एक बार फिर विदेश दौरे पर राहुल गांधी, बीजेपी ने उठाए सवाल तो कांग्रेस ने कही यह बात

पिछले बार के दौरे को लेकर कांग्रेस ने अभी तक आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं दिया है

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Photo- Deccan Herald)

कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Photo- Deccan Herald)

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का एक और विदेश दौरा चर्चा में आ गया है। कुछ दिनों पहले राहुल गांधी विदेश दौरे पर गए थे जिसे लेकर पार्टी की और से कोई जानकारी नहीं दी गई थी और अब तक भी इसे लेकर कोई जानकारी नहीं है। मंगलवार (24 जून) को सोशल मीडिया पर बीजेपी नेताओं ने दावा किया कि राहुल गांधी एक बार फिर विदेश चले गए हैं। कुछ सोशल मीडिया यूज़र्स ने तो यहां तक कहा कि वे बहरीन गए हैं लेकिन कांग्रेस ने इस बार राहुल की विदेश यात्रा पर स्थिति स्पष्ट कर दी है। हालांकि, पिछले बार के दौरे को लेकर अभी की कांग्रेस का आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं आया है।

अमित मालवीय ने क्या कहा?

बीजेपी की IT सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने राहुल गांधी के विदेश दौरे को लेकर ‘X’ पर एक पोस्ट लिखा है। उन्होंने कहा, “वे पिछले हफ्ते ही विदेश में गुप्त छुट्टी पर थे। अब वे फिर से विदेश चले गए हैं, एक और अज्ञात स्थान पर। वे बार-बार क्यों गायब हो रहे हैं? ऐसा क्या है जो उन्हें बार-बार देश से दूर रखता है? विपक्ष के नेता के तौर पर, उन्हें भारत के लोगों को जवाब देना चाहिए।”

शहज़ाद पूनावाला ने भी उठाए सवाल

बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहज़ाद पूनावाला ने भी राहुल गांधी के विदेश दौरे पर सवाल उठाते हुए उन्हें ‘पर्यटन का नेता’ बता दिया। पूनावाला ने कहा, “यह कहना पड़ेगा कि राहुल गांधी ने नेता प्रतिपक्ष (LoP) के पद को एक नया रूप दे दिया है। अब LoP का मतलब हो गया है- ‘पर्यटन और पार्टी’ का नेता। बैंकॉक से वियतनाम, दोहा से लंदन तक…जब आप विदेशी हितों की सेवा करना चाहें, तो ज़ाहिर है कि आप विदेशों में ही मिलेंगे। मुझे तो बताया गया है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को राहुल गांधी से दिल्ली में मिलने से ज़्यादा मौका बैंकॉक में मिलता है।”

कांग्रेस ने दिया जवाब

राहुल गांधी के विदेश दौरे को लेकर कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने X पर जवाब दिया है। खेड़ा ने कहा, “PMO अपनी गंदी चालें चल रहा है। इन गंदी चालों के अतिरिक्त उसे और कुछ नहीं आता। वे अपनी भतीजी के स्नातक समारोह में शामिल होने लंदन गए हैं और जल्द ही वापस आएंगे।”

नेता प्रतिपक्ष की इतनी विदेश यात्राओं पर सवाल उठने तो लाजिमी है और हर बार कांग्रेस का उनकी यात्राओं को लेकर बहाना रहता है। कभी पारिवारिक समारोह का तर्क दिया जाता है तो कभी निजी कारण गिनाए जाते हैं। राहुल गांधी के इन दौरे से लगातार सवाल उठता है कि क्या वे राजनीति को गंभीरता से लेते भी है या नहीं।

Exit mobile version