उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र स्थित नाहल गांव में रविवार देर रात अपराधियों ने कानून का मज़ाक उड़ाते हुए पुलिस टीम पर जानलेवा हमला कर दिया। यह हमला उस समय हुआ जब नोएडा की क्राइम ब्रांच और फेस-3 थाना पुलिस वांछित अपराधी कादिर को पकड़ने उसके घर पहुंची थी। दबिश के दौरान पुलिस टीम ने कादिर को गिरफ्तार कर लिया लेकिन गिरफ्तारी की खबर फैलते ही कादिर के परिजनों और उसके साथियों ने बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए पुलिस पर अचानक पथराव और फायरिंग शुरू कर दी।
इस मामले में डीसीपी ग्रामीण सुरेन्द्र नाथ तिवारी का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, “25 मई को थाना मसूरी को सूचना मिली कि थाना मसूरी के ग्राम नाहल में गौतमबुद्धनगर के एक आरक्षी सौरभ को गोली लग गई है, जिसे टीम यशोदा अस्पताल ले गई, जहां पर उसे डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया।” उन्होंने बताया, “पुलिस टीम एक वांछित अभियुक्त कादिर की गिरफ्तारी के लिए आई थी। कादिर नाहल का रहने वाला था। घटना में थाना फेस-3 गौतमबुद्धनगर के उपनिरीक्षक सचिन की ओर से एक तहरीर दी गई है। तहरीर के आधार पर समुचित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है। अन्य वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।”
रविवार की देर शाम नोएडा की क्राइम ब्रांच और फेस तृतीय थाना पुलिस ने बदमाश कादिर को पकड़ने के लिए दबिश दी थी। अपने आलीशान घर में छिपे बैठे कादिर को पुलिस टीम ने उसके घर से गिरफ्तार भी कर लिया था। जैसे ही पुलिस की टीम कादिर को लेकर गांव से बाहर निकल रही थी, बदमाश ने अचानक शोर मचाना शुरू कर दिया, “मुझे पकड़ लिया, मुझे पकड़ लिया” इतना सुनकर कादिर के साथियों और परिजनों की भीड़ ने पुलिस टीम पर पुलिस टीम पर गोलीबारी और पथराव कर दिया, जिसमें सिपाही सौरभ देशवाल के सिर में गोली लग गई। घायल को आनन-फानन अस्पताल ले जाया गया, यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। रात में कादिर पुलिस को चकमा देकर भाग गया था लेकिन अब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।