ईरान पर इज़रायली हवाई हमले; जानें नेतन्याहू, अमेरिका और खामनेई ने क्या कहा?

अमेरिका ने इस हमले से खुद को अलग करते हुए स्पष्ट संदेश दिया है कि यह इज़रायल की एकतरफा सैन्य कार्रवाई है

इजरायल ने ईरान पर हवाई हमले किए हैं जिनमें परमाणु साइट समेत ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इज़रायल ने ईरान पर उस वक्त हमला शुरू किया है जब अमेरिका और ईरान के बीच नया परमाणु समझौता करने की अब तक की कोशिशें नाकाम रही हैं और पूरा मध्य पूर्व पहले से ही तनाव की गिरफ्त में है। इज़रायल को आशंका है कि इस हमले के जवाब में तेहरान मिसाइल और ड्रोन से जवाबी कार्रवाई कर सकता है। इसी खतरे को देखते हुए इज़रायल ने आपातकाल घोषित कर दिया है और अपने एयरस्पेस को पूरी तरह बंद कर दिया है। इस बीच, अमेरिका ने इस हमले से खुद को अलग करते हुए स्पष्ट संदेश दिया है कि यह इज़रायल की एकतरफा सैन्य कार्रवाई है और इसमें अमेरिका की कोई भूमिका नहीं है।

अमेरिका ने क्या कहा?

‘द व्हाइट हाउस’ के ‘एक्स’ हैंडल पर विदेश मंत्री मार्को रुबियो के हवाले से लिखा गया, “आज रात (अमेरिकी समय के अनुसार), इजरायल ने ईरान के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की। हम ईरान के खिलाफ हमलों में शामिल नहीं हैं। हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता क्षेत्र में अमेरिकी सेना की सुरक्षा करना है।” उन्होंने आगे कहा, “इजरायल ने हमें बताया कि उनके मुताबिक यह कार्रवाई उनकी आत्मरक्षा के लिए जरूरी थी। राष्ट्रपति ट्रंप और प्रशासन ने हमारी सेना की सुरक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं और हमारे क्षेत्रीय भागीदारों के साथ संपर्क में बने हुए हैं। मैं स्पष्ट कर दूं- ईरान को अमेरिकी हितों या कर्मियों को निशाना नहीं बनाना चाहिए।”

क्या बोले नेतन्याहू?

ये हमले तेहरान के परमाणु कार्यक्रम और इजरायल की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए इसके कथित खतरे को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच हुए, जिससे ईरान में तनाव काफी बढ़ गया है। इसके साथ ही लंबे समय से चले आ रहे प्रतिद्वंद्वियों के बीच व्यापक संघर्ष की आशंका भी बढ़ गई है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक टेलीविजन चैनल पर कहा कि इजरायल ने ‘अपने अस्तित्व के लिए ईरानी खतरे को कम करने हेतु लक्षित सैन्य अभियान’ शुरू किया है।

नेतन्याहू ने कहा, “यह अभियान तब तक चलेगा, जब तक हमारे खिलाफ विनाश के खतरे को दूर करने का कार्य पूरा नहीं हो जाता।” इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल कैट्ज ने भी इस हमले की पुष्टि की है, जिन्होंने इसे खतरों को बेअसर करने के उद्देश्य से एक ‘प्रीमेप्टिव स्ट्राइक’ बताया है। कैट्ज ने राष्ट्रीय तैयारियों और नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरे इजरायल में आपातकाल की विशेष स्थिति की भी घोषणा की है।

ईरान की मीडिया ने क्या कहा?

ईरानी स्टेट मीडिया के अनुसार शुक्रवार की सुबह राजधानी तेहरान के कई हिस्सों में जोरदार विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं। ईरान के स्टेट ब्रॉडकास्टर ‘आईआरआईबी’ ने बताया है कि विस्फोटों के स्रोत की अभी तक आधिकारिक रूप से पहचान नहीं की गई है, हालांकि अटकलें लगाई जा रही हैं कि इजरायली हमलों का मकसद सैन्य ढांचों या न्यूक्लियर फैसिलिटी को निशाना बनाना हो सकता है। इससे पहले सोमवार को, ईरान के शीर्ष सुरक्षा निकाय ने चेतावनी दी थी कि अगर इस्लामिक गणराज्य पर सैन्य हमला होता है, तो उसके सशस्त्र बल तुरंत इजरायल की ‘गुप्त परमाणु सुविधाओं’ को निशाना बनाएंगे।

क्या बोले ईरान के सर्वोच्च नेता खामनेई?

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने इन हमलों को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। खामनेई ने कहा कि इजरायल ने हमारे प्यारे देश के खिलाफ अपराध करने के लिए खून से सने हुए हाथ खोले हैं और अब उसे इसकी कड़ी सजा भुगतनी होगी। बकौल खामनेई, उसने रिहाइशी इलाकों पर हमला करके अपनी दुर्भावनापूर्ण प्रकृति को पहले से ज्यादा उजागर किया है। खामनेई ने X पर लिखा, “दुश्मन के हमलों में कई कमांडर और वैज्ञानिक शहीद हो गए हैं। ईश्वर की इच्छा से उनके उत्तराधिकारी और सहकर्मी बिना देरी किए अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे।”

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