इजराइल और ईरान के बीच लगातार 5 दिनों से चल रहा संघर्ष और भीषण होता जा रहा है। ईरान की शक्तिशाली सैन्य इकाई इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने दावा किया है कि उसने इज़राइल की सैन्य खुफिया निदेशालय (AMAN) और मोसाद के मुख्यालय पर सीधा मिसाइल हमला किया है। ईरानी न्यूज एजेंसी तस्नीम के अनुसार, यह हमला तेल अवीव स्थित सैन्य खुफिया केंद्र और मोसाद की योजना इकाई पर हुआ है।
तस्नीम ने IRGC के हवाले से बताया, “IRGC की एयरोस्पेस फोर्सेज ने ज़ायोनी शासन (इज़रायल) की सेना की सैन्य खुफिया इकाई ‘Aman’ और आतंकवादी हमलों की योजना बनाने वाले मोसाद के केंद्र पर हमला किया। यह हमला इज़राइल की अत्याधुनिक रक्षा प्रणाली के बावजूद सफल रहा और अब यह केंद्र आग की लपटों में घिरा हुआ है।”
रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इज़राइल के तेल अवीव के पास स्थित ग्लीलोट सैन्य खुफिया अड्डे को IRGC की मिसाइलों ने निशाना बनाया। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब इज़राइल ने 13 जून की रात ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ के तहत ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लक्षित करते हुए हमला शुरू किया। इसके जवाब में, ईरान ने 24 घंटे के भीतर पलटवार किया। इसके बाद दोनों देशों के बीच कई दिन तक रॉकेट और ड्रोन हमले जारी रहे।
तेल अवीव और तेहरान दोनों ने हमलों में हताहतों और क्षति की पुष्टि की है। दोनों पक्षों ने कहा है कि कुछ सैन्य और खुफिया प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचा है, लेकिन यह भी दावा किया कि कुल मिलाकर क्षति सीमित रही। यह घटनाक्रम क्षेत्र में बढ़ते तनाव का संकेत है और इससे पश्चिम एशिया में एक व्यापक संघर्ष की आशंका भी पैदा हो गई है। जबकि दोनों देश अपने-अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा में जुटे हैं, यह स्पष्ट है कि खुफिया और सैन्य प्रतिष्ठान अब सीधे निशाने पर आ गए हैं। इस पूरे घटनाक्रम पर अभी तक किसी तटस्थ अंतरराष्ट्रीय संस्था की पुष्टि नहीं आई है, लेकिन यदि आईआरजीसी के दावे सही साबित होते हैं और मोसाद पर हमला सही साबित होता है, तो यह इज़राइल के लिए एक बड़ा खुफिया झटका हो सकता है।
इज़रायल के हमले भी जारी
इजराइली हवाई हमले में ईरान को एक और बड़ा झटका लगा है। ईरान की शीर्ष सैन्य इकाई ‘खतम-अल-अनबिया हेडक्वार्टर्स’ के प्रमुख मेजर जनरल अली शादमानी की मौत हो गई है। उन्होंने महज चार दिन पहले ही इस महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी संभाली थी।
शादमानी को यह पद मेजर जनरल गुलाम अली राशिद के स्थान पर दिया गया था, जिनकी मृत्यु पिछले शुक्रवार को एक इजराइली हमले में हुई थी। अब तक जारी इजराइली हमलों में 220 से अधिक ईरानी नागरिक मारे जा चुके हैं और 1,481 से अधिक लोग घायल हुए हैं। दूसरी ओर, इजराइल में 24 लोगों की मौत हुई है और 600 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।