कनाडा में एक और भारतीय छात्रा की रहस्यमयी हालातों में मौत, 3 माह में चौथी ऐसी घटना

विदेश में हालिया घटनाओं, संघर्ष-क्षेत्रों और बढ़ते अपराधों के बीच छात्रों और अभिभावकों की चिंता बढ़ी; भारत सरकार कर रही है सक्रिय प्रयास

भारतीय छात्रा तान्या त्यागी का निधन ।

विदेशों में भारतीय छात्रों की सुरक्षा पर बढ़ती चिंताएं ।

कनाडा के यूनिवर्सिटी ऑफ कैलगरी में पढ़ रही भारतीय छात्रा तान्या त्यागी की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई है। वैनकूवर स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के एक बयान में इसे लेकर जानकारी दी गई है। ‘इंडिया इन वैंकूवर’ अकाउंट ने गुरुवार को अधिकारी बयान जारी कर इस भारतीय राष्ट्रीय की आकस्मिक मृत्यु की पुष्टि की, लेकिन किसी अतिरिक्त विवरण से परहेज किया।

वाणिज्य दूतावास ने कहा, “हम यूनिवर्सिटी ऑफ कैलगरी की छात्रा श्रीमती तान्या त्यागी के आकस्मिक निधन से बहुत दुखी हैं। हम स्थानीय अधिकारियों से संपर्क में हैं और  परिवार को हर संभव सहायता प्रदान करेंगे। हमारी हार्दिक संवेदनाएं उनके परिवार और मित्रों के साथ हैं।”

कौन थीं तान्या त्यागी?

वित्तीय, व्यावसायिक और तकनीकी क्षेत्रों में काम कर चुकीं त्यागी की पेशेवर पृष्ठभूमि उज्जवल थी। उन्होंने दिल्ली में मेट्रो मार्ट स्टोर में रिटेल सेल्स मैनेजर, उत्तराखंड की Zippy Edible Products Pvt. Ltd. में क्वालिटी एश्योरेंस इंटर्न, और Jasper Colin Research में मार्केट रिसर्च एसोसिएट के रूप में कार्य किया। इसके अलावा, 2019 में राजस्थान की Enviro Lab में क्वालिटी कंट्रोल, और 2018 में गुरुग्राम के DP जिंदल ग्रुप में बिज़नेस डेवलपमेंट में इंटर्नशिप की थी। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, भारतीय अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि वे परिवार को हर संभव सहयोग प्रदान करेंगे।

अप्रैल में 3 विद्यार्थियों की हुई थी रहस्यमयी मौत

बीते अप्रैल में 4 दिनों तक लापता रही 21 वर्षीय छात्रा वंशिका सैनी ओटावा में एक समुद्र तट के पास मृत पाई गई थी। वह 25 अप्रैल को एक किराये के लिए घर देखने निकली थी जिसके बाद वह लापता हो गई थी। ओटावा में भारतीय उच्चायोग ने उसकी मौत की पुष्टि की और कहा कि स्थानीय पुलिस अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। गायब होने के अगले दिन ही वंशिका की परीक्षा थी और जब वह परीक्षा देने नहीं पहुंची तो उसकी खोजबीन शुरू की गई थी।

अप्रैल में ही, कनाडा के हैमिल्टन में बस स्टॉप पर खड़ी 21 वर्षीय भारतीय छात्रा हरसिमरत रंधावा की अचानक एक गोली लगने से मौत हो गई थी। पुलिस के अनुसार, यह गोली दो कारों के बीच हुई फायरिंग से निकली थी, जिसमें एक पुलिस विभाग ने कहा कि हत्या की वीडियो फुटेज में एक व्यक्ति सफ़ेद कार से फायर करता दिखा। मोहॉक कॉलेज हैमिल्टन की छात्रा हरसिमरत घटना के वक्त काम पर जा रही थी, गोली लगने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उसकी मौत हो गई।

अप्रैल के पहले हफ्ते में ओटावा के पास स्थित एक टाउनशिप में 27 वर्षीय भारतीय धर्मेश कथिरिया की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। धर्मेश 2019 में अंतरराष्ट्रीय छात्र के तौर पर कनाडा पहुंचे थे। आशंका जताई जा रही है कि यह हमला नस्लीय नफरत से प्रेरित था। जिस शख्स ने धर्मेश पर हमला किया था वह पहले भी कथिरिया और उनकी पत्नी के प्रति नस्लीय टिप्पणियां और भारत विरोधी अपशब्दों का इस्तेमाल कर चुका था।

दिसंबर में भी कनाडा में भारतीयों की हुई थीं हत्याएं

पिछले वर्ष दिसंबर में भी कनाडा में दो भारतीयों को हत्या कर दी गई थी।

भारत ने कनाडा में अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है और निवासियों व छात्रों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

विदेशों में भारतीय छात्रों की सुरक्षा पर बढ़ती चिंताएं

तान्या त्यागी की मौत उन दुखद घटनाओं की नवीनतम कड़ी है, जिसमें विदेशों में अध्ययनरत भारतीय छात्र शामिल हैं। इससे पहले, इस वर्ष की शुरुआत में, 20 वर्षीय सुदिक्षा कोनांकी, जो भारतीय नागरिक और संयुक्त राज्य की स्थायी निवासी थीं, छुट्टियों के दौरान डोमिनिकन गणराज्य में लापता हो गई थीं।
पिट्सबर्ग विश्वविद्यालय की छात्रा, सुदिक्षा, 6 मार्च की सुबह डोमिनिकन गणराज्य के रीउ पंटा काना होटल के पास समुद्र तट पर अकेले टहलती नजर आई थीं।

लुडाउन काउंटी शेरिफ कार्यालय (LCSO) के अनुसार: “20 वर्षीय सुदिक्षा कोनांकी को 6 मार्च, 2025 को लापता बताया गया।” अंतिम बार वे सुबह 4:50 बजे बीनीकी पहने, बड़े गोल झुमके और धातु की टखने की चैन पहने हुए देखी गई थीं। अमेरिका के विभिन्न सरकारी संगठन LCSO, एफबीआई, DEA, HSI सहित पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी पुलिस, डोमिनिकन गणराज्य पुलिस के साथ सक्रिय रूप से खोज में लगे हैं, लेकिन सुदिक्षा अभी भी लापता हैं। इन घटनाओं ने विदेशी नागरिकों की सुरक्षा मुद्दे पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

 

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