ऑपरेशन सिंदूर से सदमे में थे पाकिस्तानी जवान, बोले- ऑफिस छोड़ो, जान बचाओ

कहते हैं न जान है तो जहान है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी पाकिस्तान आर्मी के जवान और अफसर कुछ ऐसा ही कह रहे थे। इसी कारण वो पोस्ट और दफ्तर छोड़कर भाग खड़े हुए थे।

India Pakistan Operation Sindoor Story

भारत के डर से भाग गया था पाकिस्तानी जवान

हिंदी में एक बड़ी ही पॉपुलर कहावत है ‘जान है तो जहान है’। यानी अगर किसी मुसीबत से आप अपनी जान बचा लिए तो अपने लिए दुनिया है। अगर आप मारे गए तो सीधे ऊपर की यात्रा पर निकल जाएंगे। ये कहावत ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी आर्मी के अधिकारी और अफसरों पर फिट बैठ गई थी। भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर में किए प्रहार से पाकिस्तानी सेना में भगदड़ की स्थिति बन गई थी। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तानी सेना की बातचीत के कई महत्वपूर्ण अंश अब सामने आए हैं। इसी में पता चला है कि कई अफसर ऑफिस और पोस्ट छोड़कर भाग गए थे।

पाकिस्तानी सेना के अधिकारी ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपनी पोस्ट और दफ्तर छोड़कर भाग गए थे। ऐसा एक कमांडर ने जूनियर की बातचीत इंटरसेप्ट की गई की गई है। इसमें खुलासा हुआ है कि भारत के हमले के दौरान वो यह कह रहा था कि ऑफिस तो बाद में भी खुल जाएगा, पहले अपनी जान बचाओ।

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ऑफिस बाद में खुलेगा पहले जान बचाओ

जम्मू-कश्मीर में LoC से कुछ किलोमीटर दूर स्थित PoK में पाकिस्तानी सेना की 75 इन्फैंट्री ब्रिगेड के कमांडर की बात इंटरसेप्ट हुई है। वो ऑपरेशन सिंदूर के तहत मुजफ्फराबाद के पास आतंकवादी कैंपों पर भारतीय हमलों के दौरान खुद तो भाग गए। वो अपने सैनिकों को भी अपनी जान बचाने के लिए कहते सुने गए है। जब उनके मातहत अधिकारियों ने फोन पर उनसे संपर्क किया और ऑफिस खोलने के बारे में पूछा तो कमांडर ने जवाब दिया कि ऑफिस बाद में खुल जाएगा पहले अपनी जान बचाओ।

जूनियर अधिकारियों की बातचीत

न्यूज एजेंसी आईएएनएस को मिली जानकारी के अनुसार पाकिस्तानी सेना के जूनियर अधिकारियों की बातचीत से पता चला है कि उनके कमांडर बड़ी मुश्किल से बचे हैं। वे किसी मस्जिद में नमाज पढ़वा रहे हैं। उन्होंने अपने सैनिकों को वापस भेज दिया है और कहा है कि वे अमन होने के बाद आएंगे। फिलहाल ऑफिस बंद है।

भारी नुकसान और कैप्टन की मौत

इन इंटरसेप्ट से पाकिस्तानी सेना को हुए भारी नुकसान का भी पता चला है। एक इंटरसेप्ट से यह जानकारी मिली कि पाकिस्तानी सेना की 16वीं बलूच रेजिमेंट के कैप्टन हसनैन शाह हाजी पीर सेक्टर में हुई गोलीबारी में मारे गए। पाकिस्तानी सैनिक बातचीत में कह रहे थे कि उनकी डेड बॉडी को पाकिस्तान के अबोटाबाद में 6वीं पाकिस्तानी ब्रिगेड द्वारा पहुंचाया गया है।

भारतीय सेना की कार्रवाई

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के  जरिए पाकिस्तान और PoK में 9 अलग-अलग आतंकवादी कैंपों को नष्ट कर 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया था। आतंकवादियों के समर्थन में उतरी पाकिस्तानी सेना ने भारत में सैन्य और नागरिक क्षेत्रों पर हमले किए। जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान की कई चौकियों को ध्वस्त कर दिया। भारतीय सेना के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा और सीमा पर की गई सैन्य कार्रवाई में पाकिस्तान के सैन्य अधिकारी और जवान मारे गए हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय हमलों में कई अधिकारी और जवान जख्मी हुए हैं।

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