पूरे देश में भारतीय सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर गर्व और देशभक्ति की भावना चरम पर है। हर कोना वीर जवानों की जयकार से गूंज रहा है। लेकिन इसी बीच, कट्टरपंथी मानसिकता से ग्रस्त कुछ जिहादी सोच को यह राष्ट्रभक्ति रास नहीं आई। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से आई घटना ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। आरोप है कि जब एक 14 वर्षीय मासूम हिंदू बच्चे ने ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ का नारा लगाया, तो मोईद खान और उसके साथी वसीम जैसे जेहादी ज़ेहनियत रखने वालों ने उसे चाकुओं से गोद डाला। फिलहाल पुलिस ने आरोपित युवक को गिरफ्तार कर लिया है जबकि उसके साथी की तलाश जारी है।
क्या है पूरा मामला
यह घटना सात मई की है। धर्मंगदपुर गांव के रहने वाले लालबहादुर का 14 साल का बेटा सुरजीत दोपहर में मंडी समिति आया था। वहां एयर स्ट्राइक को लेकर चर्चा हो रही थी। सुरजीत ने पाकिस्तान के बारे में कुछ टिप्पणी की। पास की दुकान पर बैठे मोईद खान को यह बात पसंद नहीं आई। मोईद खान कटरा बाजार मोहल्ला का रहने वाला है। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर खुशी जताते हुए पाकिस्तान मुर्दाबाद का नारा लगाया, जिसके बाद दो मुस्लिम युवकों ने उस पर जानलेवा हमला कर दिया। यह घटना पुवायां गल्ला मंडी की है, जहां 8 साल का बच्चा सुरजीत अपने पिता के साथ आया था। मंडी में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा हो रही थी, तभी सुरजीत ने हिंदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए।
UP के शाहजहाँपुर में “पाकिस्तानी पिल्ले” ने काटा
“हिंदुस्तान ज़िंदाबाद” और “पाकिस्तान मुर्दाबाद” बोलने पर ‘मो० मोहिद ख़ान’ ने किया हमला
मोहिद ख़ान ने 9 साल के मासूम बच्चे पर चाकू से किया हमला, बच्चे का हाथ कटा
लोगों के विरोध करने पर मोहिद ख़ान और उसके साथी वसीम ने लोगों के साथ… pic.twitter.com/Gt7A64jZTt
— Sudarshan उत्तर प्रदेश (@SudarshanNewsUp) May 8, 2025
सुरजीत के नारे लगाने से मोहीद खान और वसीम नामक दो युवक भड़क गए। उन्होंने सुरजीत की पिटाई करने के बाद चाकू से उस पर हमला कर दिया। हमले में सुरजीत के हाथ पर गहरी चोट आई, जिससे वह गिर पड़ा। बाद में, वहां काम कर रहे मजदूरों ने दोनों आरोपियों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। घटना के बाद हिंदू युवा संगठन भारत के कार्यकर्ता कोतवाली पहुंचे और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। संगठन के अवनीश मिश्रा ने कहा कि एक बच्चे को पाकिस्तान के खिलाफ नारे लगाने की वजह से हमला करना गलत है और आरोपियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।