हरियाणा में एक ही परिवार के 7 लोगों ने की आत्महत्या, कार में मिले शव; कथा में शामिल होने आए थे पंचकुला

जानें क्या है पूरा मामला

पंचकूला

पंचकूला (Image Source: IANS)

हरियाणा के पंचकूला सेक्टर-27 में एक सन्नाटे को तोड़ते हुए एक कार के अंदर सात लोगों के शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। यह खौफनाक घटना सोमवार देर रात की है, जब कर्ज के बोझ तले दबा एक परिवार, जो उसी मकान के बाहर खड़ी कार में था, जहर लेकर अपनी जिंदगी खत्म कर चुका था। पुलिस को सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी और फॉरेंसिक टीम तुरंत मौके पर पहुंच गई। फॉरेंसिक टीम हर एक साक्ष्य को बड़ी सावधानी से इकट्ठा कर रही है ताकि इस रहस्यमय मौत की सच्चाई सामने आ सके।

इसी दौरान, कार के अंदर से एक व्यक्ति जिंदा पाया गया, जिसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। इस पूरे मामले ने पंचकूला की सुरक्षा व्यवस्था और परिवार की मजबूरी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस फिलहाल आत्महत्या की आशंका जताती है, लेकिन जांच अभी जारी है और सच धीरे-धीरे उजागर होगा।

क्या बोलीं डीसीपी हिमाद्री कौशिक

पंचकूला की डीसीपी हिमाद्री कौशिक ने इस दर्दनाक घटना पर अपनी बात साझा करते हुए बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि छह लोग अस्पताल लाए गए हैं। जब वे मौके पर पहुंचे तो पता चला कि सभी की मौत हो चुकी थी। एक अन्य व्यक्ति को सेक्टर-6 के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। डीसीपी ने कहा कि मामले की जांच अभी जारी है, लेकिन पहली नजर में यह आत्महत्या लगती है। मृतक सभी एक ही परिवार से थे। फॉरेंसिक टीम भी मौके पर मौजूद है और कार से जुटाए गए सभी साक्ष्यों को बारीकी से खंगाला जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की जांच की दिशा तय होगी।

मिली जानकारी के मुताबिक, प्रवीण मित्तल (42) उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले थे। वे पंचकूला में पांच दिवसीय हनुमंत कथा कार्यक्रम में परिवार के साथ आए थे। परिवार में उनके पिता देशराज मित्तल, मां, पत्नी और तीन बच्चे शामिल थे। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद वे वापस देहरादून लौट रहे थे तभी यह दुखद घटना सामने आई। पुलिस के अनुसार, मित्तल परिवार लंबे समय से आर्थिक तंगी और कर्ज के दबाव में था।

पुलिस अब मृतकों के देहरादून स्थित स्थानीय निवास पर भी जाकर वहां के लोगों से पूछताछ करेगी ताकि पूरी घटना की पड़ताल हो सके। पंचकूला की इस हृदय विदारक घटना ने दिल्ली में सात साल पहले हुए बुराड़ी कांड की यादें फिर से ताजा कर दी हैं, जब 2018 में एक ही परिवार के 11 सदस्यों ने एक साथ आत्महत्या कर ली थी। उस मामले में मृतक 15 से 57 वर्ष की उम्र के थे और सभी के शव फांसी पर लटके हुए पाए गए थे।

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