आतंकवाद के खिलाफ रूस भारत के साथ, राष्ट्रपति पुतिन ने की PM मोदी से बात; करेंगे हिंदुस्तान का दौरा

Russia Is With India: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने PM मोदी को भरोसा दिया है कि वो आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े हैं। उन्होंने भारत का निमंत्रण भी स्वीकार कर लिया है।

PM Modi Vladimir Putin

PM मोदी और राष्ट्रपति पुतिन

Russia Is With India: रूस और भारत दो पुराने और भरोसेमंद दोस्त है। इस दोस्ती की डोर को और मजबूत करने के लिए तैयार हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इस साल के अंत में होने वाली उच्च स्तरीय बैठक के लिए भारत आने वाले हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। इससे पहले 5 मई को उन्होंने PM मोदी को फोन किया है। व्लादिमीर पुतिन ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की घोर निंदा की है। उन्होंने फोन पर हुई बातचीत में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ खड़े होने की बात कही है।

22 अप्रैल, 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। इस हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। 2019 के पुलवामा हमले के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला था, जिसने न सिर्फ भारत के सुरक्षा तंत्र को चुनौती दी, बल्कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को भी बढ़ा दिया।

‘रूस भारत के साथ खड़ा है’

सोमवार को दोनों नेताओं के बीच बात हुई है। राष्ट्रपति पुतिन ने पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने PM मोदी से स्पष्ट रूप से कहा कि रूस इस दुखद घटना में निर्दोष लोगों की जान जाने पर गहरा शोक व्यक्त करता है। आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई में वह पूरी तरह से भारत के साथ खड़ा है। पुतिन ने यह भी जोर दिया कि इस जघन्य अपराध के दोषियों और उनके समर्थकों को न्याय के कटघरे में ज़रूर लाया जाना चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को रूस के ‘विक्टरी डे’ की 80वीं वर्षगांठ की शुभकामनाएं दीं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस बातचीत की जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करते हुए कहा कि रूसी राष्ट्रपति का यह समर्थन भारत के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है। रूस ने भरोसा दिया है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में अकेला नहीं है।

भारत को मिलेगा बल

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़े कदम उठाने का संकल्प लिया है। ऐसे में राष्ट्रपति पुतिन का भरोसा भारत को बल देगा। क्योंकि, इससे पहले भी रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भी भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर चिंता व्यक्त की थी। अब राष्ट्रपति पुतिन का सीधा PM मोदी को फोन करना और आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का पुरजोर समर्थन करना रूस की भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी की गहराई को दर्शाता है।

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पुतिन करेंगे भारत का दौरा

प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत के दौरान पुतिन को भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया है। रूसी न्यूज एजेंसी TASS की रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन ने प्रधानमंत्री का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। यह सम्मेलन सिर्फ नेताओं की मुलाकात नहीं होगा बल्कि इसके इर्द-गिर्द रक्षा, ऊर्जा, अंतरिक्ष और तकनीकी सहयोग जैसे बड़े विषय आकार लेंगे। पुतिन का आगामी भारत दौरा निश्चित रूप से द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगा।

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