जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के संबंध लगातार खराब होते जा रहे हैं और दुनिया भर के देश भारत और पाकिस्तान के उच्च अधिकारियों से बात कर रहे हैं। पाकिस्तान इस मामले को लगातार अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर ले जाकर अपने पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है लेकिन हर बार उसे मुंह की खानी पड़ रही है। पाकिस्तान के अनुरोध पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की बंद कमरे की बैठक भी बुलाई गई थी लेकिन इस मीटिंग के दौरान भी पाकिस्तान को ही मुंह की खानी पड़ी है। पाकिस्तान की ओर से लगातार भड़काऊ बयान देकर उकसावे की कार्रवाई की जा रही है और उन्हें लेकर ही पाकिस्तान को खूब खरी खोटी सुनाई गई है। पाकिस्तान के अनुरोध वाली यह बैठक करीब डेढ़ घंटे चली लेकिन इसके बाद भी इस बॉडी ने कोई संयुक्त बयान जारी नहीं किया है। गौरतलब है कि परिषद की मई महीने की अध्यक्षता फिलहाल ग्रीस के पास है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, UNSC के सदस्यों ने पाकिस्तान को लेकर कड़े सवाल पूछे और उसके ‘भारत पर लगाए गए आरोपों’ को स्वीकार करने से मना कर दिया है। 15 सदस्यीय UNSC ने 22 अप्रैल को हुए इस हमले की कड़ी निंदा की है और जवाबदेही तय करने की ज़रूरत पर ज़ोर दिया है। UNSC के सदस्यों ने बैठक के दौरान पहलगाम आतंकी हमले का मुद्दा उठाया और पाकिस्तान से पूछा कि क्या लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के इसमें शामिल होने की संभावना है। ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि UNSC के कुछ सदस्यों ने विशेष रूप से धार्मिक आस्था के आधार पर पर्यटकों को निशाना बनाये जाने का मुद्दा उठाया है। UNSC नेे पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान के ‘फॉल्स फ्लैग’ (यानी हमला भारत की तरफ से ही कराया गया था) के दावे को भी स्वीकार करने से इनकार कर दिया है।
UN Security Council members raised tough questions for Pakistan at its informal session today. They refused to accept the “false flag” narrative and asked whether LeT was likely to be involved. There was broad condemnation of the terrorist attack and recognition of the need for… pic.twitter.com/3voUps65PR
— ANI (@ANI) May 6, 2025
इस आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान के मंत्री और अन्य उच्च अधिकारी भी हमले की धमकी दे रहे हैं। पाकिस्तान के इस बीच एक मिसाइल का परीक्षण भी किया है। खुद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ भारत पर हमला करने की बात कह चुके हैं, इसे लेकर भी इस बैठक में चर्चा हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, UNSC के सदस्य देशों ने पाकिस्तान के मिसाइल परीक्षण और परमाणु हमले की गीदड़भभकियों को तनाव बढ़ाने वाला बताया है। इस बैठक में पाकिस्तान का प्रौपेगेंडा पूरी तरह फेल हो गया है। पाकिस्तान UNSC के ज़रिए इस मुद्दे का अंतर्राष्ट्रीयकरण करना चाहता था लेकिन उसकी पूरी कोशिशों पर पानी फिर गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, UNSC के सदस्य देशों ने भारत-पाकिस्तान से इस मुद्दे को द्विपक्षीय तौर पर हल करने को कहा है।