अयोध्या की पावन धरती से शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न सिर्फ एक भव्य आध्यात्मिक केंद्र का उद्घाटन किया, बल्कि देश के दुश्मनों को खुली चेतावनी भी दी लफ्ज़ों में धर्म था, लेकिन लहजे में राष्ट्र की आतंक के खिलाफ धहकती ज्वाला। हनुमानगढ़ी मंदिर परिसर में ‘हनुमत कथा मंडपम’ के लोकार्पण के मौके पर सीएम योगी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता को भारतीय सेना के शौर्य का प्रतीक बताते हुए पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला। सीएम योगी ने कहा “ये नया भारत है, भारत छेड़ता नहीं है और कोई छेड़े तो उसे छोड़ता भी नहीं है। आतंकवाद पाकिस्तान को ले डूबेगा और इसमें ज्यादा दिन नहीं बचे हैं।” यह केवल बयान नहीं था, यह एक रणनीतिक एलान था कि अब भारत न तो अपमान सहेगा, न आतंकी ठिकानों को बख्शेगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह भी स्पष्ट किया कि सनातन धर्म भारत के अस्तित्व और आत्मा की मूल चेतना है, और इसके सम्मान से कोई समझौता संभव नहीं है। उन्होंने संतों और नागाओं का आह्वान करते हुए कहा कि वे अपने “योद्धा भाव को बनाए रखें और सनातन धर्म की रक्षा में सदैव तत्पर रहें।” हनुमत कथा मंडपम का उद्घाटन भले एक धार्मिक कार्यक्रम था, लेकिन उसका राजनीतिक संदेश साफ था कि अयोध्या अब केवल अध्यात्म की राजधानी नहीं, बल्कि राष्ट्र चेतना की हुंकार भी है। और इस हुंकार की गूंज इस बार सीमाओं के पार तक सुनाई दी है।
आतंकवाद ही बनेगा पकिस्तान के अंत का कारण
सीएम योगी ने कहा पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि भारत छेड़ता नहीं है और कोई छेड़े तो उसे छोड़ता भी नहीं है। सीएम योगी ने हनुमान जी का उदाहरण देते हुए कहा कि बजरंग बली ने रावण के दरबार में यही संदेश दिया था। पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देकर खुद को बर्बाद कर रहा है। भारतीय सेना की कार्रवाई में 124 से अधिक आतंकवादी मारे गए हैं। यह गलती पाकिस्तान की है, जो आतंकियों को प्रश्रय दे रहा है। ये आतंकवाद पाकिस्तान को ले डूबेगा और इसमें ज्यादा दिन नहीं बचे हैं।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का आध्यात्मिक जगत में कोई अस्तित्व नहीं है। जिसका अपना वास्तविक अस्तित्व न हो, उसकी एक निश्चित लाइफ होती है। अब पाकिस्तान का समय पूरा हो गया है। उन्होंने अयोध्या की आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और विकासात्मक प्रगति की चर्चा करते हुए सनातन धर्म की रक्षा और इसके वैश्विक प्रचार-प्रसार के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। अपने संबोधन में उन्होंने हनुमानगढ़ी को भक्ति, शक्ति, बुद्धि और युक्ति का संगम बताते हुए इसे सनातन धर्म का एक अडिग गढ़ बताया।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में अयोध्या को अव्यवस्थाओं में झोंककर इसे अपमानित करने का कार्य किया गया। वहीं, 2014 और 2017 के बाद डबल इंजन की सरकार में अयोध्या का विकास डबल स्पीड से हुआ है। हमें अपने मित्र और शत्रुओं की पहचान रखना जरूरी है। देश को सनातन धर्म के मार्ग में बाधा डालने वालों को चिह्नित करना होगा। सनातन धर्म भारत के अस्तित्व की पहचान है। इसकी गरिमा और सम्मान के विरुद्ध हमें कुछ भी स्वीकार नहीं है। उन्होंने पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए कहा कि उसके अंत की शुरुआत हो चुकी है और आतंकवाद ही उसके अंत का कारण बनेगा।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन की शुरुआत में हनुमानगढ़ी के त्रेतायुगीन टीले को कोटि-कोटि नमन करते हुए कहा कि यहां से हनुमान जी महाराज ने अयोध्या धाम की रक्षा की है। उन्होंने बाबा अभयराम दास जी महाराज को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि यह श्रीहनुमत कथा मंडपम बाबा अभयराम दास जी की दूरदर्शिता और वैष्णव अखाड़ों की सनातन परंपरा का जीवंत प्रतीक है। उनकी कृपा से आज हम इस भव्य स्वरूप को देख रहे हैं।
उन्होंने हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन, पूज्य संतों और नागाओं की प्रशंसा की, जिन्होंने एक-एक पाई बचाकर इस मंडपम का निर्माण किया। सीएम योगी ने कहा कि हनुमानगढ़ी केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए योद्धा भाव का प्रतीक है। यह मंडपम आने वाली पीढ़ियों के लिए हनुमानगढ़ी के वैभव को संरक्षित रखेगा।
उन्होंने कहा कि हनुमानगढ़ी का यह मंडपम न केवल आध्यात्मिक केंद्र बनेगा, बल्कि सत्संग और कथाओं के माध्यम से सनातन धर्म के मूल्यों को जन-जन तक पहुंचाएगा। उन्होंने हनुमानगढ़ी के नागाओं का आह्वान करते हुए कहा कि आपका इतिहास सनातन धर्म के उस कालखंड की सेना के रूप में जाना जाता है, जब देश विधर्मियों और आक्रांताओं से त्रस्त था, तब अखाड़ों ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए स्वयं को समर्पित किया था।