अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

अमेरिका में 2020 में राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनावों में चीन की ओर से हस्तक्षेप किए जाने की साजिश के बारे में आने वाले दिनों में कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। FBI के डायरेक्टर काश पटेल ने इस मामले में X पर एक पोस्ट करते हुए कहा है, “पूर्व एफबीआई नेतृत्व ने तथ्यों को छिपाया और चीन के 2020 के चुनाव में हस्तक्षेप पर जनता को गुमराह किया।” पटेल ने कहा, “अब एफबीआई यह सब उजागर कर रही है और अमेरिकियों को वह सच्चाई बता रही है जिसके वे हकदार हैं।”

अमेरिकी कांग्रेस को सौंपे जाएंगे सबूत

डेली मेल की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि 2020 के चुनाव में चीनी हस्तक्षेप के सबूत काश पटेल जल्द ही अमेरिकी कांग्रेस को सौंप देंगे। इससे पहले भी अमेरिका में साल 2020 में हुए चुनाव में चीनी हस्तक्षेप की बात सामने आयी थी। अब इस बारे में कई नये खुलासे हो रहे हैं। पटेल के अनुसार, एफबीआई के पूर्व निदेशक क्रिस्टोफर रे ने इस मामले में चल रही एक जांच को बंद ​कर दिया था, जिसमें बताया गया था कि चुनाव में ​चीन की ओर से हस्तक्षेप किया गया है।

राष्ट्रपति चुनाव को लेकर क्या जांच कर रही थी FBI

एक रिपोर्ट के अनुसार, काश पटेल की ओर से पेश किये जाने वाले ये सबूत दिखाएंगे कि कैसे एफबीआई मुख्यालय ने एक रिपोर्ट को केवल इसलिए वापस ले लिया क्योंकि इसमें रे ने कांग्रेस के समक्ष शपथ करते हुए इन दावों का खंडन किया था कि चीन अमेरिकी चुनावों में विदेशी प्रभाव अभियान नहीं चला रहा था। उस समय FBI यह जांच कर रही थी कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) ने नकली ड्राइविंग लाइसेंस बनाए थे, ताकि अमेरिका में पेपर बैलेट हासिल किए जा सकें। इस जांच पर FBI के अल्बानी ऑफिस ने एक IRR भी प्रकाशित की थी। सूत्रों के अनुसार, रे को बचाने के लिए चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की जांच बंद कर दी गई थी।

रे ने क्या कहा था

जानकारी के अनुसार, सितंबर 2020 में तत्कालीन निदेशक रे ने सीनेट की सुनवाई से पहले गवाही दी थी। उन्होंने आश्वासन दिया था कि चुनाव में किसी प्रकार की मतदाता धोखाधड़ी का प्रयास नहीं किया गया था। अब कहा जा रहा है कि यदि नई जानकारी वास्तव में सच है तो रे ने कांग्रेस के समक्ष शपथ के तहत जरूर झूठ बोला होगा। हालांकि, अब वर्तमान निदेशक पटेल ने रिपोर्ट को दबाने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के प्रति जवाबदेही की कसम खाई है। गौरतलब है कि 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडन ने जीत दर्ज की थी

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