असम में सिक्का उछाल कर हुआ चुनावी जीत-हार का अनोखा फैसला

असम पंचायत चुनाव में अनोखा मामला सामने आया है। जहां बराबर वोट मिलने पर 4 प्रत्याशियों के किस्मत का फैसला सिक्का उछाल कर किया गया है।

Assam Panchayat Chunav 2025

Assam Panchayat Chunav 2025

Assam Panchayat Chunav 2025: सिक्का उछाल कर चित्त और पट के जरिए फैसला करने के बारे में तो आपने सुना ही होगा। क्रिकेट में फील्डिंग या बैटिंग करने का फैसला कौन सा कैपटन तय करेगा ये हमेशा से टॉस के जरिए होता आया है। हालांकि, असम पंचायत चुनाव 2025 से एक ऐसी खबर आई है जहां चुनाव का फैसला सिक्का उठालकर किया गया है। असम के गांव-देहात में इस बार लोकतंत्र ने अनोखा मोड़ लिया। यहां की दो पंचायत में प्रत्याशियों को समान वोट मिले तो किसी विवाद से बचने के लिए उन्होंने अपना चुनावी फैसला टॉस यानी सिक्का उछालकर कर लिया।

हर चुनावी नतीजे के पीछे रणनीति, जनसंपर्क और जमीनी पकड़ होती है। हालांकि, असम की 4 महिला प्रत्याशियों की जीत ने सारे गणित पलट दिए। गोलाघाट और नागांव की दो पंचायतों में के 2 वार्ड में प्रत्याशियों को बराबर वोट मिले। मैच टाई हो गया तो किस्मत का फैसला सिक्का उछाल कर किया।

सिक्का उछाल कर चुनावी फैसला

असम पंचायत चुनाव 2025 में बैलट पेपर का इस्तेमाल हुआ। कई जगहों पर ‘कांटे की टक्कर’ देखने को मिली। कुछ उम्मीदवार तो सिर्फ एक वोट से जीते। गोलाघाट जिले के रंगबोंग गांव पंचायत के वार्ड नंबर 6 में नलिन लेखाथोपी और उनकी प्रतिद्वंद्वी पूजा नाइक को 130-130 वोट मिले। वहीं नागांव जिले के राहा में प्रमिला गांव पंचायत के वार्ड नंबर 7 में पुरबी राजखोवा और उनकी प्रतिद्वंद्वी ब्यूटी भुयान को 618-618 वोट मिले। इन दोनों मामलों में सिक्का उछाल कर चुनावी फैसला किया गया।

चुनाव अधिकारियों की दुविधा

दोनों मामलों में चुनाव अधिकारियों को बड़ी दुविधा का सामना करना पड़ा। क्योंकि उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि ऐसी स्थिति में क्या किया जाए। उच्च अधिकारियों से सलाह लेने के बाद सिक्का उछालकर जीत-हार का फैसला किया गया। नलिन लेखाथोपी और पुरबी राजखोवा दोनों ने टॉस जीतकर बाजी मार ली। इसके बाद पुरबी राजखोवा ने अपनी जीत को भगवान और जनता का आशीर्वाद बताया। वहीं नलिन लेखाथोपी ने अपने वार्ड के विकास के लिए काम करने का संकल्प लिया।

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लोकतंत्र में हर वोट की कीमत

जब बात लोकतंत्र की हो तो हर वोट की कीमत अनमोल होती है। असम पंचायत चुनाव ने इस कहावत को चरितार्थ कर दिखाया। जहां एक ओर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और उसके सहयोगी असम गण परिषद (एजीपी) ने प्रचंड जीत की राह पकड़ी। वहीं दो महिला उम्मीदवारों ने अनोखे अंदाज में सुर्खियां बटोरीं। पूरबी राजखोवा और नलिन लेखाथोपी ने सिक्के की उछाल से अपनी जीत का परचम लहराया। यह चुनाव न सिर्फ कांटे की टक्कर का गवाह बना, बल्कि भाग्य और मेहनत के संगम की कहानी भी बयां करता है।

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