जयशंकर ने बताया- भारत ने पाकिस्तान को कब दी थी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी?

पहलगाम हमले में पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकियों ने कम-से-कम 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी थी

विदेश मंत्री एस जयशंकर (FILE PHOTO)

विदेश मंत्री एस जयशंकर (FILE PHOTO)

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकिस्तान को सबक सिखाने के लिए पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। पहलगाम हमले में पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकियों ने कम-से-कम 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या कर दी थी। इसके बाद देश में गुस्सा था और पाकिस्तान पर निर्णायक कार्रवाई की मांग की जा रही थी जिसका जवाब भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ज़रिए दिया। इसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष भी हुआ और बाद में इस पर राजनीति भी की गई। विदेश मंत्री एस जयशंकर के एक बयान को लेकर खूब राजनीति हुई, संदर्भ से परे इस बयान को लेकर दावा किया गया कि जयशंकर ने पाकिस्तान को पहले ही इस ऑपरेशन की जानकारी दे दी थी।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी जयशंकर का यह बयान शेयर कर पूछा कि भारत के कितने एयरक्राफ्ट इस ऑपरेशन के दौरान गिरे थे। हालांकि, तब भी विदेश मंत्रालय और प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) की फैक्ट चेक इकाई ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दे दी थी। और अब इस मामले पर खुद विदेश मंत्री जयशंकर ने संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में जवाब दिया है। सोमवार (26 मई) को दिल्ली में एस. जयशंकर की अध्यक्षता में सोमवार को संसदीय सलाहकार समिति की बैठक हुई। इस बैठक में सिंधु जल संधि, भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर समझौते, विदेशी दबाव और ऑपरेशन सिंदूर जैसे विदेश मामलों से जुड़े कई संवेदनशील मुद्दों पर भी चर्चा की गई है।

‘आज तक’ की एक रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस बैठक में जयशंकर ने सभी सदस्यों को भरोसा दिलाया है कि सरकार साले फैसले देशहित में ले रही है और आगे भी राष्ट्र हित को ही प्राथमिकता देकर फैसले लिए जाएंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, विदेश मंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की जानकारी देने को लेकर हो रहे विवाद पर कहा है कि ऑपरेशन शुरू होने के आधे घंटे के भीतर पाकिस्तान को सूचित कर दिया गया था कि हमला सिर्फ आतंकी ठिकानों पर किया गया है। उन्होंने अपील की है कि इस संवेदनशील मसले पर अगर किसी को जानकारी चाहिए तो सरकार से सीधे संपर्क करें, मीडिया में बयानबाज़ी से बचें क्योंकि इससे माहौल बिगड़ता है। जयशंकर ने स्पष्ट कर दिया है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी खत्म नहीं हुआ है।

साथ ही, इस बैठक के दौरान जयशंकर ने बताया कि पाकिस्तान को सिर्फ तुर्की और अजरबैजान का खुला समर्थन मिला जबकि भारत के साथ कई देश खुले तौर पर साथ आए। और जो देश खुलकर सामने नहीं आए उन्होंने भई आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का समर्थन किया है। साथ ही, उन्होंने बताया है कि चीन ने उस तरह से पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया जैसे कि पाकिस्तान को उम्मीद थी। सीजफायर को लेकर भी उन्होंने स्पष्ट किया कि सीजफायर बाहरी दबाव से नहीं बल्कि दोनों देशों के DGMO के आपसी संपर्क से हुआ था।

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