दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शनिवार दोपहर को ISIS के कथित भारत प्रमुख साकिब नाचन की मौत हो गई है। नाचन ब्रेन हेमरेज की गंभीर समस्या से जूझ रहा था। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, नाचन को दोपहर 12:10 बजे मृत घोषित कर दिया गया। 2023 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उसे भारत में ISIS के आतंकवादी मॉड्यूल को चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। तब से वह तिहाड़ जेल में बंद था। नाचन का नाम कई आतंकी मामलों में जुड़ा रहा है, जिसमें मुंबई में 2002-03 के धमाके भी शामिल हैं।
कौन था साकिब नाचन?
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के पाडघा का सादिक अब्दुल हामिद नाचन, जिसे साकिब नाचन के नाम से जाना जाता था, एक कट्टरपंथी और देशद्रोही था। 2000 के दशक की शुरुआत में वह प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन SIMI का सक्रिय सदस्य था। SIMI को देश में कट्टरपंथी विचार फैलाने और देश विरोधी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबंधित किया गया था। 2002-2003 में मुंबई में हुए कई धमाकों की जांच में भी साकिब नाचण का नाम सामने आया था, जिनमें 13 निर्दोष लोगों की जान गई और सैकड़ों घायल हुए। इस मामले में नाचन को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि कुछ मामलों में उसे बरी किया गया।
SIMI से ISIS तक का सफर
SIMI की स्थापना 1977 में एक छात्र संगठन के रूप में हुई थी, जिसका मकसद इस्लामी मूल्यों को बढ़ावा देना था। लेकिन 1990 के दशक तक इसका एजेंडा और ज्यादा कट्टर हो गया था। यह समूह भारत में इस्लामिक स्टेट की मांग करता था और देश के धर्मनिरपेक्ष संविधान को अस्वीकार करता था। 2001 में सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा मानते हुए इसे प्रतिबंधित कर दिया।
कुछ साल बाद साकिब नाचन पर ISIS से जुड़ने का आरोप लगा। इराक और सीरिया में अपनी क्रूरता के लिए कुख्यात ISIS दक्षिण एशिया में भी अपनी ऑनलाइन प्रचार और गुप्त भर्ती के जरिए पैर पसार रहा था। भारत में जांच एजेंसियों के मुताबिक, नाचण ने ISIS विचारधारा से प्रेरित एक आतंकवादी मॉड्यूल बनाने में भूमिका निभाई थी। वो युवाओं को भर्ती करने, कट्टरपंथी सामग्री फैलाने और खतरनाक योजनाओं का समन्वय करने में शामिला था।