एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह की चिंता जायज, जानिए क्यों समय से पूरे नहीं हो पाते रक्षा प्रोजेक्ट?

एयरचीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह ने सैन्य प्रोजेक्ट में देरी पर चिंता जताई है। आइये जानें इसका कारण क्या है और इसके लिए किन उपाय पर काम किया जाना चाहिए?

Air Chief Marshal Amarpreet Singh

Air Chief Marshal Amarpreet Singh

भारत की रक्षा परियोजनाओं में लगातार हो रही देरी चिंता का विषय बनी हुई है। वो भी ऐसे वक्त में जब देश तीन तरफ से किसी न किसी तरह के तनाव का सामना कर रहा है। कुछ दिनों पहले ही पाकिस्तान के साथ जंग जैसे हालात बन गए थे। हालांकि, हमारी रक्षा प्रणाली और हथियार इतने उन्नत हैं कि हमने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया। इसके बाद भी रक्षा उत्पादों की देरी एक बड़ा सवाल है। इसे लेकर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने परियोजनाओं में देरी के कारण बताएं हैं। इनपर काम किया जाए तो इस समस्या का अंत हो सकता है।

एयरचीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह सीआईआई बिजनेस समिट में पहुंचे थे। यहां उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी में एक भी प्रोजेक्ट समय पर पूरा नहीं हुआ है। समय सीमा एक बड़ा मुद्दा है। इस कारण ऐसी चीजें होती हैं। उन्होंने कहा कि हमें इन पर गौर करना होगा। सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि हम ऐसा वादा क्यों करें जिसे पूरा नहीं किया जा सकता?

किन प्रोजेक्ट में हुई देरी?

प्रोजेक्ट्स की देरी की वजहें

आखिर उपाय क्या है?

तेजस MK-1A की डिलीवरी में बाधाओं को सुलझाने के लिए रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है। HAL के चेयरमैन डीके सुनील ने माना कि देरी हुई है, लेकिन इसका कारण इंडस्ट्री की लापरवाही नहीं बल्कि तकनीकी और सप्लाई चेन के मसले हैं। वहीं वायुसेना प्रमुख ने सशस्त्र बलों और रक्षा उद्योग के बीच विश्वास बढ़ाने पर जोर दिया है. उन्होंने कहा कि हमें एक-दूसरे के प्रति खुला और स्पष्ट होना चाहिए ताकि यह रिश्ता कहीं भी टूटे नहीं। कुल मिलाकर सप्लाई चेन, तकनीकी बाधाओं और मानव संसाधन की समस्या को दूर करने से ही प्रोजेक्ट की देरी को रोका जा सकता है।

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