानों को मार गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब और जम्मू क्षेत्रों में तैनात S-400 सिस्टम के उन्नत रडार और सिग्नल इंटेलिजेंस (SIGINT) से प्राप्त डेटा इन हवाई हमलों का निर्णायक प्रमाण प्रस्तुत करेंगे। इससे यह सुनिश्चित होगा कि पाकिस्तान इन नुकसानों को ‘प्रोपेगैंडा’ कहकर खारिज न कर सके। इस बार भारतीय वायुसेना क्रैश साइट के सटीक स्थान, पायलट्स के संवाद, और सैटेलाइट इमेजरी जैसे व्यापक और ठोस सबूत पेश करने की तैयारी में है। इनमें Maxar Technologies द्वारा ली गई तस्वीरें भी शामिल हैं। भारत की इस रणनीति का मकसद यही है कि पाकिस्तान भविष्य में अपने नुकसान से इनकार न कर सके और भारत के दावों की विश्वसनीयता बनी रहे।

Exit mobile version