पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ ने कबूला ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सच, कहा- ‘रात 2:30 बजे मुनीर का फोन आया…’

पश्चिम की मीडिया में बैठे पाकिस्तान के पैरोकारों ने शुरुआत में इसे पाकिस्तान की जीत बताया था

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की गूंज पाकिस्तान में सुनाई दी। भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह किया और 11 एयरबेसों पर हमला कर दिया। हालांकि, पाकिस्तान मुंह की खाने के बाद भी अपनी जीत का जश्न मना रहा था। पश्चिम की मीडिया में बैठे पाकिस्तान के पैरोकारों ने शुरुआत में इसे पाकिस्तान की जीत बताया लेकिन जैसे-जैसे वक्त बीतता गया सच्चाई लोगों के सामने आ गई। जब भारत ने हमले के सबूत दिखाए तो पश्चिम का मीडिया भी सच दिखाने पर मजबूर हो गया। अब पाकिस्तान में मचे हड़कंप के बीच आखिरकार प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने कबूल कर लिया है कि भारतीय सेना ने 9-10 मई की रात रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस समेत कई ठिकानों पर हमला किया था।

भारत की इस सटीक और साहसिक एयर स्ट्राइक के बाद शरीफ ने इस्लामाबाद के प्रतिष्ठित स्मारक ‘द मॉन्यूमेंट’ पर आयोजित एक कार्यक्रम ‘यौम-ए-तशाकुर’ (धन्यवाद दिवस) के दौरान इस हमले का कबूलनामा किया है। शहबाज़ शरीफ ने अपने भाषण में कहा, “रात करीब 2:30 बजे सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने मुझे फोन कर बताया कि भारत ने बैलिस्टिक मिसाइलों से हमारे ऊपर हमला किया है। एक मिसाइल सीधे नूर खान एयरबेस पर गिरी जबकि अन्य मिसाइलें पाकिस्तान के अलग-अलग इलाकों में आकर फटीं हैं।”

इस कार्रवाई में भारतीय सेना ने आतंकी नेटवर्क और सैन्य ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए, जिससे पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों और सेना की पोल खुल गई। शरीफ ने माना कि भारत की इस आक्रामक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों के जरिए जवाब देने की कोशिश की लेकिन उनकी प्रतिक्रिया बिखरी हुई और दबाव में थी। उन्होंने यह भी बताया कि जनरल मुनीर ने भारत के खिलाफ पलटवार के लिए अनुमति मांगी थी। अपने भाषण में शरीफ ने तमाम वैश्विक शक्तियों से मिले सहयोग का भी उल्लेख किया, लेकिन उनके शब्दों में झलकता था घबराहट और बेबसी। उन्होंने सऊदी अरब, यूएई, कतर, तुर्की, चीन, ईरान, ब्रिटेन और अन्य देशों को धन्यवाद दिया कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को कम करने में भूमिका निभाई।

शरीफ ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की विशेष सराहना करते हुए कहा, “मैं राष्ट्रपति ट्रंप का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने इस संकट के समय में हस्तक्षेप किया और दक्षिण एशिया को एक बड़े युद्ध की ओर बढ़ने से रोक लिया।” भारत की एयर स्ट्राइक की यह स्पष्ट स्वीकारोक्ति पाकिस्तान की पुरानी रणनीति – इनकार और छिपाने की – पर एक करारा तमाचा है। ऑपरेशन सिंदूर ने न सिर्फ पाकिस्तान के आतंकी मंसूबों को ध्वस्त किया, बल्कि यह भी स्पष्ट कर दिया कि भारत अब हर हमले का जवाब उसी भाषा में देने को तैयार है– तेज, सटीक और निर्णायक।

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